विचाराधीन कैदी की मौत पर परिजनों ने उठाए सवाल

Font Size

सुरक्षा होने के बावजूद इरफान की मौत कैसे हो गई

पीडित परिवार ने इरफान मौत की सीबीआई से जांच कराने की मांग की

यूनुस अलवी

 
मेवात : पत्नि की हत्या करने के मामले में पुन्हाना उपमंडल के गांव गौधोला निवासी एंव विचाराधीन कैदी इरफान की भौंडसी जेल में आत्म हत्या किए जाने पर परिवार वालों ने जैल प्रषासन पर सवाल उठाते हुऐ सारे मामले की सीबीआई से जांच कराने की मांग की है। मृतक इरफान का पार्थिक षरीर षनिवार की देर षाम भौंडसी जैल से गांव गौधोला पहुंचा। परिवार वालों ने आरोप लगाया कि इरफान की की हत्या के पीछे उसकी ससुराल जमालगढ के लोग षामिल हैं। 
 
  आप को बता दें कि गांव गौधोला निवासी इरफान की गत 24 अप्रैल 2017 को जमालगढ निवासी सकूनत के साथ ष्षादी हुई थी। दिनांक 21 जनवरी को सकूनत ने अपनी ससुराल में आत्महत्या कर ली थी। पुलिस ने महिला के परिजनों की षिकायत पर इरफान सहित चार लोगों के खिलाफ दहेज हत्या का मामला दर्ज कर 8 फरवरी को गिरफतार कर जैल भेज दिया था। इरफान तभी से जैल में बंद है।
  मृतक इरफान के नाना षब्बीर, भाई मुस्तकीम और मामा निजाम का कहना है कि वे सभी 5 अप्रैल को भौंडसी जैल में इरफान से मिलाई करने के लिए गऐ थे। उस समय इरफान ने बताया कि जैल में जमालगढ के कई बदमाष बंद है वे उसे धमकी दे रहे हैं कि हम तुझसे खून का बदला खून लेंगे। तुझे जैल में मारेगें या फिर जैल से निकलने के बाद मारेगें।
 
  उन्होने आरोप लगाया कि जैल के अंदर पुलिस का पूरा पहरा होता है। फिर भी इरफान की मौत कैसे हो गई। उन्होने यह भी कहा कि जिस जगह लटकर मौत दिखाई गई है वहां अकेला इरफान कैसे चढ गया जब वह चढ रहा था तो किसी ने कैसे नहीं देखा। जैल में सुरक्षा होने के बावजूद इरफान की मौत कैसे हो गई क्या जैल में भी इंसान सुरक्षित नहीं हैं।
परिवार वालों ने सारे मामले की सीबीआई से जांच कराने की मांग की है।
 
 

You cannot copy content of this page