तालीम की मौत से उनके गांव सालाहेडी में पसरा सन्नाटा

Font Size

यूनुस अलवी

अलवर/मेवात :   नूंह खंड के गांव सालाहेडी निवासी तालीम पुत्र शरीफ की पुलिस द्वारा अलवर में इनकांउटर में मार देने से गांव के लोगों में पुलिस के खिलाफ भारी रौश है। वहीं 25 वर्षीय मृतक तालीम के एक डेढ साल और एक 6 महिना आयु के दो लडके हैं। तालीम के पांच भाई हैं जिनमें से तीन ट्रक ड्राईवर है। एक भाई नूंह बस अड्डे पर फ्रूूट की रेहडी लगाता है जबकि एक भाई मरदसा में पढता है। गांव में रहने लायक ही जमीन होने की वजह से सभी भाई ट्रक ड्राईवरी या मजदूरी कर अपना परिवार का पेट पालते हैं। 
 
  मृतक तालीम के भाई आबिद खान का कहना है कि वह दो दिन पहले ही ड्रक से आया था। उसकी बीवी-बच्चे करीब 15 दिन पहले ही अपने माईके मिलने के लिए गऐ हुऐ है। उन्होने सोचा की तालीम अपने बच्चों को लेने गया है। बृहस्पतिवार की सुबेह उसने जब तालीम को फोन किया तो अलवर पुलिस ने बताया कि तालीम की इनकांउटर में मौत हो गई है। तालीम अलवर कैसे पहुंचा इस बारे में उन्हें कोई जानकारी नहीं हैं। उन्होने कहा उनके भाई की हत्या की गई है। उन्हें इसका इंसाफ मिलना चाहिए।
 
  वहीं मृतक की मां सम्मों का कहना है कि उसके बेटे के दो छोटे-छोटे बच्चे हैं। घर में कोई कमाना वाला नहीं हैं। वह बच्चों का पेट भरने के लिए रात दिन ट्रक की ड्राईवरी करता था। उसे बेटे की हत्या का इंसाफ चाहिए और उनके बेटे के जो बच्चे लावारिस हो गऐ हैं उनको सरकार को मदद करनी चाहिए।

You cannot copy content of this page