प्रदेश के सभी 22 जिलों में 11 करोड़ से बनेंगे एथलेटिक्स सिंथेटिक ट्रैक : श्योराण

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प्रदेश में 1100 खेल नर्सरियों में तैयार होंगी खिलाडिय़ों की पौध

खेल महाकुंभ के विजेताओं को दिए जाएंगे 12.5 करोड़ के इनाम

हरियाणा के खिलाडिय़ों को विश्व में सबसे अधिक नकद इनाम

सीधे आधार लिंक्ड खातों में जाते हैं इनाम

हिसार, 21 अक्तूबर। खेल एवं युवा मामलों के निदेशक जगदीप सिंह श्योराण ने कहा कि हरियाणा के सभी 22 जिलों में 11 करोड़ की लागत से एथलेटिक सिंथेटिक ट्रैक बनाए जाएंगे जिसकी मंजूरी मुख्यमंत्री मनोहर लाल व खेल मंत्री अनिज विज दे चुके हैं। इसके अलावा सभी जिलों में 3-3 करोड़ रुपये की लागत से खिलाडिय़ों के लिए अत्याधुनिक सुविधाओं से युक्त हॉस्टल बनाए जाएंगे जिसके लिए बजट जारी किया जा चुका है। खेल निदेशक जगदीप श्योराण आज महाबीर स्टेडियम में राज्य स्तरीय खेल महाकुंभ के बास्केट बाल प्रतियोगिता के शुभारंभ अवसर पर खिलाडिय़ों को संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर भाजपा नेता डॉ. योगेश बिदानी, प्रसिद्ध खिलाड़ी, प्रशिक्षक, अधिकारी-कर्मचारी व गणमान्य व्यक्ति भी मौजूद थे।

खिलाडिय़ों को संबोधित करते हुए खेल निदेशक ने कहा कि प्रदेश में खेल सुविधाओं को बढ़ाने तथा विश्व स्तरीय खिलाड़ी तैयार करने के लिए प्रदेश सरकार ने पिछले 3 साल में जो प्रयास किए हैं, वह पिछले 47 साल के दौरान किसी सरकार द्वारा नहीं किए गए। अगले दो साल में वर्तमान सरकार की खेल नीति के जबरदस्त परिणाम हमें देखने को मिलेंगे। उन्होंने बताया कि प्रदेश में 1100 स्वर्ण जयंती खेल नर्सरियों के माध्यम से खिलाडिय़ों की पौध तैयार की जाएगी। इसके तहत 440 नर्सरियां तैयार हो चुकी हैं जबकि 660 खेल नर्सरियां जल्द शुरू होंगी। इन खेल नर्सरियों में 30 हजार बच्चों को नियमित प्रशिक्षण मिलेगा। इनमें सभी राष्ट्रीय-अंतर्राष्ट्रीय खेलों में बच्चों को प्रशिक्षित किया जाएगा।

उन्होंने बताया कि खिलाडिय़ों को नकद इनाम देने के मामले में दुनिया के किसी भी देश अथवा भारत के किसी भी राज्य के मुकाबले हरियाणा सबसे अधिक धनराशि दे रहा है। यह कोई छोटी बात नहीं है। हमने खिलाडिय़ों के इनाम व स्कॉलरशिप आरटीजीएस के माध्यम से उनके आधार लिंक्ड बैंक खातों में भेजना सुनिश्चित किया है जिससे पारदर्शिता आई है। उन्होंने बताया कि प्रदेश के हर जिले में 150-150 खिलाडिय़ों के रहने के लिए 3 करोड़ रुपये की लागत से आधुनिक हॉस्टल बनाए जाएंगे जिनमें एलईडी टीवी युक्त कॉमन रूम, डिश वाशर, चपाती बनाने की मशीनें आदि उपलब्ध होंगी ताकि खिलाडिय़ों को ताजा व अच्छा खाना मिल सके। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने प्रत्येक जिला के लिए 35-40 करोड़ रुपये की लागत से मल्टी पर्पज हॉल बनाने के लिए भी सैद्धांतिक मंजूरी प्रदान की है। यह एक प्रकार का इंडोर मिनी स्टेडियम होगा जो पूरी तरह से वातानुकूलित होगा और जिसमें 4000 दर्शकों के बैठने की व्यवस्था होगी तथा इसमें 500 खिलाड़ी रह सकते हैं। इसमें 12 प्रेक्टिस हॉल भी होंगे।

उन्होंने बताया कि राज्य के सभी 22 जिलों में खिलाडिय़ों की सुविधा के लिए सुविधा केंद्र बनाए जाएंगे जिसमें खिलाडिय़ों के लिए आईटी रूम, फूड लाइब्रेरी, विजुअल ऑडियो रूम, कैंटीन, मैस बनाए जाएंगे जिसके लिए हर जिले को 3.5 करोड़ रुपये जारी किए जा चुके हैं। वर्तमान प्रदेश सरकार द्वारा पहली बार विदेश में ट्रेनिंग के लिए खिलाडिय़ों को 30 लाख रुपये तक की सहायता देनी शुरू की गई है। प्रतिभाओं को खोजने के लिए बच्चों को स्कॉलरशिप के अलावा हर स्कूल पर प्रतिवर्ष 9-10 लाख रुपये खर्च करने की योजना बनाई गई है। खिलाडिय़ों को सुविधाएं उपलब्ध करवाकर उनका स्टेमिना बढ़ाना प्रदेश सरकार की प्राथमिकता है।

उन्होंने बताया कि बास्केट बाल में सभी 22 जिलों में 60-70 लाख रुपये की लागत से इंटरनेशनल स्तर के बास्केट बाल कोर्ट तैयार करवाए जाएंगे जिसके नक्शे तैयार हो चुके हैं। हर जिले में एक खेल का एक सेंटर ऑफ एक्सीलेंस बनाया जाएगा जिस पर 10-15 करोड़ रुपये खर्च होंगे। सरकार से इसकी मंजूरी भी मिल चुकी है। यहां खिलाडिय़ों को विश्व स्तरीय सुविधाएं मिल सकेंगी। इसके अलावा पंचकुला में खेल कल्याण संस्थान 14 करोड़ की लागत से बनवाया जा रहा है जिसका भवन अगले चार माह में बनकर तैयार हो जाएगा। यहां समय-समय पर प्रत्येक खेल के लिए अलग-अलग शिविर व सेमीनार आयोजित करके खिलाडिय़ो व कोच को अंतर्राष्ट्रीय स्तर का प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा।

उन्होंने बताया कि राज्य स्तरीय खेल महाकुंभ में भागीदारी के लिए 5 लाख खिलाडिय़ों ने रजिस्ट्रेशन करवाया। खेल महाकुंभ के विजेताओं को 12.5 करोड़ रुपये के इनाम दिए जाएंगे। प्रदेश में खेल का इतने बड़े स्तर पर यह पहला प्रयास था जिसमें व्यक्तिगत दिलचस्पी के लिए मुख्यमंत्री व खेल मंत्री बधाई के पात्र हैं। खेल महाकुंभ के तहत लगातार डेढ़ माह तक पूरे राज्य में खेल का माहौल रहा और इसने नई पीढ़ी को खेलों से जुडऩे के लिए प्रेरित किया है। सरकार ने पहली बार 40 व 50 वर्ष से अधिक आयु श्रेणी के व्यक्तियों व घरेलू महिलाओं को खेलों से जोडऩे की पहल की जिसकी हर ओर प्रशंसा हो रही है। उन्होंने बताया कि 31 अक्तूबर को खेल महाकुंभ के समापन व पुरस्कार वितरण समारोह के आयोजन का गौरव हिसार को मिला है जिसमें उप राष्ट्रपति, मुख्यमंत्री व खेल मंत्री शिरकत करेंगे।

खेल निदेशक ने बास्केट बाल की राज्य स्तरीय खेल प्रतियोगिता का शुभारंभ किया और खिलाडिय़ों को शुभकामनाएं दीं। 24 अक्तूबर तक चलने वाली राज्य स्तरीय बास्केेट बाल स्पर्धा में सभी 22 जिलों के खिलाड़ी भागीदारी के लिए पहुंचे। खिलाडिय़ों ने संयुक्त रूप से मार्च पास्ट किया और खेल भावना से खेलने की शपथ ली। स्कूली बच्चों ने स्वागत गीत व सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए। खेल निदेशक ने खेल के क्षेत्र में विशिष्ट योगदान व उल्लेखनीय प्रदर्शन करने वालों को सम्मानित भी किया। जिला खेल अधिकारी सतविंद्र गिल व उपनिदेशक छाजूराम गोयल ने मुख्यातिथि का स्वागत किया। भाजपा नेता डॉ. योगेश बिदानी ने हिसार के खिलाडिय़ों की खेल भावना की सराहना करते हुए खेल महाकुंभ के समापन समारोह के आयोजन की मेजबानी को हिसार के लिए गौरव का विषय बताया।

इस अवसर पर भाजपा नेता डॉ. योगेश बिदानी, खेल उपनिदेशक छाजूराम गोयत, जुगविंद्र सिंह, डीएसओ सतविंद्र गिल, जींद की डीएसओ विनोद बाला, डॉ. संजय दहिया, सुरेंद्र पंघाल, करतार सिंह, प्रदीप सांगवान, भीम अवार्डी जगदीश सिंह, पूजा ढांडा, सतपाल ढांडा, सरूप सिंह चहल, अजय श्योराण, कोच जगदीप सिंह, हरमेश चंद्र, सूबेसिंह, रणबीर सिंह, डॉ. तिलकराज आहुजा, बलजीत सिंह, रेखा, महेंद्र भादु, रणधीर सिंह, सतबीर सिंह, सहायक प्रेम कुमार सहित बड़ी संख्या में खिलाड़ी, कोच व गणमान्य व्यक्ति मौजूद थे।

Suvash Chandra Choudhary

Editor-in-Chief

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