गुरूग्राम, 13 अप्रैल। गुरूग्राम की मेयर मधु आजाद ने स्थानीय सैक्टर-4 स्थित अंबेडकर भवन में बाबा साहब भीमराव अंबेडकर जयन्ती के उपलक्ष्य में आयोजित एक कार्यक्रम में शिरकत की। यह कार्यक्रम अंबेडकर सभा द्वारा मनाया गया था। कार्यक्रम में बाबा साहब के जन्मदिवस के उपलक्ष्य में केक काटा गया तथा भीम दीपावली मनाई गई। उनके साथ हरियाणा सफाई कर्मचारी संघ के चेयरमैन रामअवतार वाल्मिकी सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
अपने संबोधन में श्रीमती आजाद ने बाबा साहब के जीवन पर प्रकाश डाला और कहा कि बाबा साहेब के नाम से लोकप्रिय डा. भीमराव अम्बेडकर भारतीय विधिवेत्ता, अर्थशास्त्री, राजनीतिज्ञ और समाज सुधारक थे। उन्होंने दलित बौद्ध आंदोलन को प्रेरित किया और दलितों के खिलाफ सामाजिक भेदभाव के विरूद्ध अभियान चलाया। श्रमिकों और महिलाओं के अधिकारों का समर्थन किया। वे स्वतंत्र भारत के प्रथम कानून मंत्री एवं भारतीय संविधान के प्रमुख वास्तुकार थे। उन्होंने कोलंबिया विश्वविद्यालय और लंदन स्कूल ऑप इकोनॉमिक्स से अर्थशास्त्र में डॉक्टरेट की उपाधि प्राप्त की। उन्होंने विधि, अर्थशास्त्र और राजनीति विज्ञान के शोध कार्य में ख्याति प्राप्त की। जीवन के प्रारंभिक कैरियर में वे अर्थशास्त्र के प्रोफेसर रहे एवं वकालत की। बाद का जीवन राजनीतिक गतिविधियों में बीता। उन्होंने 1956 में बौद्ध धर्म अपना लिया। उन्हें 1990 में भारत रत्न, भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मान मरणोपरांत सम्मानित किया गया।