नई दिल्ली : केन्द्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने शुक्रवार को स्पष्ट कर दिया कि नोटबंदी के बाद लाए गए 2000 रुपए के नए नोट को वापस लेने का सरकार का कोई प्रस्ताव नहीं है. उन्होंने आज लोकसभा में एक सवाल के लिखित जवाब में इस आशंका को निर्मूल बताया कि 2000 रुपए की करेंसी को वापस लेने का कोई प्रस्ताव है. वित्त मंत्री ने यह भी कहा कि 10 दिसंबर 2016 तक 12.44 लाख करोड़ रुपए के 500 और 1000 रुपए के नोट भारतीय रिजर्व बैंक की चेस्ट में आए हैं .
उन्होंने कहा है कि नोटबंदी के दौरान केंद्र सरकार ने कालाधन, भ्रष्टाचार, आतंकी फंडिंग और नकली नोटों पर कड़ी कार्रवाई जी है . इससे बैंकों में ज्यादा नकदी जमा हुयी और ब्याज दर कम हो गया.
नई करेंसी की छपाई में लागत के सवाल पर वित्त मंत्रालय ने पहले ही कहा है 500 रुपये और 2,000 रुपये के प्रत्येक करेंसी नोट को छापने पर 2.87 रुपये से 3.77 रुपये की लागत बैठती है लेकिन सरकार ने पुराने नोटों को नये नोटों से बदलने पर आई कुल लागत के बारे में कोई संकेत नहीं दिया.