—युवकों को बना रहा हुनरमंद
— स्टील वर्क में है माहिर
दरभंगा : मुफलिसी ने जीने की राह पकड़ा दी। 16 साल की उम्र में रोजी रोटी की तलाश में मुम्बई गया और वहीं हेल्पर से फोरमैन बन गया। स्टेनलेस स्टील रैलिंग के वर्क में दरभंगा का छोरा मो0 प्रिंस आज 25 साल का हो गया है और इस काम में वह इतना माहिर हो निकला है कि बड़ा खिलाड़ी भी उसका लोहा मानने लगा है।
लालबाग मुहल्ला के मो0 जहांगीर के पुत्र प्रिंस वैसे तो महज इंटर पास है लेकिन उसकी जनसरोकार की चेतना व उसके निर्वहन का दायित्व शायद बहुत बड़ा है। यही कारण है कि बिना किसी इंजीनियरिंग ट्रेनिंग के ही वह इन दिनों मिथिलांचल में कौशल विकास का दूत बन गया है। कम पढ़े लिखे युवकों को वह एस एस वर्क सम्बन्धी न सिर्फ निःशुल्क ट्रेनिंग देता है बल्कि आर्थिक मदद भी करता है। फिलहाल वह दर्जनभर युवकों के कौशल विकास को बढ़ावा दे रहा है।
प्रिंस कहता है” हर हुनरमंद इंसान का दायित्व होना चाहिए दूसरों को भी अपना इल्म शेयर करे। यह समाजिक व राष्ट्रीय दोनों धर्म है। यही सोचकर वह जरूरतमंदों को हुनरमन्द बनाने में लगा है। आगे ऊपर वाले की मर्जी।”
बता दें कि तेजी से विकसित हो रहे दरभंगा जैसे नगर में एस एस रैलिंग वर्क का कल्चर बहुत तेजी से फैल रहा है। ऐसे में बेशक प्रिंस जैसा जज़बाती युवक एक नजीर बनकर उभर रहा है।