सुभाष चौधरी
नई दिल्ली। अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेले के आठवें दिन बुधवार को भी नई दिल्ली के प्रगति मैदान में हजारों की भीड़ उमड़ी जिनमें 60 प्रतिशत से अधिक युवा शामिल थे। हालांकि इस बार मेले का क्षेत्रफल काफी कम कर दिया गया है लेकिन कई वर्षों से इस मेले के प्रति लोगों का रुझान कम होता नहीं दिखता है। मेले में आने वालों के मुख्य आकर्षण का केंद्र हाल न. 12 है जिसमें उपभोक्ता वस्तुओं के स्टाल लगाए गए हैं । बुधवार को वर्किंग डे होने के बावजूद बड़े पैमाने पर लोग खरीददारी करने पहुंचे। सुरक्षा के त्रिस्तरीय पुख्ता इंतजाम हैं। प्रगति मैदान मेट्रो स्टेशन से मेले में आने व जाने के रास्ते अलग कर दिये गए हैं जिससे लोगों को किसी प्रकार की असुविधा का सामना नहीं करना पड़ रहा है।
इंडिया ट्रेड प्रमोशन आर्गेनाईजेशन की ओर से आयोजित अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेले में प्रवेश शुल्क पहले की अपेक्षा काफी बढ़ा दिया गया है। इस बार 5 से 12 वर्ष के बच्चे के लिए 60 रु का प्रवेश शुल्क है जबकि युवाओं के लिए 120 रु का। लेकिन इसका लोगों में मेले के आकर्षण पर कोई असर पड़ता नहीं दिख रहा है। पुरुष हो या महिला, युवक हों या युवती ,बच्चे और बूढ़े भी खिंचे चले आ रहे हैं। यहां एक तरफ किचन वेयर के स्टाल हैं तो दूसरी तरफ खाद्य वस्तुओं के जिनमें फ़ास्ट फूड और भारतीय व्यंजन उपलब्ध हैं। लोग जम कर खरीददारी कर रहे हैं। अगर आप मेले में गेट न. 10 से प्रवेश करते हैं तो आपके लिए फूड स्टाल के अलावा स्वास्थ्य जागरूकता स्टाल लगाए गए हैं जिनमे सरकार की ओर से निःशुल्क स्वास्थ्य जांच की सुविधा उपलब्ध है। स्वास्थ्य जांच की सुविधा का भी लोग भरपूर लाभ उठा रहे हैं। हालांकि दिल्ली और एन सी आर के शहरों के लोगों के लिये यह खास अनुभव है कि मेले में उन्हें खरीददारी करने के साथ साथ फुर्सत से स्वास्थ्य जांच की निःशुल्क सुविधा मिल रही है और उसकी रिपोर्ट एवं डॉक्टर की सलाह भी। खास तौर पर मध्यम वर्ग एवं निम्न मध्यम वर्ग के परिवारों के बुजुर्ग सदस्य इसका लाभ ले रहे हैं।
प्रत्येक हाल के सामने अलग अलग बैंकों के मोबाइल ए टी एम की सुविधा है । आपको अपने साथ करेंसी ले जाने की कोई जरूरत नहीं। अगर मेले में कोई सामान पसन्द आ गया तो आप मनचाहा कैस निकाल कर खरीददारी कर सकते हैं। एक हाल से दूसरे हाल में पहुंचने के लिए इको शटल सर्विस भी है।
अगर आप विदेशी स्टाल वाले पवेलियन में प्रवेश करेंगे तो आपका स्वागत नेपाल की औद्योगिक कंपनियों के स्टाल के सदस्य करेंगे । इस हाल में भी लोगों की भीड़ इस कदर उमड़ रही है जैसे आज ही मेले का अंतिम दिन हो। कोई नेपाली कपड़े खरीद रहा है तो कोई नक्कासी वाले नेकलेस और झुमके। कोई चाइनीज झुमके खरीद रही हैं तो कोई रंगविरंगे स्कार्फ। हालाकिं चाइना हाल में कई स्टाल खाली पड़े हैं लेकिन आपको निराशा नहीं होगी क्योंकि चाइनीज नमकीन और जूस आपके इंतजार में है। ठंड का मौसम है अगर चाइनीज कंबल चाहिए तो इसके लिए कई स्टाल हैं। कंबल यहां आने वालों का पसंदीदा सामान बन गया है।
अगर आप हेल्थ एन्ड फिटनेस के प्रति रुचि रखते हैं तो आपके लिए हांगकांग की कंपनी अपने विविध प्रकार के इक्विपमेंट्स के साथ मौजूद है। अधिकतर युवा विज़िटर इसमें रुचि ले रहे हैं और खरीददारी भी कर रहे हैं।
इसी तरह कोरिया की अंदिवा इंक कंपनी किचन वेयर लेकर मौजूद है। यहां कोई मिक्सी खरीद रहे हैं तो कोई हेयर ड्रायर। इन विदेशी स्टाल में आपको खरीददारी करने में कोई दिक्कत नहीं आएगी क्योंकि आपके लिए आपकी भाषा में बोलने वाले भारतीय सेल्समैन भी हैं। हर मोड़ पर यहां तैनात दिल्ली पुलिस के सुरक्षा कर्मी आपकी सहायता के लिए मौजूद हैं जबकि आपके संदेहास्पद व्यवहार पर पूछताछ भी कर सकते हैं।
मेले में एम एस एम ई हाल को अलग लुक दिया गया है। इसमें प्रवेश करते ही आपको मेले की खरीददारी के लिए गाइड बुक मुहैया कराया जाता है। देश के एमएस एम ई सेक्टर की कम्पनियो के सैकड़ों स्टाल हैं। अगर खादी कपड़े या इसके बने अन्य वस्तुएं चाहिए तो इसकी अलग व्यवस्था है। घरेलू उद्योग में तैयार जूतियां और चप्पलें भी हैं। महिलाओं की पसंदीदा राजस्थानी चूड़ियां जबकि यूपी की लाह की लहठी के स्टाल भी लगे हैं।
हुनर हाट में प्रवेश करने पर देश के 22 राज्यों के 94 शिल्पकारों की कृतियां भी देखने को मिलेंगी। ग्रामीण विकास मंत्रालय की ओर से आयोजित सरस् मेला 2018 में ग्रामीण क्षेत्रों के हुनरमंदों के बनाये सामान भी खरीददारों के इंतजार में हैं।
यहाँ सेल्फ हेल्प ग्रुप द्वारा तैयार समान जिनमें आचार, सॉस, जैम, और शहद सहित अन्य व्यंजन के स्टाल हैं जबकि श्री श्याम तिलपति उद्योग की बेहतरीन मिठाइयां और चटकारे लेकर खाने वाले नमकीन भी लोगों को खूब भा रहे हैं। नमकीन व मीठे बिस्कुट के पैकेट पर लोग जबरदस्त हाथ फेर रहे हैं। यहां केंद्रीय सुविधा केंद्र की स्थापना की गई है जो आपको हर प्रकार की मदद मुहैया करा सकता है।
ऐसा नहीं कि मेले में केवल घरेलू खरीददारी के सामान ही रखे गए हैं बल्कि पर्यटकों को भारत की भौगोलीक स्थिति की पूरी जानकारी देने वाले इक्विपमेंट्स भी बिक्री के लिए उपलब्ध हैं।
प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के सोलर एनर्जी के मिशन के प्रति देश के लोगों को जागरूक करने वाले मिशन सोलर चरखा भी लगाए गए हैं। साथ ही क्लस्टर डेवलपमेंट प्रोग्राम की सारी जानकारी देने के लिए एम एस एम ई मंत्रालय की टीम भी तैनात है।