परीक्षा केन्द्रों पर नहीं थे पुलिस सुरक्षा के इंतजाम
स्टूडेंट्स और पेरेंट्स सुबह 6 बजे से ही होने लगे थे जमा
सुभाष चौधरी/प्रधान संपादक
नई दिल्ली : देश में मेडिकल एंट्रेंस के रूप में नीट 2018 की परीक्षा रविवार सुबह 10:00 बजे शुरू हो गई जो दोपहर एक बजे तक चलेगी . एग्जाम सेंटर में प्रवेश के लिए दो फेज में व्यवस्था की गई थी. फर्स्ट फेज के स्टूडेंट्स की इंट्री सुबह 7:30 बजे से 8:30 बजे तक हुई जबकि दूसरे फेस के परीक्षार्थियों की एंट्री सुबह 8:30 बजे से 9:30 बजे तक चली. गुरुग्राम के सुशांत लोक फेज वन स्थित DPS स्कूल में भी लगभग 1000 बच्चे परीक्षा दे रहे हैं .यहां हजारों की संख्या में बच्चों के पेरेंट्स सुबह 6:00 बजे 6:30 बजे से ही जमा होने लगे थे. कई स्कूल आवासीय कॉलोनी में अवस्थित है इसलिए गाड़ियों की भीड़ इतनी ज्यादा हो गई की गलियों में ट्रैफिक जाम हो गए. सुरक्षा के ख़ास इंतजाम नहीं दिखे. एग्जाम सेण्टर के लोग अपनी सुरक्षा के भरोसे ही दिखे.
देश के 150 शहरों में आज यह परीक्षा आयोजित की जा रही है. बताया जाता है कि CBSE जो नीट 2018 परीक्षा आयोजित करने के लिए जिम्मेदार है की ओर से देश के सभी केंद्रों पर आवश्यक परीक्षा सामग्री शनिवार को ही पहुंचा दी गई थी. कहा जा रहा है कि परीक्षा केंद्रों की सुरक्षा कड़ी कर दी गई है लेकिन गुरुग्राम के कई ऐसे सेंटर हैं जहां पेरेंट्स की और बच्चों की भीड़ तो थी लेकिन एक भी पुलिसकर्मी सेंटर के आसपास नहीं दिखे. आज देश भर में कुल 13 .36 लाख स्टूडेंट्स इस परीक्षा में शामिल हो रहे हैं. इसमें से 52000 एमबीबीएस की सीट के लिए उनका चयन होगा.
उल्लेखनीय है कि पिछले वर्ष में इस परीक्षा के माध्यम से लगभग 20 लाख छात्रों एवम छात्राओं का चयन किया गया था जिन्हें मेडिकल में एडमिशन के लिए क्वालीफाई घोषित किया गया था. इस वर्ष CBSE की 10th 12th की परीक्षा में क्वेश्चन पेपर लीक होने को लेकर बहुत किरकिरी हो चुकी है इसलिए समझा जाता है कि CBSE की ओर से इस बार इस परीक्षा को लेकर कड़ाई बरती जा रही है. दावा किया जा रहा है कि दिल्ली एनसीआर सहित देश के 150 शहरों में आयोजित हो रही नीट 2018 की परीक्षाओं के लिए घोषित परीक्षा केंद्रों की सुरक्षा कड़ी की गई है लेकिन गुरुग्राम के कई परीक्षा केंद्रों के बाहर का नजारा यह बताता है कि पुलिस की मुकम्मल व्यवस्था नहीं थी. cbse ने परीक्षार्थियों के लिए 2 दिन पहले से ही अपने दिशा निर्देश जारी कर दिए थे. लगातार SMS से भी उनके पेरेंट्स और बच्चों की मोबाइल पर बताया जा रहा था कि क्या लेकर उन्हें प्रवेश मिलेगा और किन वस्तुओं को लेकर वह एग्जाम सेंटर में नहीं जा सकेंगे.
उन्हें इस बार केवल एडमिट कार्ड और एक फोटो लेकर परीक्षा केंद्र पर पहुंचने का निर्देश दिया गया था. हलाकि केंद्र के आस पास पहुंचे पेरेंट्स और बच्चों में इस बात को लेकर चिंता बनी हुई थी लगातार कि उनके कपड़े कैसे हो , उन्होंने जूते पहनने हैं या नहीं, शूज या सैंडल पहन कर जाए या फिर घड़ी पहनकर जाएं या नहीं जाए. इसको लेकर दुविधा की स्थिति बनी हुई थी. परीक्षा केंद्रों की व्यवस्था में लगे प्रतिनिधियों की ओर से पेरेंट्स को और बच्चों को CBSE के दिए गए निर्देश के अनुसार ही प्रवेश कराया जा रहा था.