‘‘शत वंचित परिवार दर्शन‘‘ के तहत वंचित परिवारों के आर्थिक उत्थान का लक्ष्य
गुरुग्राम : पं0 दीन दयाल उपाध्याय जिनका सम्पर्ण जीवन समाज में अन्तिम पंक्ति में बैठे व्यक्ति के लिए समर्पित रहा, उनकी जन्मशती पूरा देश मना रहा है । एकात्म मानववाद के प्रणेता पं0 दीन दयाल उपाध्याय के 100वें जन्म वर्ष के उपलक्ष में संस्कृति चिंतक, गाय व गांव पत्रिका के संपादक, एकलव्य तीर्थ समिति के अध्यक्ष एवं हरियाणा कला परिषद, हरियाणा सरकार के निदेशक व पं0 दीन दयाल उपाध्याय जन्मशती वर्ष हरियाणा राज्य स्तरीय आयोजन समिति के सदस्य, अजय सिंहल ने यह निर्णय लिया है कि वे गुरूग्राम के अन्तिम पंक्ति में बैठे 100 वंचित परिवारों के उत्थान में लगेंगे ।
उन्होंने इस संकल्प को ‘‘शत वंचित परिवार दर्शन‘‘ का नाम दिया है । इसके पहले चरण में 30 सितम्बर 2017 तक गुरूग्राम में रहने वाले ऐसे 100 परिवारों का दर्शन करेंगे जो समाज की मुख्य धारा में नहीं है या ऐसे परिवार जिनको सरकारी योजनाओं को लाभ नहीं मिल पा रहा है, जिनके पास रोजगार का कोई साधन नहीं है, जिनके बच्चे स्कूल जाने से वंचित हैं, जिनका राशन कार्ड, आधार कार्ड अथवा जन-धन खाता नहीं बना है, जिनकी बेटी का विवाह अर्थाभाव में नहीं हो सका है ।
उन्होंने कहा कि ऐसे सभी परिवारों को चिन्हित कर दर्शन करने का काम पं0 दीन दयाल उपाध्याय जी के जन्म दिवस 30 सितम्बर तक पूरा कर लिया जाएगा । इसके पश्चात् सरकार के सम्बन्धित विभागों से बात कर एवं नगर के समाज सेवियों की सहायता लेकर इन 100 परिवारों के उत्थान व स्वावलम्बन के संकल्प को पूरा किया जायेगा । ‘‘शत वंचित परिवार दर्शन‘‘ योजना का शुभारम्भ 18 अगस्त 2017 रविवार को किया जायेगा । उन्होंने बताया कि इस योजना से जो भी जुड़ना चाहते हैं वो सम्पर्क कर सकते हैं ।