शिमला : सरकार और कांग्रेस संगठन में चल रही रार के बीच मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के चुनाव न लड़ने के एलान के बाद आबकारी एवं कराधान मंत्री उनके समर्थन में खुलकर उतर आए हैं। मंडी के डडौर में पत्रकारों से बातचीत में प्रकाश चौधरी ने कहा कि अगर मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह चुनाव नहीं लड़ेंगे, तो वह भी चुनाव नहीं लड़ेंगें।
उन्होंने खुलासा किया कि प्रदेश में कई और मंत्री व विधायक चुनाव न लड़ने का जल्द एलान कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि हिमाचल में कांग्रेस का दूसरा नाम वीरभद्र सिंह है।
उनके बिना कांग्रेस का अस्तित्व न के बराबर है। मंडी के बल्ह से विधायक प्रकाश चौधरी ने कहा कि संगठन में तालमेल की कमी के चलते मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने चुनाव न लड़ने का एलान किया है।
*वीरभद्र को कमान सौंपे कांग्रेस हाईकमान*
प्रदेश का बच्चा-बच्चा वीरभद्र सिंह को जानता है और उनके विकास कार्यों से परिचित है। शिमला में जो विधायक दल की बैठक हुई थी उसके बाद अधिकतर विधायक इस बात से सहमत हैं कि अगर सीएम चुनाव नहीं लड़ेंगे तो वे भी चुनाव नहीं लड़ेंगे।
उन्होंने विस चुनाव की कमान वीरभद्र सिंह को देने की वकालत करते हुए कहा कि विपक्ष के पास आज सरकार के खिलाफ बोलने के लिए कुछ नहीं है।
अगर कांग्रेस हाईकमान वीरभद्र सिंह को कमान देती है तो प्रदेश में सरकार रिपीट होगी। उन्होंने कहा कि नेरचौक में मेडिकल कॉलेज के साथ बल्ह के लिए प्रदेश की पहली मेडिकल यूनिवर्सिटी खोलना विकास की योजना का हिस्सा है।