मेवात जिला प्रशासन हुआ नाकाम तो जुडीशियरी ने उठाया मेवात को स्वचछ करने का बीड़ा

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: डालसा की ओर से मेवात के 30 गावों को बनाया जाएगा रोल मॉडल

: नगीना खंड के गांव मढी से सीजीएम नरेंद्र सिंह ने की इसकी शुरूआत

: गांव में गंदगी फैलाने वालों पर पंचायतें कर सकेंगी जुर्माना

: डालसा ने 39 पैरा वालियंटर गावों में बतौर सुपरवाईजर किये नियुक्त

: सफाई देख रेख के लिए गांव मढी में प्रमुख लोगों की बनी कमेटी 

: डालसा के सचिव एंव चीफ जुडिशियल मजिस्ट्रेट नरेंद्र सिंह ने झाडू लगाकर की शुरूआत

: गंदगी की वजह से देश के प्रत्येक नागरिक पर साढ़े छह हजार रूपये प्रतिवर्ष खर्च होता है

 

यूनुस अलवी

 
मेवात :     प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के सफाई अभियान में जिला प्रशासन के नाकाम हो जाने से अब इसकी जिम्मेदारी खुद मेवात न्यायपालिका ने उठाने की ली है। जिला विधिक सेवाऐं प्राधिकरण के सचिव एंव चीफ जुडिशियल मजिस्ट्रेट नरेंद्र सिंह ने मेवात के 30 गावों को रोल मॉडल बनाने की पहल मेवात के गांव मढी में खुद झाडू लगाकर कर दी है। इससे पहले उन्होने गांव मढी में प्रमुख लोगों के साथ बेठक कर सफाई अभियान में सहयोग करने और गांव को रोल मॉडल बनाने का आहवान किया। वहीं गांव की पंचायत और प्रमुख लोगों ने डालसा के सम्पूर्ण स्वच्छता अभियान को अपना पूरा सहयोग देने का भरोसा दिया है। चीफ जुडिशियल मजिस्ट्रेट नरेंद्र सिंह की अध्यक्षता में मढी गांव में आयोजित की गई पंचायत में फैंसला लिया गया कि जो भी आदमी अपने आगे सफाई नहीं करेगा उसपर पंचायत जुर्माना लगाऐगी और जो जुर्माना से पैसा आऐगा उससे सफाई कर्मी से सफाई कराई जाऐगी। सफाई अभियान में जो कोई अडचन पैदा करेगा उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई भी की जाऐगी।
 
   जिला विधिक सेवाऐं प्राधिकरण के सचिव एंव चीफ जुडिशियल मजिस्ट्रेट नरेंद्र सिंह ने खासबातचीत में बताया कि गंदगी की वजह से देश में हर वर्ष प्रत्येक नागरिक पर करीब साडे छह हजार रूपये खर्च आता है। गंदगी की वजह से ही मलेरिया, डेंगू, चिकिन गुनिया जैसी दर्जन भर बिमारियां पैदा होती हैं। इन सबसे बचने के लिऐ गांव और आप-पडौस की सफाई जरूरी है। उन्होने बताया कि मेवात को सम्पूर्ण स्वचछ जिला बनाने के लिऐ जिला विधिक सेवाऐं प्राधिकरण (डालसा) ने कदम बढाया है।
 
     फिलहाल मेवात जिला के 30 गावों को सफाई में रोल मॉडल गांव बनाने की पहल शुरू कर दी है। उन्होने बताया कि फिलहाल डालसा उन गावों को ले रहा है जहां पर पहले से ही डालसा के वालियंटर बने हुऐ हैं। तावडू और फिरोजपुर झिरका से कम और पुन्हाना, नगीना और नूंह से ज्यादा गांव इस अभियान में शामिल किऐ गऐ हैं। इस अभियान को कामयाब बनाने के लिए गांव-गांव में सफाई अभियान कमेठी बनाई जा रही है जिसका डालसा के वालियंटर को सुपरवाईजर नियुक्त किया जा रहा है। वहीं गांव के सरपंच सहित पंचायत के सभी सदस्यों के अलावा गांव के प्रमुख लोगों और युवाओं को इस अभियान में जोडा जा रहा है।
 
    सीजीएम ने बताया कि गांव में कोई भी आदमी अपने घर के आसपास गंदगी फैलाता है और सफाई नहीं करता ऐसे लोगों पर गांव की पंचायत को जुर्माना लगाने का अधिकार है। सफाई अभियान में कोई अडचन पैदा करता है तो उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाऐगी। उन्होने कहा कि मेवात के 30 गावों को सफाई की दृष्टि से रॉल मॉडल बनने का प्रयास किया जा रहा है जिससे आसपास और रिश्तेदारियों से आने वाले लोग गांव की सफाई से प्रेरित होकर अपने गांव में भी सफाई की तरफ ध्यान दे सकेें। सीजीएम ने बताया कि वह समय-समय पर इन 30 गावों का नीरिक्षण करते रहेगें।
 
 

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