आदित्य सचदेवा हत्या कांड
अब आरोपी की जमानत के विरोध में सुप्रीम कोर्ट जायेगी सरकार
पटना : गया जिले में लगभग पांच माह पूर्व रोडरेज में छात्र आदित्य सचदेवा की हुई हत्या के मुख्य आरोपी रॉकी यादव की जमानत के फैसले को बिहार सरकार उच्चतम न्यायालय में चुनौती देगी. उल्लेखनीय है कि आरोपी रॉकी को पटना उच्च न्यायालय से जमानत मिल गयी है. इस सम्बन्ध में मीडिया व आम आदमी में हो रही चर्चा से शर्मशार बिहार सरकार हरकत में आई है. इधर गया में शुक्रवार को आदित्य के माता पिता व गया शहर के व्यापारियों ने इसके विरोध में जुलुश निकाला.
मीडिया में मामला उछलने पर सरकार सक्रिय
जब चिड़ियाँ खेत चुग जाती है तभी बिहार सरकार की नींद खुलती है. अभी हाल ही में बाहुबली शाहबुद्दीन व पत्रकार राजदेव हत्याकांड को लेकर इनकी किरकिरी हुई थी और अब गया में आदित्य हत्या काण्ड का मामला आ गया है. लगता है बिहार सरकार के मुखिया नीतिश कुमार के सुशाशन का मूल मंत्र ही यह बन गया है कि जब किसी मामले को लेकर ज्यादा हायतोबा मचे तभी सक्रियता दिखानी है.
शहाबुद्दीन मामले में सुप्रीम कोर्ट में लगी थी फटकार
शहाबुद्दीन मामले में सुप्रीम कोर्ट ने इन्हें जमकर फटकार लगाई थी लेकिन सुधर नहीं है. अपराधियों को छुट देना सरकार कि नीति बन गयी है. लगभग पांच माह पूर्व बिहार में सत्ताधारी पार्टी जदयू से निलंबित पार्षद मनोरमा देवी और राजद के बाहुबली नेता बिंदी यादव के पुत्र रॉकी यादव ने आदित्य नाम के छात्र की मामूली बात पर हत्या कर दी थी. इस मामले में बेहद मुध्किल से आरोपी को गत आठ मई को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया था। बिहार के मुख्य अतिरिक्त महाधिवक्ता ललित किशोर के अनुसार बिहार सरकार पटना उच्च न्यायालय द्वारा रॉकी यादव को दी गयी जमानत के विरूद्ध उच्चतम न्यायालय में अपील करेगी।उन्होंने स्पष्ट किया है कि इस मामले में सोमवार तक उच्चतम न्यायालय में अपील दायर की जाएगी.
10 मई को पिस्टल के साथ हुआ था गिरफ्तार
उल्लेखनीय ही कि गत 6-7 मई की रात्रि में गया जिला के रामपुर थाना अंतर्गत वाहन ओवर टेक करने को लेकर हुए विवाद में राकी यादव ने 12वीं कक्षा के छात्र आदित्य सचदेवा (19) की गोली मारकर हत्या कर दी थी। इस मामले के मुख्य आरोपी रॉकी यादव को गत 10 मई को बोधगया थाना अंतर्गत मस्तपुरा गांव स्थित मिक्सर प्लांट परिसर से हत्या में इस्तेमाल पिस्टल के साथ गिरफ्तार किया गया था। 8 मई को मनोरमा देवी के पति बिंदी यादव तथा उनके सरकारी अंगरक्षक राजेश कुमार को भी गिरफ्तार कर हिरासत में जेल भेजा गया था।
इस मामले के एक अन्य आरोपी तथा रॉकी के सहयोगी टेनी यादव ने गत 16 मई को अदालत में आत्मसमर्पण कर दिया था। बताया जाता है कि बिहार सरकार ने इस मामले का स्पीडी ट्रायल कराने का निर्णय लिया था. इस हत्याकांड की जांच घटना के तीन सप्ताह के भीतर पूरा करने के साथ इससे संबंधित आरोप पत्र एक महीने के अंदर अदालत में पेश कर दिया था.