नई दिल्ली । भारत के उप-राष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडु ने कहा कि किसी भी पेशे के लिये अनुशासन, प्रशिक्षण एवं कौशल विकास बेहद अहम है। हैदराबाद में आज आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एवं तमिलनाडु के पूर्व राज्यपाल श्री के. रोसैया को सम्मानित करने के उपरांत एक सभा को संबोधित करते हुये उन्होंने ऐसा कहा। तेलंगाना के उप-मुख्यमंत्री श्री मोहम्मद महमूद अली एवं अन्य गणमान्य व्यक्ति भी इस अवसर पर उपस्थित थे।
श्री रोसैया के बारे में चर्चा करते हुये उप-राष्ट्रपति ने कहा कि उनकी प्रतिबद्धता एवं समर्पण नये राजनेताओं के लिये प्रेरणादायी है। उन्होंने आगे कहा कि सार्वजनिक जीवन जीने वाले व्यक्तियों को जिम्मेदारी भरा और ऐसा आचरण करना चाहिये जिससे अन्य लोग प्रेरणा ले सकें।
उप-राष्ट्रपति ने संसद एवं राज्य विधानमण्डलों में बहुधा होने वाले व्यवधानों पर भी चिंता व्यक्त की।
उन्होंने कहा कि ऐसे घटनाक्रम केवल व्यवस्था को कमजोर ही करेंगे और यह लोकतंत्र के लिये अच्छा नहीं है। उन्होंने आगे कहा कि जिस तरह से संसद एवं राज्य विधानमण्डल काम कर रहे हैं उस पर व्यापक बहस की आवश्यकता है।
उप-राष्ट्रपति ने कहा कि निरक्षरता, भूख एवं भेदभाव मुख्य चिंतायें हैं। उन्होंने कहा कि इन समस्याओं का समाधान ढूंढ़ना वर्तमान नेतृत्व की जिम्मेदारी है।