नई दिल्ली : पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शुक्रवार को लोगों को यह कहकर चौंका दिया कि उन्हें प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी से कोई समस्या नहीं है. लेकिन साथ ही उन्होंने भाजपा अध्यक्ष अमित शाह को “देश में तानाशाही का माहौल” बनाने का दोषी भी ठहराया.
ममता ने भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के काम करने के तरीके पर भी टिप्पणी की.
उन्होंने कहा कि हर कोई डरा हुआ है. देश में तानाशाही कायम है. कैसे कोई पार्टी अध्यक्ष मंत्रियों की मीटिंग ले सकता है? पीएम कौन है- मोदी या फिर शाह. बनर्जी के इस बयान ने विपक्षी खेमे में खलबली पैदा कर दी है. उनका कहना है कि बंगाल की मुख्यमंत्री को केंद्र सरकार से वित्तीय सहायता की जरूरत है और यही वजह है कि वो पीएम मोदी के पक्ष में बोल रही हैं.
भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने आगे कहा कि जो भी प्रधामनंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ खड़ा होगा वह गरीबों और पीएम की गरीबी से जुड़ी नीतियों के भी खिलाफ होगा. पात्रा ने कहा कि ममता ने लंबी लड़ाई के बाद आखिरकार पीएम मोदी को स्वीकार कर लिया है. वो धीरे-धीरे अमित शाह को भी स्वीकार कर लेंगी.