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: भूत उतराने के लिए 30 वर्षीय महिला को करीब पांच फीट गडढे में गर्दन तक दबा दिया था
: बिरादी तौर पर मामला सिमटाने के लिए दोनो पक्षों की अभी पंचायत चल रही है
: पुलिस ने कहा मामला संज्ञान में है शिकायत आने पर होगी कार्रवाई
यूनुस अलवी
मेवात
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भले ही आधुनिक दौर में चल रहा है लेकिन आज भी भूत-प्रेत का इलाज टोटका और नक्स-ताबीज देने वालों के पास होता है। ऐसी ही मामला पुन्हाना खंड के गांव शाहचौखा में सामने आया है जां नक्स-ताबीज देने वाली सहिदा नाम की महिला ने शैतानी हरकत यानि भूत प्रेत उतराने के चक्कर में तीन बच्चों की मां प्रमीना की जान ले ली। महिला को करीब पांच फीट गडढे यानी गर्दन तक जमीन में दबा दिया। महिला की मृत्यु होने पर उसे जबरजस्ती कार में बेठाकर उसके गांव भूडपुर पलवल भेज दिया। मामले को बिरादरी तौर पर सुलझाने के लिए दोनों पक्षों की गांव शाहचौखा में शाम आठ बजे तक पंचायत चल रही है।
पलवल जिले के गांव भूडपुर-उटावड निवासी साकिर ने बताया कि उसके तीन बच्चे हैं। उसकी तीस वर्षीय पत्नि प्रमीना को ऊपरी यानि भूत-प्रेत की शिकायत है। उसने पहले तो प्रमीना को सरकारी और प्राईवेट डाक्टरों को दिखाया जब उसका कहीं इलाज नहीं हुआ तो लोगों ने बताया कि प्रमीना को ऊपरी हरकत यानि भूत-प्रेत है। इसी वजह से वह प्रमीना को पुन्हाना खंड के गांव शाहचौखा में नक्स-ताबीज से भूत-प्रेत का इलाज करने वाली साहिदा के के पास मंगलवार को के ले गया। भूत-प्रेत उतारने वाली महिला साहिदा ने कहा कि उसका इलाज हो जाऐगा घबराने की कोई बात नहीं हैं। आरोपी महिला और उसके पति ने प्रमीना का इलाज नक्स-ताबीज से करने की बजाऐ उसे अपने ही आंगन में करीब पांच फीट गडढा खोदकर जमीन में गर्दन तक दबा दिया। प्रमीना गड्ढे में करीब दो घंटे तक रही। प्रमीना चिल्ला रही थी कि उसे निकालो उसे घबराहत हो रही है नहीं तो वह मर जाऐगी। लेकिन इलाज करने वाली महिला और उसके पति ने उसकी एक नहीं सुनी और करीब दो घंटे बाद उसकी मौत हो गई।
पीडित साकिर का कहना है कि उसने प्रमीना को जमीन से निकालने के लिए बहुत जोर दिया। वह घूब चिल्लाया और रोने लगा की प्रमीनो को जमीन के गड्ढे से निकाल दो नहीं तो वह मर जाऐगी। लेकिन आरोपी महिला और उसके पति ने जमीन में से निकालने का साफ इंकार कर दिया और कहा कि भूत-प्रेत का ऐसे ही इलाज होता है। साकिर का कहना है कि जब प्रमीना की आंखो का तौर रूकने लगा तब भी उसने बहुत कहा प्रमीना को बहार निकाल दो। जब भी वह उसे निकालने की बात करता तो आरोपी महिला और उसका पति उसे पीटने दौडते। आखिर कार करीब दो घंटे तक जमीन में दबी होने की वजह से प्रमीना की मौत हो गई।
साकिर का कहना है कि जब प्रमीना को गडढे से निकाला हो वह मर चुकी थी। उसने नक्स देने वाली साहिदा से कहा कि उसकी पत्नि की मौत हो गई है। उन्होने उसकी एक नहीं सुनी उल्टा कहने लगे कि इसका भूत उतर गया है। अब ये आराम कर रही है थोडी देर बाद बाबा आऐगा वह उसको ठीक कर देगा। उसके बाद आरोपी महिला ने कार मंगवाई और जबरजस्ती उसको और मृतक पत्नि को गांव भूडपुर भेज दिया। साकिर का कहना है कि जब प्रमीना को घंटों तक हौश नहीं आया तो परिवार और गांव के लोगों ने उसे मरा मान लिया।
साकिर का कहना है कि वह अपनी मृतक पत्नि को लेकर पिनगवां थाने लेकर जा रहा था अचानक गांव शाहचौखा के लोगों ने उसे रोक लिया की हो सकता है तुम्हारा बिरादरी तौर पर फैंसला हो जाऐ। साकिर का कहना है कि शाहचौखा में उसकी कई रिश्तेदारी है। फिलहाल वह पंचायत में हैं अगर बिरादरी ने आरोपियों को कठोर सजा नहीं दी तो वह पुलिस कार्रवाई करेगा।
क्या कहती है पुलिस
वहीं पिनगवां थाना प्रभारी पंकज कुमार का कहना है कि जैसे ही उनको सूचना मिली पुलिस टीम को मौके पर गांव शाहचौखा भेज दिया था। मौके पर मृत्क महिला और उनका कोई परिजन नहीं मिला और ना ही अभी तक उनको कोई लिखित शिकायत नहीं मिली है। शिकायत मिलने पर उचित कार्रवाई की जाऐगी।