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नई दिल्ली।
रक्षा मंत्रालय ने मिलिट्री स्टेशनों/छावनियों/प्रशिक्षण संस्थानों में 238 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से 17 नये बैफल फायरिंग रेंज बनाने की स्वीकृति दे दी है। इससे दक्षिण कमान को सात रेंज, पूर्वी कमान को तीन रेंज, उत्तरी कमान को दो रेंज और दक्षिण-पश्चिम तथा मध्य कमान को एक-एक रेंज प्राप्त होंगे। मध्य कमान में एक रेंज का प्रस्ताव ऑफिसर्स ट्रेनिंग अकादमी, गया के लिए किया गया है। यह 17 फायरिंग रेंज देश के 60 फायरिंग रेंजों के अतिरिक्त होंगे। प्रस्तावित बैफल फायरिंग रेंज से 300 से 500 मीटर तक फायरिंग करने में सहायता मिलेगी।
बैफल फायरिंग रेंज शूटिंग अभ्यास क्षेत्र होते हैं, जो गोली चलने से संभावित दुर्घटना रोकते हैं। सैनिक छावनियों के आसपास आबादी बढ़ने से हाल के वर्षों में इस तरह की संभावित घटनाएं कई गुना बढ़ी हैं। सशस्त्र बलों की प्रशिक्षण आवश्यकताओं पर प्रतिकूल प्रभाव डाले बिना इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए रक्षा मंत्रालय ने अतिरिक्त बैफल रेंजों को मंजूरी दी है।
बैफल फायरिंग रेंज शूटिंग अभ्यास क्षेत्र होते हैं, जो गोली चलने से संभावित दुर्घटना रोकते हैं। सैनिक छावनियों के आसपास आबादी बढ़ने से हाल के वर्षों में इस तरह की संभावित घटनाएं कई गुना बढ़ी हैं। सशस्त्र बलों की प्रशिक्षण आवश्यकताओं पर प्रतिकूल प्रभाव डाले बिना इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए रक्षा मंत्रालय ने अतिरिक्त बैफल रेंजों को मंजूरी दी है।