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: सादगी के साथ गरीब लोगों को खाना खिलाकर मनाई मनाई पिता की बर्सी
: बर्सी के मौके पर आयोजित प्रोग्राम में हजारों लोगों ने भाग लिया
यूनुस अलवी

मरहूम चौधरी अजमत खां के बेटे एंव हरियाणा वक्फ बोर्ड के चेयरमैन विधायक रहीश खान ने बताया कि उनके पिता 23 नवम्बर 1935 को गांव नीमखेडा में एक किसान के घर पैदा हुआ था। वह 1960 से 1987 तक लगातार गांव नीमखेडा के सरपंच और 1987 में हल्का फिरोजपुर झिरका से चुनाव जीतकर देवीलाल सरकार में पशुपालन मंत्री बने। उन्होने 1976-77 में गांव डोंडल, नीमखेडा, बडेड, गोकलपुर, ऐंचवाडी काफी गांवो में आई बाढ से प्रभावित गांवो का सरकार से कर्ज मांफ करवाने में अहमं भूमिका निभाई। उन्होने अपने मंत्रित्व काल में करीब 1500 मेवात के बेरोजगार नोजवानों को नौकरी दिलवाई। फिरोजपुर झिरका में जुडिशियल कंपलेक्स खुलवाया। मेवात के पांच दर्जन से अधिक गांवों में पशु चिक्तिसा डिस्पेंसरी खुलवाई। वह 17 जनवरी 1994 में वह गुडगांव में एक बिमार का हाल-चाल पूछने गये वहीं उनका दिल का दौरा पडने से देहांत हो गया। उन्होने बताया कि पिता मरहूम अजमत खां पद चिन्हों पर बडे भाई आजाद मोहम्मद और वह (रहीश खान) चलकर जनता की सेवा करने की कोशिस कर रहे हैं। आजाद मोहम्मद प्रदेश सरकार में एक बार मंत्री और एक बार डिप्टी स्पीकर रहे चुके हैं जबकी फिलहाल पुन्हाना से निर्दलीय विधायक और हरियाणा वक़्फ़ बोर्ड के चैयरमैन हैं।