नई दिल्ली। जम्मू कश्मीर में असंतोष के लिए पाकिस्तान को दोषी ठहराते हुये केन्द्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने शुक्रवार को दावा किया कि इस महीने होने वाले पंचायत और शहरी स्थानीय निकाय के चुनाव में राज्य के 90 प्रतिशत लोग हिस्सा लेंगे। बहरहाल, गृहमंत्री ने पाकिस्तान में छुपे अंडरवर्ल्ड डॉन एवं 1993 मुंबई श्रृंखलाबद्ध विस्फोट के सरगना दाऊद इब्राहीम को वापस लाने में अड़चनों को स्वीकार किया।
सिंह ने कहा जम्मू-कश्मीर में 1995 में करीब 6,000 आतंकी घटनाएं हुईं और 2017 में यह घट कर 360 पर आ गई। गृहमंत्री ने ‘एचटी लीडरशिप सम्मिट’ में यहां कहा, ‘‘हमने हमेशा पाकिस्तान के साथ बेहतर रिश्ते बनाने का प्रयास किया है। लेकिन देश (पाकिस्तान) अपना तौर-तरीका नहीं बदल रहा है। वह जम्मू कश्मीर में आतंकवाद का प्रायोजन करना जारी रखे है।’’
जम्मू-कश्मीर में आगामी पंचायत और शहरी स्थानीय निकायों के चुनावों का हवाला देते हुये गृह मंत्री ने कहा कि राज्य के 90 प्रतिशत लोग चुनावी प्रक्रियाओं में शामिल होंगे जिसे मौजूदा सरकार ने लंबे समय के बाद शुरू की है। स्थानीय निकायों में भाजपा के कई प्रत्याशियों के निर्विरोध चुने जाने के बारे में पूछे जाने पर सिंह ने कहा कि हाल में पश्चिम बंगाल में आयोजित पंचायत चुनाव में 43 प्रतिशत प्रत्याशी निर्विरोध चुने गये और ऐसी चीजें असामान्य नहीं है।
उन्होंने भाजपा और पीडीपी के बीच टूट चुके गठबंधन के बारे में कहा कि पिछले राज्य विधानसभा चुनाव के जनादेश का सम्मान करते हुये दोनों दलों ने हाथ मिलाया लेकिन ‘‘प्रयोग सफल नहीं हुआ।’’ सिंह ने कहा कि कुछ साल पहले तक नक्सलवाद राष्ट्र के समक्ष एक बड़ी चुनौती था लेकिन उसपर एक हद तक अंकुश लगाया जा चुका है। कुछ संस्थानों पर भाजपा के कब्जे को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के आरोपों पर सिंह ने कहा कि ये ‘आरोप निराधार’ हैं। उन्होंने कहा, ‘‘उन्हें (गांधी) कम से कम एक उदाहरण देना चाहिए जिसमें यह हुआ हो। हमने हमेशा देश में हर संस्थान की गरिमा बनाए रखा है।’’