नई दिल्ली। रेल हादसे के तीसरे दिन भी अमृतसर में जोड़ा फाटक इलाके में प्रदर्शन जारी है। आज लोगों ने रेलवे ट्रैक पर जमा होकर प्रदर्शन किया। रेल ट्रैक खाली कराने पहुंची पुलिस को लोगों ने दौरा लिया। प्रदर्शनकारियों ने पुलिसकर्मियों के ऊपर पत्थर फेंके हैं। इससे क्षेत्र में तनाव फैल गया है। इस घटना में एक पुलिसकर्मी जख्मी हो गया है। बताया जा रहा है कि स्थानीय लोग अपनी मांग पूरा नहीं होने तक ट्रैक खाली नहीं करेंगे। उनका कहना है कि सरकार इस मामले को लेकर प्रभावी जांच बैठाए।
दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करे सरकार
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक प्रर्दशनकारी रेल ट्रैक के पास खड़े होकर प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी कर रहे है। साथ ही दशहरे के दिन हुई रेल हादसे में मारे गए लोगों के पक्ष में इस घटना जिम्मेदार लोगों पर कार्रवाई करने की मांग कर रहे हैं। साथ ही मरने वाले लोगों को परिवारजन को सरकारी नौकरी लगाने की मांग लगातार कर रहे हैं। पुलिस वहां पर रेलवे ट्रेक खाली करवानी गई है। आपको बता दें कि पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच रुक-रुककर झडप जारी है। पुलिस इस मामले में सतर्कता से काम ले रही है और सख्त एक्शन लेने से बच रही है।
पीडि़तों का प्रोफाइल तैयार करने के आदेश
पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने अमृतसर के पुलिस कमिश्नर को ट्रेन हादसे के पीड़ितों की विस्तृत सामाजिक और आर्थिक प्रोफाइल तैयार करने के आदेश दिए हैं। बताया जा रहा है कि इसके जरिए पीड़ितों को जरूरत के मुताबिक पुनर्वास संबंधी मदद दी जा सके। ताकि जरूरतमंद लोगों को जरूरी सहायता उनके परिवार के भविष्य के लिहाज से उठाया जा सके।
दो दिन पहले हुई थी घटना
आपको बता दें कि अमृतसर के चौड़ा बाजार के नजदीक हुए इस रेल हादसे में 59 लोगों की मौत हो गई और 57 जख्मी हो गए। उस समय लोग पटरी के पास रावण दहन देख रहे थे। रावण दहन के दौरान पटाखों और आग की लपटों की वजह से लोग पीछे हटे और कुछ लोग पहले से ही पटरी पर खड़े होकर रावण दहन देख रहे थे। इसी दौरान तेज रफ्तार ट्रेन लोगों को रौंदते हुए निकल गई। ये दुर्घटना हो गई जो रेलवे के इतिहास में इस तरह की सबसे बड़ी दुर्घटना में दर्ज हो गया है।