12वें एशिया-यूरोप शिखर सम्‍मेलन में भाग लेने के लिए उपराष्‍ट्रपति बेल्जियम रवाना

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51 देशों का यह शिखर सम्‍मेलन एशिया और यूरोप के मध्‍य संवाद तथा सहयोग का सबसे बड़ा मंच है

उपराष्‍ट्रपति ऑस्ट्रिया, पुर्तगाल, स्विट्जरलैंड और अन्‍य देशों के शासनाध्‍यक्षों के साथ द्विपक्षीय वार्ता करेंगे

उपराष्‍ट्रपति भारतीय समुदाय को भी संबोधित करेंगे

नई दिल्ली : उपराष्‍ट्रपति एम.वेंकैया नायडू ब्रसेल्‍स में आयोजित होने वाले 12वें एशिया-यूरोप सम्‍मेलन में भाग लेने के लिए आज बेल्जियम रवाना हो गए। इस बार सम्‍मेलन का विषय ‘वैश्विक चुनौतियों के लिए वैश्विक साझेदारी’ रखा गया है।

वर्ष में दो बार होने वाले इस सम्‍मेलन को एशिया और यूरोप के बीच व्‍यापार, निवेश, सुरक्षा और पर्यटन के क्षेत्र में संवाद और सहयोग के सबसे बड़े मंच के रूप में देखा जाता है। इसमें इस बार 51 देशों के शासनाध्‍यक्षों और राष्‍ट्राध्‍यक्षों के भाग लेने की संभावना है। सम्‍मेलन के दौरान जलवायु परिवर्तन से लेकर आतंकवाद तक से जुड़े विभिन्‍न विषयों पर विस्‍तार से चर्चा हो सकती है।

अगस्‍त 2017 में उपराष्‍ट्रपति का पद संभालने के बाद यह पहला ऐसा बहुपक्षीय सम्‍मेलन है जिसमें श्री नायडू भाग ले रहे हैं। वे सम्‍मेलन के शुरूआती सत्र में भी हिस्‍सा लेंगे और इस दौरान विभिन्‍न हितधारकों के साथ संवाद करेंगे। श्री नायडू सम्‍मेलन से अलग बेल्जियम के शाह से मुलाकात करेंगे और ऑस्ट्रिया, पुर्तगाल, स्विट्जरलैंड तथा अन्‍य देशों के राष्‍ट्राध्‍यक्षों से द्विपक्षीय वार्ता भी करेंगे।

बाद में वे एंटवर्प के विलरिज्‍क में जैन सांस्‍कृतिक केंद्र में भारतीय समुदाय को संबोधित करेंगे और एंटवर्प के प्रशासनिक भवन में महात्‍मा गांधी की प्रतिमा पर श्रद्धा सुमन अर्पित करेंगे।

उपराष्‍ट्रपति 21 अक्‍टूबर को स्‍वदेश लौट आएंगे।

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