आर्मी बेस तक कैसे पहुंचे आतंकी ?

Font Size

श्रीनगर : कश्मीर में अशांति के 26 साल बाद किसी आर्मी बेस पर सबसे बड़ा हमला हुआ है। रविवार को उरी के आर्मी ब्रिगेड हेडक्वार्टर्स पर झेलम के रास्ते पीओके के सलामाबाद नाला से घुसे चार-पांच आतंकियों ने हमला कर दिया। ये आतंकी तार काटकर कैंपस में अंदर आए। उन्होंने बेस पर सुबह जवानों की ड्यूटी की अदला-बदली का फायदा उठाया। 1990 के बाद का यह सबसे बड़ा हमला इसलिए है क्योंकि इसमें 17 जवान शहीद हुए हैं।

1. कितना अहम है यह आर्मी बेस?

– यह आर्मी बेस उरी सेक्टर में जिस जगह पर मौजूद है, वहां डोगरा रेजीमेंट तैनात है। यह 12 अार्मी यूनिट का बेस है।
– इस हेडक्वार्टर्स के पीछे की तरफ पहाड़ हैं। उससे लाइन ऑफ कंट्रोल (LoC) सटी है। वहीं से आतंकी झेलम नदी के रास्ते घुसपैठ करते हैं।
– यह एलओसी के पास के सबसे बड़े बेस में से एक है। यहां कई अहम हथियार रखे जाते हैं।

2. आर्मी बेस तक कैसे पहुंचे आतंकी?

– मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि उरी बेस पर घुसे आतंकियों ने 24 से 48 घंटे पहले ही घाटी में घुसपैठ की होगी।
– आतंकी तड़के 3.30 बजे आर्मी बेस पर पहुंचे। इन्होंने जवानों की अदला-बदली के वक्त का फायदा उठाया और तार काटकर बेस के अंदर दाखिल हुए।
– आतंकियों की संख्या चार से पांच थी। ये दो हिस्सों में बंट गए।

3. कैसे किया हमला?

– दो हिस्सों में बंटने के बाद आतंकियों ने सबसे पहले कैम्प के अंदर ग्रेनेड फेंका।
– आतंकियों का दूसरा गुट आर्मी बेस के एडमिनिस्ट्रेटिव बैरक में घुसा। वहां उन्होंने फायरिंग की और ग्रेनेड फेंके।

4. क्यों शहीद हुए जवान?

– आतंकियों ने उन टेंटों काे निशाना बनाया जहां डोगरा रेजीमेंट के जवान ड्यूटी खत्म कर सो रहे थे। आतंकियों ने लगातार ग्रेनेड फेंके। इससे कम से कम 10 टेंटों में आग लग गई।
– दावा किया जा रहा है कि इसी आग से झुलसकर ज्यादातर जवान शहीद हो गए।

5. हमले के बाद क्या हुआ?

– बेस के अंदर हेलिकॉप्टर के जरिए पैराकमांडो उतारे गए। इन कमांडोज ने ही हमले के 6 घंटे के अंदर चार आतंकियों को मार गिराया।

6. क्या बताता है हमले का पैटर्न?

– हमले का पैटर्न बिल्कुल पठानकोट हमले जैसा है। पठानकोट में भी पाकिस्तान से आए जैश-ए-मोहम्मद के आतंकियों ने सुबह के वक्त जवानों की ड्यूटी की अदला-बदली के वक्त का फायदा उठाया था।

– पाकिस्तानी आतंकी पिछले कुछ सालों से लगातार आर्मी, एयरबेस या पैरामिलिट्री फोर्स के बेस को ही निशाना बना रहे हैं।

7. कितने वक्त बाद हुआ ऐसा हमला?

– 8 महीने पहले पठानकोट एयरबेस पर हमला हुआ था। उसमें 7 जवान शहीद हुए थे।
– जम्मू कश्मीर में 1990 से अशांति है। 26 साल में किसी आर्मी बेस पर पहली बार इतना बड़ा आतंकी हमला हुआ है।

8. हमले के बाद क्या हुआ?

– होम मिनिस्टर राजनाथ सिंह को रूस और अमेरिका के दौरे पर जाना था। उन्होंने सुबह ही दौरा रद्द कर दिया। इमरजेंसी मीटिंग बुलाई।
– डिफेंस मिनिस्टर मनोहर पर्रिकर और आर्मी चीफ जनरल दलबीर सिंह सुहाग ने तुरंत उरी जाने का फैसला किया।

9. बड़ा सवाल: क्या म्यांमार जैसी कार्रवाई करेगी मोदी सरकार?

– इससे पहले, जून 2015 में उग्रवादियों ने म्यांमार बॉर्डर से सटे मणिपुर के चंदेल में आर्मी जवानों को ले जा रहे ट्रक पर हमला किया था। इसमें 18 जवान शहीद हुए थे।
– हमले के दो दिन बाद एनएसए अजीत डोभाल के प्लान के तहत आर्मी ने सर्जिकल कमांडो ऑपरेशन चलाया और म्यांमार बॉर्डर के अंदर घुसकर उग्रवादियों को मार गिराया था।

You cannot copy content of this page