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– मुख्यमंत्री ने रखी आधारशिला , गांव बंधवाड़ी के लिए की कई घोषणाएं
– सयंत्र का अध्ययन करने निगम पार्षद के नेतृत्व में तीन सदस्यीय दल जाएगा चीन दौरे पर
– सयंत्र की बिजली उत्पादन क्षमता 25 मेगावाट होगी, अगस्त 2019 तक होगा तैयार
गुरुग्राम, 13 अप्रेल। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने आज गुरुग्राम जिला के गांव बंधवाड़ी में एकीकृत ठोस कचरा प्रबंधन योजना के तहत कचरे से बिजली बनाने के सयंत्र की आधारशिला रखी और गांव बंधवाड़ी को कई सौगाते दी जिनमें गांव बंधवाड़ी वासियों का अगले पांच साल तक गृहकर माफ, उनके घरेलु बिजली का आधा खर्च नगर निगम वहन करेगा तथा सैक्टर 58 से गांव बालियावास तक सडक़ का निर्माण शामिल हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि बंधवाड़ी गांव के निकट कचरे से बिजली बनाने का सयंत्र राष्ट्रीय ग्रीन ट्राईब्यूनल की शर्तांें को पूरा करते हुए लगाया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस सयंत्र को लेकर कल उनसे बंधवाड़ी गांव के लोग मिले थे जिसके बाद उन्होंने इस विषय पर विचार किया। उन्होंने कहा कि इस प्रकार के सयंत्र के बारे में अध्ययन करने के लिए उस क्षेत्र के नगर निगम पार्षद महेश दायमा के साथ गांव बंधवाड़ी के दो शिक्षित व्यक्तियों को चीन के दौरे पर भेजा जाएगा। उनके आने के बाद ही इस पर अंतिम फैसला लिया जाएगा।
उन्होंने कहा कि यह सयंत्र लगभग 502 करोड़ रूपए की लागत से बनेगा और अगस्त 2019 तक बनकर तैयार होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि यहां पर लीचेट ट्रीटमेंट प्लांट बनाया जा रहा है ताकि भूमिगत जल दूषित ना हो और यह ट्रीटमेंट प्लांट इस माह के अंत तक चालू हो जाएगा। उन्होंने कहा कि इस सयंत्र से 25 मेगावाट बिजली बनेगी। उन्होंने स्मरण करवाया कि 2 अक्तुबर 2014 को प्रधानमंत्री द्वारा स्वच्छ भारत अभियान की शुरूआत की गई थी और उसके बाद हरियाणा में स्वच्छ भारत – स्वच्छ हरियाणा अभियान शुरू किया गया जिसके तहत प्रदेश के सभी शहर व गांव खुले में शौचमुक्त (ओडीएफ)हो चुके हैं। अब ओडीएफ से ओडीएफ प्लस की ओर अग्रसर हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि फरीदाबाद और गुरुग्राम दोनों औद्योगिक नगर हैं। फरीदाबाद को केंद्र सरकार द्वारा स्मार्ट सिटी प्रोजैक्ट के तहत लिया हुआ है और गुरुग्राम को राज्य सरकार सुपर स्मार्ट सिटी बनाएगी। उन्होंने गांव बंधवाड़ी की मांगों का उल्लेख करते हुए सैक्टर-58 से गांव बालियावास तक 4 किलोमीटर की सडक़ बनवाने की घोषणा की। साथ ही उन्होंने कहा कि नगर निगम में जो गंाव शामिल हुए थे उन्हें एक वर्ष के गृहकर की छूट दी गई थी लेकिन गांव बंधवाड़ी वासियों के लिए गृहकर की छूट अगले पांच साल तक रहेगी। इसके अलावा मुख्यमंत्री ने गांव बंधवाड़ी वासियों के घरेलु बिजली बिल का आधा खर्च नगर निगम द्वारा दिए जाने की भी घोषणा की। उन्होंने कहा कि नगर निगम क्षेत्र में आए गांवों के विकास का पूरा ध्यान रखा जाएगा। मुख्यमंत्री ने इस मौके पर एक मोबाइल डिस्पेंसरी वैन को झण्डी दिखाकर रवाना किया।
इससे पहले अपने विचार रखते हुए शहरी स्थानीय निकाय मंत्री कविता जैन ने कहा कि बंधवाड़ी का यह सयंत्र देश का अनूठा सयंत्र होगा। उन्होंने कहा कि कचरे की श्रोत के स्थान पर छंटनी की जानी आवश्यक है। उन्होंने आम जनता से आह्वान किया कि हमें अपनी आदतों को बदलना होगा और स्वच्छता को जीवन में आदतों में शामिल करना होगा। उन्होंने कहा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तथा मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने स्वच्छता को जन-जन का अभियान बना दिया है। उन्होंने बंधवाड़ी वासियों की इस सयंत्र के प्रति संशयों पर बोलते हुए कहा कि गांव वासियों की पूर्व की अवधारणाएं गलत साबित होंगी।
उन्होंने बताया कि प्रदेश को 15 कलस्टरों में बांटा गया है। गुरुग्राम तथा सोनीपत कलस्टरों में कचरे से बिजली बनाने के सयंत्र लगाए जाएंगे। श्रीमति जैन ने कहा कि कचरा आज एक ग्लोबल समस्या बन चुकी है और कचरे के पहाड़ पूरे देश के लिए चिंता का विषय है, इसलिए कचरे के निस्तारण का प्रबंध करना जरूरी है।
इस मौके पर लोक निर्माण तथा वनमंत्री राव नरबीर सिंह ने कहा कि पिछली सरकार के समय बंधवाड़ी के निकट कचरा प्रबंधन का प्लांट जलकर राख हो गया था और तीन साल से यहां कचरा समस्या बना रहा लेकिन किसी ने कुछ नही किया। वर्तमान भाजपा सरकार ने कचरा निस्तारण के लिए यहां प्लांट लगाने की कार्यवाही शुरू की है और इसमें कचरे से बिजली भी बनेगी। उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री विपुल गोयल ने कहा कि हरियाणा बहुत सारे विषयों में अग्रणी है और उसी प्रकार अब स्वच्छता में भी प्रदेश वासियों के सहयोग से हरियाणा प्रदेश देश में अव्वल रहेगा, ऐसा उनका विश्वास है। उन्होंने कहा कि कचरे से बिजली बनाने के विश्व में 2200 सयंत्र लगे हुए हैं जिनमें से 8 भारत में हैं। हरियाणा का पहला सयंत्र गांव बंधवाड़ी के नजदीक लगाया जा रहा है जो देश का सबसे बड़ा सयंत्र होगा। इकोग्रीन के सीईओ अंकित अग्रवाल ने एक प्रैजेन्टेशन के माध्यम से फरीदाबाद और गुरुग्राम दोनो शहरों में कचरा उठान से लेकर उसके निस्तारण तथा कचरे से बिजली बनाने की विधि के बारे में बताया। उन्होंने बताया कि लीचेट ट्रीटमेंट प्लांट की टैस्टिंग हो चुकी है और इस महीने के अंत तक उसे शुरू कर दिया जाएगा। उन्होंने यह भी बताया कि एकीकृत ठोस कचरा प्रबंधन प्राजैक्ट पूरा होने के बाद दोनो शहरों में कचरे की ओपन डंपिंग नही रहेगी। शहरी स्थानीय निकाय के प्रधान सचिव आनंद मोहन शरण ने भी मुख्यमंत्री तथा अन्य अतिथियों का स्वागत करते हुए ठोस कचरा प्रबंधन सयंत्र के बारे में बताया।
इस अवसर पर उद्योग मंत्री विपुल गोयल, लोक निर्माण मंत्री राव नरबीर सिंह, शहरी स्थानीय निकाय मंत्री कविता जैन, सहकारिता राज्यमंत्री मनीष ग्रोवर, मेयर मधु आजाद, निगर निगम की सीनियर डिप्टी मेयर परमिला गजे कबलाना, विधायक तेजपाल तंवर, मूलचंद शर्मा, सीमा तिरखा, नागेंद्र भड़ाना, मुख्यमंत्री के मीडिया सलाहकार अमित आर्य, फरीदाबाद की मेयर सुमन बाला, शहरी स्थानीय निकाय विभाग के प्रधान सचिव आनंद मोहन शरण , भाजपा जिलाध्यक्ष भूपेंद्र चौहान, जीएमडीए के सीईओ वी उमाशंकर, नगर निगम गुरुग्राम के आयुक्त यशपाल यादव, फरीदाबाद नगर निगम आयुक्त मोहम्मद साईन, गुरुग्राम के हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण प्रशासक चंद्र शेखर खरे, उपायुक्त विनय प्रताप सिंह, पुलिस आयुक्त संदीप खिरवार सहित कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।