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– प्रदेश के तीन मंत्री पहुंचे सम्मान देने
– पहली बार ग्राम पंचायतों के सामाजिक सरोकारों के कार्यों को सरकार द्वारा मान्यता दी गई : प्रो. रामबिलास शर्मा
– आप सेवा अपने गांव की करें और नाम पूरे हरियाणा में हो-ओम प्रकाश धनखड़
– ग्राम पंचायत द्वारा अपने गांव में किए गए अच्छे कामों के लिए सरकार कर रही है उन्हें प्रोत्साहित
– पंचायत मंत्री धनखड़ बोले, हम गांव के गौरव को जगाने आए हैं
– अब ये सितारे गांव की प्रतिष्ठा को तय करेंगे-धनखड़
– 15 अगस्त से पहले प्रदेश के हर गांव में होगा गौरव पट्ट-धनखड़
– गांवो में सुधार होगा तो ही लगेगा की प्रदेश की तरक्की हुई है : राव नरबीर
गुरुग्राम, 13 जुलाई। गुरुग्राम में आज 7 स्टार इन्द्रधनुष पुरस्कार वितरण समारोह का आयोजन करके गुरुग्राम व फरीदाबाद मंडलों की 286 स्टार रेटिड पंचायतों को सम्मानित किया गया। समारोह में हरियाणा के विकास एवं पंचायत मंत्री श्री ओमप्रकाश धनखड़, शिक्षा मंत्री प्रो. रामबिलास शर्मा तथा लोक निर्माण मंत्री राव नरबीर सिंह सहित कई वरिष्ठ अधिकारीगण मौजूद रहे।
समारोह मे उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए हरियाणा के शिक्षा मंत्री प्रो. रामबिलास शर्मा ने कहा कि प्रदेश के विकास एवं पंचायत मंत्री ओमप्रकाश धनखड़ ने प्रदेश में पढ़ी लिखी पंचायते बनवाकर ऐतिहासिक बदलाव किया है। उन्होंने कहा कि यह श्री धनखड़ की सोच का ही नतीजा है कि ग्राम पंचायतों को उनके द्वारा अपने गांव में किए गए कार्य के लिए स्टार रेटिड करके सम्मानित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि पहली बार ग्राम पंचायतों के सामाजिक सरोकारों के कार्यों को सरकार द्वारा मान्यता दी गई है। जो सरपंच अपने गांव में अच्छा काम करेंगे वे आगे भी बार बार चुनकर आएंगे। उन्होंने सरपंचो तथा पंचो से सीधे संवाद करते हुए कहा कि आपकी और हमारी तकदीर साथ साथ है। सन् 2014 में विधानसभा के चुनाव हुए थे और सन् 2015 में पंचायतों के चुनाव हुए थे। इस हिसाब से हमारे एक साल बाद आपको भी चुनाव में जाना है इसलिए अच्छा काम करें, हम भी अच्छा काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि आज आप सबके योगदान के कारण हरियाणा के साथ-साथ देश आगे बढ रहा है।
इससे पहले, अपने विचार रखते हुए प्रदेश के विकास एवं पंचायत मंत्री ओमप्रकाश धनखड़ ने कहा कि ‘जिस प्रकार से आप सेवा अपने माता-पिता की करें और नाम पूरे गांव में हो, उसी प्रकार आप सेवा अपने गांव की करें और नाम पूरे हरियाणा में हो, इस उद्देश्य के साथ यह योजना शुरु की गई है।’ उन्होंने कहा कि ढांचागत सुधार के कार्यो जैसे गली, पंचायत घर, शमशान घाट की चार दिवारी, जोहड़ की रिटेंनिग वॉल बनवाने आदि के कार्यो के साथ पंचायतें पहले भी अपने गांव में सामाजिक सरोकार के कार्य करती रही है परंतु प्रोत्साहन नहीं मिलता था। हमारी सरकार ने पंचायत के उन सामाजिक सरोकार के कामों को मान्यता दी है। हम आप द्वारा अपने गांव में किए गए अच्छे कामों के लिए आपको प्रोत्साहित व आदर करने के लिए आए हैं।
श्री धनखड़ ने कहा कि गांवों में सामाजिक सरोकार के कामों के आधार पर ग्राम पंचायतों की स्टार रेटिंग की यह योजना शुरु की गई है। उन्होंने कहा कि इस पहले वर्ष में प्रदेश की 18 प्रतिशत ग्राम पंचायतों ने सितारें जीते हैं, जिसकी हमें उम्मीद नही थी। उन्होंने कहा कि उम्मीद यह थी कि प्रदेश की 5 से 6 प्रतिशत ग्राम पंचायतें ही स्टार रेटिंग में आ पाएंगी। साथ ही यह उम्मीद जगा दी है कि अगले वर्ष और ज्यादा ग्राम पंचायतें सितारे जीतने में सफल होंगी तथा जिन्होंने इस बार सितारे जीते हैं वे पंचायते अगली बार और ज्यादा सितारे जीतने में सफल होंगी। श्री धनखड़ ने कहा कि हम गांव के गौरव को जगाने आए हैं। उन्होंने कहा कि गांव का विकास हमने केवल एक तरह से नही किया बल्कि कई परिदृश्यों में किया है। अब प्रदेश में युवा पंचायते हैं, इन्हें प्रशिक्षण दिया गया कि अपने गांव को ऐसा बनाएं जिससे देश में हमारे प्रदेश के गांवों की चर्चा हो। पंचायत मंत्री ने कहा कि पहले गांवों में क्या माहौल था, गांव से निकलकर लोग शहर में चले गए और शहर से भी निकलकर विदेश चले गए। अपनी संस्कृति व अपने गांव को भूल गए। शहर में एक दो प्लाट ले लिए, उनका गुणगान करते थे। उन्होंने कहा कि उन्नति के लिए चाहे कहीं चले जाएं परंतु अपने गांव, अपनी पृष्ठ भूमि को ना भूले और गर्व से बताएं कि मैं उस गांव से हूं।
श्री धनखड़ ने कहा कि गांव की संस्कृति, सभ्यता तथा आर्थिक समृद्धि हो, यह हमारा ध्येय है। साथ ही उन्होंने कहा कि अब ये सितारे गांव की प्रतिष्ठा को तय करेंगे, ग्रामीण क्षेत्र में बदलाव की यह शुरुआत है। ग्रामीणों में अपने गांव को और बेहत्तर बनाने का जज्बा पैदा हुआ है। पंचायत मंत्री ने कहा कि अपने गांव का गौरव बढाने वाले लोगों का हम सम्मान करें, आदर करें और उनके नाम गांव के बाहर गौरव पट्ट पर लिखवाने की योजना शुरु की हुई है। उन्होंने कहा कि आगामी 15 अगस्त से पहले प्रदेश के हर गांव में गौरव पट्ट होगा। उन्होंने ग्राम पंचायतों से कहा कि गांव के कंधो पर लगे इन सितारों को उतरने मत देना। आज आपके पुरूषार्थ का, जो काम आपने अपने गांव में किए, उसे सम्मान देने के लिए हम यहां आए हैं। अगली बार आप और आगे बढ़े। उन्होंने कहा कि आज 286 ग्राम पंचायतों में से 105 पंचायतें ऐसी हैं जिनके गांव का एक भी बच्चा घर में नहीं रहता बल्कि सभी बच्चे स्कूल जाते हैं। इसी प्रकार 282 पंचायतें ऐसी हैं जिन्होंने अपने गांव में शांति, सद्भाव और भाईचारा कायम रखते हुए बहादुरी का स्टार जीता है तथा 60 पंचायतों ने लिंग अनुपात में बेहतरी के लिए स्टार जीते हैं। उन्होंने बताया कि 38 पंचायतों ने अपने गांव पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में सराहनीय कार्य किया है और 7 पंचायतें ऐसी हैं जिन्होंने सभी क्षेत्रों में अच्छा काम करके गुड गवर्नेंस का स्टार जीता है।
हरियाणा के लोक निर्माण मंत्री राव नरबीर सिंह ने भी ग्राम पंचायतों को स्टार रेटिड करने की इस नई शुरुआत की प्रशंसा करते हुए कहा कि उन्हें उम्मीद नहीं थी कि यह योजना इतनी जल्दी लागू हो जाएगी। उन्होंने कहा कि हमारी ग्रामीण पृष्ठ भूमि है और गांवों में सुधार व बदलाव आएगा तो ही लगेगा कि प्रदेश की तरक्की हुई है। उन्होंने प्रदेश में स्वामीनाथन रिपोर्ट लागू करने के लिए श्री धनखड़ को बधाई दी और कहा कि हमारा यह दक्षिण हरियाणा का क्षेत्र बाजरा उगाने वाला क्षेत्र है। इस बार बाजरे के न्यूनतम समर्थन मूल्य में 96 प्रतिशत बढोत्तरी की गई है, जोकि एक कीर्तिमान है। राव नरबीर सिंह ने सभी पंच सरपंचो से कहा कि चुनने के बाद उन्हें गांव में समान रूप से काम करवाने चाहिए तभी वे अगली बार ज्यादा वोटो से जीतकर आएंगे।
समारोह में गुरुग्राम के विधायक उमेश अग्रवाल ने बोलते हुए कहा कि पहले सरकार ग्रामीण विकास के नाम पर केवल गलियां बनाती थी या पंचायत घर। पहली बार श्री धनखड़ ने गांवों की स्टार रेटिंग योजना बनाई जिनसे अब अन्य राज्य भी प्रेरणा ले रहे हैं। उन्होंने आज के कार्यक्रम में गुरुग्राम जिला की सबसे अधिक 197 पंचायतों को सम्मानित किए जाने पर उन्हें बधाई दी।
आज के समारोह में गुरुग्राम व फरीदाबाद मण्डलों के अंतर्गत पडऩे वाले 6 जिलों की स्टार रेटिड 286 पंचायतों को सम्मानित किया गया। उनमें फरीदाबाद जिला से 19, मेवात से 33, पलवल से 19, गुरुग्राम से 197, महेंद्रगढ़ से 14 तथा रेवाड़ी जिला से 4 पंचायतें शामिल हैं। इन पंचायतों को 4 करोड़ 97 लाख रूपए के ईनाम भी दिए गए, जिसमें फरीदाबाद व मेवात जिला को 36-36 लाख रूपए, पलवल को 25.5 लाख रूपए, गुरुग्राम को 3 करोड़ 76 लाख रूपए, महेंद्रगढ़ को 16.5 लाख रूपए तथा रेवाड़ी को 7 लाख रूपए के ईनाम मिले। यह राशि आरटीजीएस से सीधे ग्राम पंचायतों के खाते में डाली गई है।
इस मौके पर विकास एवं पंचायत विभाग के प्रधान सचिव सुधीर राजपाल, निदेशक संजय जून ने भी अपने विचार रखे तथा समारोह में पहूंचे सभी अतिथियों का स्वागत किया। समारोह में सोहना के विधायक तेजपाल तंवर भी पहुंचे थे लेकिन उनका तावडू़ में पूर्व निर्धारित कार्यक्रम होने की वजह से वे बीच में ही चले गए।
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