चण्डीगढ़, 1 सितम्बर : हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि इण्डिया पोस्ट पेमेंट बैंक आर्थिक क्रान्ति के इस युग में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के डिजीटल इण्डिया के कैशलेश लेनदेन को आगे बढ़ाने में कारगर सिद्ध होगा और आज हरियाणा के 20 मुख्य डाकघरों व 80 उप-डाकघरों में इण्डिया पोस्ट पेमेंट बैंक की शुरूआत के साथ ही प्रदेश में भी बैकिंग क्षेत्र में इस टैक्नोलॉजी के उपयोग से एक नये युग का उदय होगा। प्रधानमंत्री की डिजीटल बैंक की नई सोच के यह एक बड़े युग का परिवर्तन है।
मुख्यमंत्री आज प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम से देश के 650 डाकघरों 2500 से अधिक उप-डाकघरों में एक साथ आरंभ किए गए इण्डिया पोस्ट पेमेंट बैंक के शुभारंभ अवसर पर यमुनानगर के मुख्य डाकघर में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यातिथि के रूप में बोल रहे थे।
उन्होंने कहा कि पूरे देश में 6 लाख गांव है और लगभग 50 हजार बैकिंग शाखाएं आज से ढ़ाई लाख डाकघर बैंकिंग सेवा से जुड़ जाएंगे। उन्होंने कहा कि केशलेश के लेनदेन से अब कोई टैक्स चोरी व आर्थिक लेनदेन को छुपा नहीं सकेगा और इससे राजस्व बढ़ेगा और राजस्व विकास कार्यों पर खर्च होकर सीधा गरीब जनता को लाभ होगा। उन्होंने कहा कि इससे पहले भी प्रधानमंत्री ने नोटबन्दी व जीएसटी जैसे क्रान्तिकारी फैसले लिए है और आज देश का सकल घरेलू उत्पाद 8.2 प्रतिशत पहुंच गया है जो देश की सुदृढ़ हो रही अर्थव्यवस्था का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि इससे पारदर्शिता तो आएगी और छोटा दुकानदार, गरीब आदमी, सामाजिक सुरक्षा पेंशन के लाभपात्र व मनरेगा की मजदूरी, स्वरोजगार के लिए ऋण, बीमा जैसी सुविधाएं भी इण्डिया पोस्ट पेमेंट के माध्यम से मिलेगी।
मुख्यमंत्री ने इण्डिया पोस्ट पेमेंट बैंक के मुख्य वाक्य आपका बैंक आपके घर की सराहना करते हुए कहा कि निश्चत रूप से डाकघर तीन गुणा से अधिक बैकिंग क्षेत्र की सेवाएं दूर-दराज के क्षेत्र तक पहुंचाएगा। उन्होंने कहा कि लोग पहले कहते थे कि डाकिया डाक लाया, लेकिन अब कहेंगे की डाकिया बैंक लाया। उन्होंने कहा कि सूचना प्रौद्योगिकी के अधिक से अधिक प्रयोग से वर्तमान सरकार ने पिछले चार वर्षों में 1.5 लाख से अधिक सामाजिक सुरक्षा पैंशनों के अपात्र व्यक्तियों को पकड़ा है और उनकी पेंशनें बन्द की हैं और लगभग 5.5 लाख नये पात्र व्यक्ति भी जोड़े हैं।
उन्होंने कहा कि डाकघर व डाकिये पर लोगों को शुरू से ही भरोसा है। मुख्यमंत्री ने अम्बाला के अतिरिक्त निदेशक, स्कूल निरीक्षक का रामपुर खादर के सरपंच को 19 अगस्त, 1959 का लिखा पोस्ट कार्ड भी उपस्थित लोगों को पढक़र सुनाया जिसमें शिक्षा विभाग द्वारा उस गांव में कन्या उच्च विद्यालय खोलने की मंजूरी दी गई। इसके अलावा, सरपंच से पूछा गया था कि आपके गांव में राजकीय कन्या विद्यालय है, अध्यापक आते हैं, आपका गांव शहर से कितनी दूरी पर है, बस सेवाएं है, पैदल रास्ता कहां से आता है इत्यादि प्रश्न थे, क्योंकि स्कूल निरीक्षक को उस स्कूल का दौरा करना था। उन्होंने कहा कि इस प्रकार का श्रेय भी डाकघर को ही जाता है। उन्होंने कहा कि गांव में हर कोई डाकिये की ओर देखता था। कई बार खुशी व अपशकुन के पत्र भी डाकिया लेकर आता था, यहां तक कि वह पत्र पढक़र भी सुनाता था।
मुख्यमंत्री ने भारतीय डाक विभाग को इण्डिया पोस्ट पेमेंट बैंक से जोडऩे के लिए प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी का आभार भी व्यक्त किया। मुख्यमंत्री ने इण्डिया पोस्ट पेमेंट बैंक में अपना खाता भी खुलवाया और साथ ही विभाग की मेरी टिकट-मेरा गर्व टिकट भी प्राप्त की।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री व अन्य विशिष्ट अतिथियों ने इण्डिया पोस्ट पेमेंट बैंक की विशेष टिकट का विमोचन भी किया। मुख्यमंत्री ने सांय 4.00 बजे से 45 मिनट तक प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी का दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम से इण्डिया पोस्ट पेमेंट बैंक के शुभारंभ अवसर पर देश के लोगों को दिए गए संदेश का सीधा प्रसारण भी सुना।
इस अवसर पर प्रधान महा डाकपाल हरियाणा, कर्नल सुखदेव राज ने इण्डिया पोस्ट पेमेंट बैंक के बारे विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि आम आदमी इण्डिया पोस्ट पेमेंट बैंक में आधार व बायोमीट्रिक के साथ खाता एक मिनट में खोल सकता है। उन्होंने यमुनानगर डाकघर में समय देने के लिए मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल का विशेष आभार व्यक्त किया।
इस अवसर पर हरियाणा विधानसभा स्पीकर कंवर पाल, विधायक घनश्याम दास अरोडा, श्याम सिंह राणा व बलवन्त सिंह सढौरा, वित्त विभाग के प्रधान सचिव टीवीएसएन प्रसाद, यमुनानगर के उपायुक्त गिरीश अरोडा, पुलिस अधीक्षक कुलदीप सिंह, भाजपा के जिलाध्यक्ष महेन्द्र खदरी के अलावा जिला प्रशासन व भारतीय डाक विभाग के अन्य अधिकारी व कर्मचारी भी उपस्थित थे।