बिहार में पत्रकार सुरक्षा कानून अविलंब लागू हो,पत्रकारों को मिले शस्त्र अनुज्ञप्ति : विपिन कुशवाहा

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आरा के पत्रकारों की हत्या के विरोध में एनयूजेआई के बैनर तले रक्सौल में पत्रकारो ने दिया धरना,शोक सभा

नीरज कुमार

बिहार में पत्रकार सुरक्षा कानून अविलंब लागू हो,पत्रकारों को मिले शस्त्र अनुज्ञप्ति : विपिन कुशवाहा 2मोतिहारी/ रक्सौल :  मोतिहारी जिले के रक्सौल अंनुमंडल मे भोजपुर जिले में पूर्व मुखिया पति के द्वारा दो पत्रकार नवीन निश्चल व बिनोद सिंह की हत्या के विरोध में गुरुवार को देश के पत्रकारों की प्रमुख संगठन नेशनल यूनियन आॅफ जर्नलिस्ट इंडिया, बिहार के पूर्वी चंपारण इकार्इ की आेर से रक्सौल अनुमंडल कार्यालय परिसर में धरना दिया गया। इसके साथ ही, एनयूजेआर्इ की आेर से दोनों पत्रकारों की हत्या में शामिल अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवार्इ करने के साथ प्रदेश में पत्रकार सुरक्षा कानून लागू करने की मांग के साथ ही पांच सूत्री मांगों को लेकर ज्ञापन भी सौंपा गया।

रक्सौल के अनुमंडल संयोजक विपिन कुशवाहा ने कहा कि भोजपुर में दो पत्रकारों को बर्बरता के साथ कुचल कर मार डाले जाने की घटना से पूरी पत्रकारिता जगत मर्माहत है।हमारे पत्रकार बन्धु शहीद हुए हैं।उनकी शहादत व्यर्थ नही जाएगी।

वहीं सह संयोजक लव कुमार ने बताया कि अविलंब पत्रकार सुरक्षा कानून लागू नहीं किया गया तो आंदोलन तय है। साथ ही राज्यपाल को अनुमंडल पदाधिकारी के माध्यम से पांच सूत्री मांग को लेकर ज्ञापन भी सौंपा गया। जिसमें इस बर्बर हत्या में शामिल सभी हत्यारोपियों की गिरफ्तारी, स्पीडी ट्रायल के जरिये कठोर सजा, राज्य सरकार की आेर से पीड़ित परिवारों को तत्काल 25-25 लाख रुपये बतौर मुआवजा देने और बिहार में भी राज्यों की तर्ज पर “पत्रकार सुरक्षा कानून” बनाने की मांग शामिल रही.

काली पट्टी बांध कर विरोध व धरना के क्रम में पत्रकारों ने शोक सभा आयोजित की।जिसमे उपस्थित सभी पत्रकारों ने वरीय पत्रकार रामपुकार सिंह की अध्यक्षता में आयोजित कार्यक्रम के क्रम में दो मिनट का मौन रख कर श्रद्धांजलि दी।तथा दिवंगत पत्रकारों की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की गई।

धरना के बाद राज्यपाल के नाम से संबोधित ज्ञापन एसडीओ श्री प्रकाश को सौंपा गया। जिसमें सरकार आरा के दो पत्रकारों के हत्या के सभी आरोपियों की अविलंब गिरफ्तारी सुनिश्चित के साथ पत्रकारों के हत्या से संबंधित सभी मामलों का स्पीडी ट्रायल किया जाय तथा दोषियों को सख्त सजा दिलाई जाय। वहीं आरा के पीड़ित पत्रकार परिवार को 25-25 लाख रुपये का मुआवजा, किसी एक आश्रित को सरकारी नौकरी तथा उनके बच्चों की निःशुल्क शिक्षा की व्यवस्था की जाय। बिहार पत्रकार सुरक्षा कानून “अविलंब बनाया और लागू किया जाय । राज्य के पत्रकारों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के साथ ही जरूरतमंद पत्रकारों की मांग पर उन्हें शस्त्र अनुज्ञप्ति प्रदान किया जाय।

कौन कौन थे शामिल ? 

इस विरोध कार्यक्रम में वरीय पत्रकार रामपुकार सिंह, अनिल कुमार,दीपक अग्निरथ,धनंजय कुमार मिश्रा, जय प्रकाश गुप्ता,राजेश केशरीवाल ,नूतन चंद्र त्रिवेदी, जयनारायण प्रसाद, जितेंद्र कुमार, अशोक सिंह, ऋषिकेश आज़ाद, अमर दीप गुप्ता,संदीप कुमार, अनिकेत कुमार सिंह, नवीन सिंह, लव कुमार चौबे,पप्पु गिरी, रवि रंजन वर्मा, प्रदीप श्रीवास्तव, एम. कुमार, राकेश कुमार, अर्जुन तिवारी, सुबोध कुमार, सत्यप्रकाश कुमार, अनुज कुमार, संजय कुशवाहा व तरुष कुमार आदि उपस्थित थे।

 कैसे हुई घटना ? 

गौरतलब है कि बीते दिनों बिहार के भोजपुर जिले में दो पत्रकार नवीन की हत्या करने के आरोप में पूर्व मुखिया के पति मोहम्मद हरसू को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. दोनों पत्रकार रामनवमी जुलूस कवरेज के बाद बाइक से अपने घर लौट रहे थे. रास्ते में स्कॉर्पियो गाड़ी से उन्हें बुरी तरह कुचल दिया गया. इसके बाद लोगों ने जमकर बवाल किया है. पुलिस तफ्तीश में जुटी है. जानकारी के मुताबिक, रविवार शाम को बीच बाजार में पूर्व मुखिया के पति मोहम्मद हरसू और पत्रकार नवीन निश्चल के बीच किसी खबर को लेकर विवाद हो गया. इसके बाद हरसू ने नवीन को अंजाम भुगतने की धमकी दी थी. रामनवमी जुलूस के कवरेज के बाद नवीन अपने साथी विजय के साथ बाइक से घर लौट रहे थे. रास्ते में उन्हें घेर कर मौत के घाट उतार दिया गया।

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