बड़े आन्दोलन की तैयारी में संयुक्त हिन्दू संघर्ष समिति

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संयुक्त हिन्दू संघर्ष समिति की खुले में नमाज पढ़े जाने को लेकर फिर हुई बैठक

जिला प्रशासन को दी चेतावनी : 9 सूत्री मांग मानो, अन्यथा आन्दोलन करेंगे  

सदस्यों ने कहा ,समिति हर बड़ी से बड़ी लड़ाई लड़ने में सक्षम

प्रशासन तय सीमा तक निकाले 9 सूञीय मांगो का हल

गुरुग्राम। 31 मई :  संयुक्त हिन्दू संघर्ष समिति ने खुले में नमाज पढ़े जाने के सन्दर्भ में आज फिर एक बैठक में कड़े तेवर दिखाते हुए कहा है कि समिति अपने मुद्दों पर अडिग है और आवश्यकता पड़ने पर बड़े जनआन्दोलन चलाने से पीछे नहीं हटेगी । समिति को औपचारिक तौर पर बीस हिन्दू एवम सामाजिक संगठनों का समर्थन प्राप्त है।

उल्लेखनीय है कि गत 20 मार्च से हिन्दू संगठनों द्वारा खुले में बिना अनुमति नमाज पढ़े जाने का लगातार विरोध किया जा रहा है और औपचारिक तौर पर स्वयं प्रदेश के मुख्यमंत्री इस मांग पर अपनी सहमति जता चुके है। नगर में तत्कालीन कार्यरत बीस से ऊपर हिन्दू और सामाजिक संगठनों को मिलाकर गठित संयुक्त हिन्दू संघर्ष समिति इस मुद्दे को लेकर आन्दोलनरत है ।

जिस हेतु समिति ने 9 सूञीय मांगपञ अधिकारियों को सौंपा हुआ है । प्रशासन के साथ तीन अलग- अलग चरणों में हुई वार्ता उपरांत प्रशासन ने रमजान तक का समय उक्त मांगो के उचित निराकरण हेतु मांगा था । जिस पर समिति ने निर्धारित समय सीमा तक हर हाल में हल निकाले जाने के आश्वासन पर बड़ा आन्दोलन न किए जाने का प्रशासन के आग्रह पर सहमति दर्शाई थी।

आज सैक्टर 7 स्थित विवेकानंद ग्लोबल स्कूल स्थित परिसर में संलग्न कैम्प कार्यालय पर समिति से जुड़े सभी हिन्दू संगठनों के पदाधिकारीयो की आकस्मिक बैठक आयोजित की गई । जिसमें वक्ताओं ने कहा कि समिति हर बड़ी से बड़ी लड़ाई लड़ने में सक्षम है । आवश्यकता पड़ी तो बड़ा जनआन्दोलन किए जाने से पीछे नही हटा जाएगा । प्रशासन के आग्रह पर जब समिति अपना रूख पूर्व में ही आन्दोलन को हल निकालने की तय समय सीमा तक विराम किए जाने का आश्वासन दे चुकी है तो ऐसे में पचासो मजिस्ट्रेट अथवा हजारों पुलिस कर्मियों के संरक्षण में नमाज अता करवाना तर्कसंगत प्रतीत नहीं होता है । समिति ने तुष्टिकरण की नीति के चलते रोहिंग्या मुसलमानों को जनप्रतिनिधियो द्वारा लाखों की रकम बांटे जाने और अन्य सुविधाओं को उपलब्ध कराने जैसे प्रयासों को राष्ट्र की अस्मिता को खतरा बताते हुए कहा कि पहले आवश्यक है कि यह पहचान हो कि सम्बंधित व्यक्ति की नागरिकता क्या है और उसके पास भारतीयता का कोई प्रमाण है अथवा नहीं ।समिति ने प्रशासन को गुडगाँव में बिना किसी नागरिकता के रह रहे ऐसे लोगों की कड़ाई से जांच किए जाने का भी आग्रह किया ।

संयुक्त हिन्दू संघर्ष समिति ने गत शुक्रवार को एक जगह से दूसरी जगह नमाज अता करने जाते मुस्लिम वर्ग के लोगों को 12 बजे से 4 बजे तक यातायात नियमों में राहत पर प्रशासन को चेताया कि नियम और कानून सभी वर्गों पर समान रूप से लागू हो , जिसमे किसी प्रकार का भेदभाव अथवा वर्ग विशेष को छूट का प्रावधान न हो। समिति के संरक्षक नत्थू सिंह सरपंच ने प्रशासन से कहा कि वह माञ तुष्टिकरण से नही नियमों और कानून को सर्वोपरि मानते हुए आवश्यक कार्यवाही करें ।

समिति के संयोजक महावीर भारद्वाज ने कहा कि प्रशासन हिन्दू समाज के संयम को समझते हुए सही निर्णय ले। माञ किसी वर्ग को खुश रखने की अपेक्षा संविधान और नियमों की प्राथमिकता को ध्यान दे। अवकाश प्राप्त न्यायाधीश अनिल कुमार विमल ने मुस्लिम पर्सनल ला की बैठक में जानकारी देते हुए कहा कि कानून के मुताबिक खुले में नमाज अथवा विवादित स्थान पर नमाज पढ़ा जाना निश्चित गलत प्रक्रिया है जिसमें बदलाव आवश्यक है।

आज की संयुक्त बैठक में संरक्षक नत्थूसिंह सरपंच के अतिरिक्त 360 गाँवों के चौधरी श्याम सिंह ठाकरान ,संयोजक महावीर भारद्वाज ,अवकाश प्राप्त न्यायाधीश अनिल कुमार विमल ,ब्रह्मप्रकाश कौशिक ,राजीव मित्तल , गौतम सैनी, रविन्द्र कालिया, संजय
ठकराल, सुनील कुमार, एन के बजाज, ,सुरेश फौजी ,मातादीन ,अमित कुमार कन्हई उपस्थित थे।

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