महात्मा गांधी देश की विचारधारा है : चौ महताब अहमद 

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यूनुस अलवी

नूह/ पुन्हाना : हरियाणा कांग्रेस के उपाध्यक्ष चौधरी आफ़ताब अहमद के अनुज व पीसीसी मेंम्बर चौ महताब अहमद ने आज नूंह के गांधी पार्क में महात्मा गांधी की 70वीं पुण्यतिथि पर उनकी प्रतिमा पर पुष्प अर्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि दी।

चौ महताब अहमद ने कहा कि विश्व के इतिहास में बहुत कम ऐसे व्यक्तित्व हुए जिन्होंने मानवता पर अपनी एक अलग छाप छोड़ी है। इनमें से एक हैं महात्मा गांधी। उनका जीवन बड़ा ही सरल, सादा परन्तु कठोर नियमों से बंधा हुआ था। उनका जीवन प्रयोगों की एक निरंतर कड़ी था। नैतिकता के प्रयोग का सबसे उत्कृष्ट उदाहरण ब्रिटिश दासता से भारत की आजादी पर उनके द्वारा किया गया नवीन एवं अनोखा प्रयोग है।

चौ महताब अहमद ने कहा कि भेदभाव का मुकाबला करने के लिए गांधी जी के पास सत्य की शक्ति थी। उनकी पद्धति अहिंसक थी, दर्शन नैतिक था, सत्य और अहिंसा उनकी मजबूती। अहिंसा सामाजिक जीवन में प्रेम की पहली अभिव्यक्ति है। गांधी जी ने स्वयं यह स्वीकार किया है कि मैंने सत्य की खोज में अहिंसा को प्राप्त किया है। अत: अहिंसा की पवित्रता के महत्व पर गांधी जी ने विशेष बल दिया है और कहा कि व्यक्ति को विचार, भाषण और कर्म से भी अहिंसक होना चाहिए।

चौ महताब ने कहा कि अगर आज गांधी ज़िंदा होते तो वो भाजपा द्वारा समाज में फैलाये जा रहे ज़हर को देखकर शर्मसार हो जाते।

इस दौरान गांधी पार्क में धरने पर बैठे सर्व कर्मचारी संघ के कर्मचारियों को अपना समर्थन देते हुये, सरकार से उनकी माँग पूरी करने को कहा। उन्होंने कहा की कर्मचारियों 
को खट्टर सरकार प्रताड़ित करना बंद करे।इस दौरान कांग्रेस नेता का साथ वहीद सलम्बा, शरीफ प्रधान अड़बर, बाबू नईम इकबाल, अख्तर चंदेनी, तुफ़ैल जैलदार सलम्बा, जक्की सरपंच सलम्बा, अरशद चेयरमैन, तौसीफ अहमद, साजिद सलम्बा, मजीद भट्टावाला, आमीन सलम्बा, हाजी समसुद्दीन, रहमान मेवली, इख्लास उर्फ इक्का, मदन तंवर पार्षद, लियाकत सलाहेड़ी, प्रवीण दायमा, लीडर सलाहेड़ी, नसीम चंदेनी, सुबद्धि सिंगार, डॉ हाकम मुरादाबाद, हाजी गुड्डू पहलवान, रामदास प्रधान अड़बर, आदि कांग्रेसी नेता व कार्यकर्ता शामिल रहे।
 
 

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