सिलोखरा सहित 360 गांवों के साथ बर्बरतापूर्ण व्यवहार कर रहे हैं मुख्यमंत्री : डा. मुकेश शर्मा

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भाजपा कार्यालय के खिलाफ सिलोखरा सहित 360 गांव के नागरिकों का धरना लगातार 32वें दिन जारी

भारी संख्या में लोगों ने दिया समर्थन

जनप्रतिनिधियों सरपंचों और प्रधानों ने कहा जनहितैषी होने का ढकोसला कर रही भाजपा सरकार

गुडग़ांव, 10 अगस्त: सिलोखरा की 12 एकड़ पंचायती भूमि पर प्रस्तावित भाजपा कार्यालय और ग्रुप हाउसिंग अन्यत्र शिफ्ट करने के साथ गांव के विकास का मार्ग प्रशस्त करने की मांग को लेकर पिछले सालभर से आंदोलन कर रहे सिलोखरा सहित 360 गांव के नागरिकों का धरना शुक्रवार को लगातार 32वें दिन जारी रहा। शुक्रवार को धरना स्थल पर  खापों के प्रधानों, जनप्रतिनिधियों, समाजसेवियों, सरपंचों और पंचों के साथ आम जनता और महिलाओं की  भारी भीड़ जमी रही सभी नागरिकों के साथ महिलाओं ने हाथ उठाकर एकजुटता का परिचय देते हुए धर्मस्थली की रक्षा तक धरना जारी रखने का संकल्प दोहराया!
 
धरने को संबोधित करते हुए सरपंच सिलानी विजय भारद्वाज राजस्थान कांग्रेस कमेटी के सचिव विजय सिंह यादव आईएनएलडी सोहना की नेत्री बबीता कराना डॉक्टर के के जैलदार  पंडित मांगेराम प्रधान ब्राह्मण समाज ओम प्रकाश शर्मा पूर्व सरपंच सिलोखरा  अतरसिंह शर्मा पूर्व पंच  हेमंत शर्मा मंजू शर्मा प्रेम शर्मा राजपाल शर्मा पवन शर्मा ललिता शर्मा  आनंद कुमार जय भगवान यादव राजबाला पूर्व सरपंच आदि काफी संख्या में पंचों और सरपंचों के साथ मौजिज लोगों   ने भाजपा सरकार की कार्यप्रणाली पर गहरा रोष व्यक्त करते हुए कहा की सरकार सिलोखरा  सहित 360 गांवों के लोगों के साथ घोर अन्याय कर रही है . अगर सरकार  शीघ्र ही मांगों को पूरी नहीं करती  तो आंदोलन को और विशाल रूप दिया जाएगा नागरिकों ने चेतावनी दी कि अगर सरकार ने सिलोखरा के नागरिकों पर लादा गया फर्जी मुकदमा वापस लेकर समस्त 12 एकड़ जमीन को भाजपा कार्यालय और ग्रुप हाउसिंग से मुक्त नहीं किया तो इसके लिए सड़क से सदन तक संघर्ष किया जाएगा विधानसभा का घेराव करने के साथ ही इस मामले को संसद में भी उठाने की पेशकश की जाएगी और इसका जवाब प्रदेश की भाजपा सरकार को देना होगा।
 
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री स्वयं धरना स्थल पर पहुंचे अथवा प्रतिनिधि को भेजकर भाजपा कार्यालय और ग्रुप हाउसिंग को शिफ्ट करने और विकास कार्य शुरु कराने की अधिकारिक रुप से घोषणा करेंं। नागरिकों ने यह भी मांग रखी  कि भाजपा कार्यालय निर्माण के दौरान  मंदिर को तोड़ने  तालाब को भरने और  400 वर्ष पुराने  पौराणिक पेड़ों को काटने वाले लोगों के खिलाफ  शीघ्र  कठोर कार्रवाई की जाए. धरने का नेतृत्व कर रहे सिलोखरा निवासी वरिष्ठ अधिवक्ता डा. मुकेश शर्मा ने कहा कि मुख्यमंत्री, शासन और प्रशासन द्वारा सिलोखरा सहित 360 गांव के नागरिकों और महिलाओं के साथ बर्बरतापूर्ण व्यवहार किया जा रहा है . उन्होंने कहा कि सिलोखरा सहित आसपास के गांव की महिलाएं पवित्र श्रावण मास में पूजन अर्चन त्यौहार आदि छोड़कर इतने लंबे दिनों से धरने पर बैठी हैं और मुख्यमंत्री लगातार संवेदनहीनता का परिचय दे रहे हैं . सरकार द्वारा महिला सशक्तिकरण पर यह करारा चोट दिया जा रहा है इसके लिए सिलोखरा सहित पूरे गुड़गांव के नागरिक सरकार को क्षमा नहीं करेंगे.
 
डॉ मुकेश शर्मा ने कहा कि मुख्यमंत्री  पिछले करीब साल भर के दौरान  सिलोखरा के आंदोलनरत नागरिकों  को तीन तीन बार  सकारात्मक आश्वासन दे चुके हैं लेकिन धरना स्थल पर  वे स्वयं ना पहुंचकर अथवा अपने प्रतिनिधि को ना भेज कर घोर जनविरोधी होने का परिचय दे रहे हैं महिलाओं द्वारा इतना लंबा आंदोलन चलाने के बावजूद मुख्यमंत्री क्यों मौन धारण किए हुए हैं।
 
सरकार  सिलोखरा के नागरिकों की मांगों को पूरा करने के लिए अब किस शुभ घड़ी का इंतजार कर रही है  डॉ मुकेश शर्मा ने कहा कि  सिलोखरा के नागरिक सरकार से  एकमात्र  न्यायालय के उस आदेश  का अनुसरण करने  की मांग कर रहे हैं जिसके तहत सिलोखरा गांव की 12 एकड़ पंचायती जमीन को धर्मस्थली तालाब और चरागाह के नाम पर हाईकोर्ट द्वारा सुरक्षित रखा गया। डा. मुकेश शर्मा ने कहा कि जिला प्रशासन  द्वारा  मुख्यमंत्री के आदेश पर  गांव में विकास कार्य शुरू कराने के लिए 15 दिन का समय दिया गया था  जबकि  3 माह बीतने के बावजूद  प्रशासन  चुप्पी साधे हुए हैं . 
 
डॉ शर्मा ने कहा कि जब तक मुख्यमंत्री स्वयं धरना स्थल पर नहीं पहुंचते अथवा किसी प्रशासनिक अधिकारी को सरकार के प्रतितिनिधि के रुप में धरनास्थल पर भेजकर सिलोखरा के नागरिकों की मांगों के संबंध में अधिकारिक घोषणा नहीं करवाते तब तक धरना जारी रहेगा और इस दौरान अगर नागरिकों और महिलाओं ने विवश होकर कोई कठोर कदम उठाया तो इसका जवाब मुख्यमंत्री को देना होगा .
 
धरने में देवी राम शर्मा राधेश्याम शर्मा मुंशी राम सैनी रामपत यादव रामेहर यादव चंद्रभान सैनी धर्मवीर शर्मा भरत सिंह पंडित शेर सिंह मामचंद सैनी रणवीर यादव सुंदर लाल यादव जय भगवान देवेंद्र शर्मा भूपसिंह अतर सिंह यादव राजेश शर्मा विजेंद्र देशराज बड़गुर्जर देवी राम यादव अमर सिंह सैनी लक्ष्मीनारायण सैनी राकेश शर्मा सुभाष शर्मा अशोक शर्मा मोनू राजीव शर्मा मनोज शर्मा पवन कुमार आनंद कुमार जय भगवान यादव सतीश शर्मा सुल्तान सिंह विकास शर्मा अमित शर्मा प्रमोद शर्मा आरडब्ल्यूए सूरजपाल बृजमोहन राजीव भारद्वाज अजय कौशिक आशीष शर्मा मनीष शर्मा हेमंत शर्मा शुभम शर्मा शिवांग शर्मा द्वारिका राय विनोद यादव सोमदत्त शर्मा पंडित मुकेश कुमार राजीव सुंदर सिंह ओम प्रकाश सैनी आनंद शर्मा इस्लामपुर नीरज शर्मा एडवोकेट  ममता शर्मा भरपाई कमलेश सावित्री सुमन शर्मा सोनादेवी बसंती शांति यादव भगवानी शर्मा संतोष सुशील शर्मा सुंदर लता अंगूरी मूर्ति शकुंतला चंद्रकला कृष्णा सैनी पूनम शर्मा प्रमिला ओमवती शर्मा आशा शर्मा शारदा शर्मा आदि महिलाओं के साथ काफी संख्या में नागरिक उपस्थित रहे। 

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