नई दिल्ली : सैन्य शिविरों पर आतंकवादी हमलों के दौरान पिछले तीन वर्षो के साथ ही मौजूदा वर्ष में मारे गए सैनिकों, आतंकवादियों और नागरिकों की संख्या का ब्यौरा इस प्रकार हैः
क्रम संख्या | वर्ष | घटनाओं की संख्या | मारे गए सैनिकों की संख्या | मारे गए आतंकवादियों की संख्या | मारे गए नागरिकों की संख्या | ||
मृत्यु | घायल | मृत्यु | घायल | ||||
1. | 2015 | 02 | – | 03 | 05 | 01 | – |
2. | 2016 | 05 | 26 | 25 | 10 | – | – |
3. | 2017 | 01 | 03 | 07 | 02 | – | – |
4. | 2018 | 01 | 06 | 06 | 03 | 01 | 06 |
सैन्य शिविरों पर हुए सभी आतंकवादी हमलों की विस्तृत जांच की जा रही है। प्रथम दृष्टया यह पाया गया है कि ये सभी हमले विभिन्न आतंकवादी संगठनों द्वारा किए गए। सरकार ने रक्षा प्रतिष्ठानों की सुरक्षा के लिए विस्तृत दिशा-निर्देश जारी करने के साथ ही इनके अनुपालन के संबंध में भी आवश्यक निर्देश दिए हैं। सैन्य अड्डों का हमलों के संभावित खतरों के आधार पर सैन्य शिविरों को विभिन्न श्रेणियों में बांटा गया है। खुफिया तंत्र की सूचनाएं जुटाने की क्षमताओं का आकलन कर उन्हें बेहतर बनाने की कोशिश की गई है। खतरों की स्थिति में सुरक्षा सहायता पहुंचाने के तंत्र को और मजबूत और व्यवस्थित बनाने का काम किया गया है। इसके साथ ही मानवरहित विमानों की तैनाती तथा सभी रक्षा प्रतिष्ठानों की सुरक्षा स्थितियों की नियमित समीक्षा भी की जा रही है। सेना द्वारा आतंकवादी घटनाओं तथा सुरक्षा चूकों की विस्तृत समीक्षा भी की जाती है। सरकार द्वारा तीनों सशस्त्र सेनाओं से जुड़ी सुरक्षा परियोजनाओं को स्वीकृति दे दी गई है।
यह जानकारी रक्षा राज्यमंत्री डॉ. सुभाष भामरे ने आज लोकसभा में एक लिखित प्रश्न के उत्तर में दी।
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