कुरुक्षेत्र का ब्रह्मसरोवर भारत सरकार की 30 प्रतिष्ठित धार्मिक स्थलों की स्वच्छ आइकोनिक सूची में शामिल

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चंडीगढ़, 3 जुलाई : हरियणा के कुरुक्षेत्र के पवित्र ब्रहमसरोवर को भारत सरकार ने स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत तीसरे चरण में स्वच्छ आइकोनिक स्थान कार्यक्रम में देश के 30 प्रतिष्ठित धार्मिक स्थलों की सूचि के लिए चयन कर लिया है। इस सूचि में ताजमहल, स्वर्ण मंदिर, तिरुपति बालाजी मंदिर आंध्रप्रदेश, सोमनाथ मंदिर जैसे 30 प्रतिष्ठित धार्मिक स्थलों का नाम शामिल है। सरकार के इस निर्णय से कुरुक्षेत्र का नाम पर्यटन और धार्मिक क्षेत्र में एक ओर नया मुकाम हासिल करेगा। इस प्रोजैक्ट को भारत सरकार के पेयजल और स्वच्छता मंत्रालय के साथ-साथ गृह एवं शहरी कार्य विभाग भारत सरकार, पर्यटन एवं सांस्कृतिक विभाग राज्य सरकार के सहयोग से पूरा किया जाएगा।
इस संबंध में जानकारी देते हुए एक प्रवक्ता ने बताया कि भारत सरकार ने देश के 30 प्रतिष्ठित धार्मिक स्थलों को तीन चरणों में स्वच्छ बनाने का निर्णय लिया है। इस निर्णय के अनुसार तीसरे चरण में 10 तीर्थो को स्वच्छ प्रतिष्ठित धार्मिक स्थलों की सूचि में शामिल किया है, जिसमें कुरुक्षेत्र के ब्रहमसरोवर का नाम भी शामिल है। इसके अलावा श्री राघावेन्द्रा स्वामी मठ आंध्र्रप्रदेश, हजर द्वारी कलेश, विधुर कुटी मंदिर उतर प्रदेश, माना गांव उतराखंड, श्री नरवासुकी मंदिर उतर प्रदेश, इमा केयतल मणिपुर, श्री धर्मा षष्टा मंदिर केरला और कानवेश्रम उतराखंड को भी प्रतिष्ठित धार्मिक स्थलों में शामिल किया गया है।
प्रवक्ता ने बताया कि हैदराबाद में 25 और 26 जून 2018 को भारत सरकार की तरफ से दो दिवसीय कान्फ्रेंस का आयोजन किया गया था। इस कान्फ्रेंस में कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड के मानद सचिव ने भी शिरकत कर कुरुक्षेत्र के पर्यटन, धार्मिक स्थलों के इतिहास ओर महता के बारे में विस्तार से सबके समक्ष रखा था, हालांकि राज्य सरकार और कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड की तरफ से पिछले डेढ सालों से ब्रहमसरोवर को देश के प्रतिष्ठित धार्मिक स्थलों की सूचि में शामिल करवाने का प्रयास लगातार चल रहा था। इस कान्फेंंस के जरिए हरियाणा की तरफ से रखे गए पक्ष को सहजता से स्वीकार किया गया और ब्रहमसरोवर को 30 प्रतिष्ठित धार्मिक स्थलों की सूचि में शामिल कर लिया गया।
उन्होंने बताया कि भारत सरकार ने ब्रहमसरोवर को स्वच्छ बनाने का निर्णय लिया है ताकि इस पवित्र सरोवर को देखने के लिए देश-दुनिया से लाखों पर्यटक पहुंचे और स्वचछ भारत का संदेश लेकर अपने देश और प्रदेश में लोटे। भारत सरकार ने इस प्रोजैक्ट को पेयजल एवं स्वचछता मंत्रालय के साथ-साथ गृह एवं शहरी कार्य विभाग भारत सरकार, पर्यटन एवं सांस्कृतिक विभाग राज्य सरकार, नगर परिषद के सहयोग से पूरा किया जाएगा। इसके लिए सरकार ने एक प्रस्ताव तैयार करने के आदेश भी दिए है।
प्रवक्ता ने बताया कि भारत सरकार ने प्रथम चरण में मीनाक्षी मंदिर तमिलनायडू, अजमेर शरीफ राजस्थान, छत्रपति शिवाजी टर्मिनस महाराष्ट्र, श्री जगन्नाथ मंदिर पूरी उड़ीसा, मामकर्णिका घाट वाराणसी उतर प्रदेश, स्वर्ण मंदिर अमृतसर, काम्यका मंदिर देवी आसाम, ताजमहल आगरा उतर प्रदेश, श्री वैष्णो देवी माता मंदिर जम्मू कश्मीर, तिरुमला तिरुपति मंदिर आंध्र प्रदेश को शामिल किया गया था और दूसरे चरण में श्री महाकालेश्वर मंदिर उज्जैन, चार मीनार हैदराबाद, कान्वेंट एंड चर्च गोवा, सोमनाथ मंदिर गुजरात, गोमहेश्वरा स्टेचू कर्नाटका, कालाडी इरनाकुल्लम केरला, गंगोत्री व यमुनोत्री मंदिर उतराखंड, गया तीर्थ बिहार, वैधनाथ मंदिर झारखंड को शामिल किया गया था।
उन्होंने बताया कि कुरुक्षेत्र के ब्रहमसरोवर का देश के 30 प्रतिष्ठित धार्मिक स्थलों में शामिल होना एक बड़ी उपलब्धि है। भारत सरकार के आदेशानुसार ब्रहमसरोवर के घाटों, शौचालयों, साफ-सफाई, डस्टबीन, डम्पर आदि सहित अन्य आधुनिक सुविधाओं को जहन में रखकर एक योजना तैयार की जाएगी। इस योजना को सरकार के पास भेजा जाएगा ताकि सरकार इस योजना को सीएसआर के माध्यम से अमलीजामा पहनाने का काम करे।
प्रवक्ता ने बताया कि सरकार की तरफ से स्वर्ण मंदिर, ताजमहल की तर्ज पर ब्रहमसरोवर को स्वच्छ बनाने का काम किया जाएगा। भारत सरकार के इस निर्णय से कुरुक्षेत्र को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर एक नई पहचान मिलेगी। हालांकी सरकार द्वारा ब्रहमसरोवर में निरंतर स्वच्छ जल प्रवाह की परियोजना को पहले ही अमलीजामा पहनाने की तरफ कदम बढ़ाया है। यह परियोजना शीघ्र ही पूरी होने जा रही है।
उन्होंने बताया कि भारत सरकार ने जिन 30 धार्मिक स्थलों को प्रतिष्ठित धार्मिक स्थलों की सूचि में शामिल किया है, उन सभी धार्मिक स्थलों को प्लास्टिक फ्री बनाया जाएगा। इसी कड़ी में ब्रहमसरोवर को भी प्लास्टिक फ्री बनाया जाएगा। इसके लिए सभी के सहयोग की जरुरत होगी।

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