पनीर के गंदे पानी से परेशान हैं मरीज, दुकानदार और ग्रामीण

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यूनुस अलवी
 
मेवात:     लोगों बिमारियों से बचाने के लिये भले ही हरियाणा सरकार सफाई अभियान और शौचमुक्त अभियान पर जोर दे रही हो लेकिन मांडीखेडा स्थित अल-आफिया अस्पताल कि दिवार से सटी हुई दुग्ध और पनीर की डेरी के मालिक द्वारा खुले में फैंके जा रहे पनीर के बदबूदार पानी ने लोगों को जीना मुहाल कर रखा है। अस्पताल में आने वाले मरीज, दुकानदार और डेरी के आसपास रहने वाले लोग बेहद परेशान है। लोगों द्वारा डीसी, एसडीएम, तहसीलदार और सीएमओ से दर्जन बार लिखित में शिकायत देने के बावजूद भी कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। 
   मांडीखेडा निवासी उमर मोहम्मद, नसीम और शब्बीर का कहना है कि पनीर से निकलने वाले गंदे और बदबूदार पानी को दुग्ध डेरी मालिक जमीन में जबाने कि बजाये खुले में पटक देता है।
 
जिसकी वजह से उसमें बदबू हो जाती है। इस बदबू कि वजह से उनका खाना-पीना मुश्किल बन गया है। यहां टाल कि दुकान चलाने वाले नसीम का कहना है कि उनके दुकान पर आने वाले ग्राहक बदबू कि वजह से वापिस चले जाते हैं। उनका कहना है कि अस्पताल में आने वाले मरीज भी चारों ओर फैलने वाली बंदबू से परेशान हैं। लोगों का आरोप है कि डेरी मालिक के अधिकारी और नेताओं से अच्छे संबंध है जिसकी वजह से उनकी परेशानी कि तरफ कोई ध्यान नहीं देता है। उनका कहना है कि गांव के लोगों के साथ मिलकर उन्होने डीसी, एसडीएम, तहसीलदार और सीएमओ से दर्जन बार लिखित में शिकायत दी है लेकिन कोई कार्रवाई नहीं करता है। उनका कहना है कि अगर जल्द ही दुग्ध डेरी मालिक के खिलाफ कार्रवाई नहीं कि गई तो सैंकडों लोग नूंह-फिरोजपुर झिरका जल्द ही मांडीखेडा रोडजाम करेगें।
 

 क्या कहते हैं डिप्टी सीएमओ ? 

 
   मेवात के डिप्टी सीएमओ डा. एसके कौशिक का कहना है कि यह मामला पोलुशन विभाग से है। उनका कहना है कि लोगों कि अगर उनके पास शिकायत आई तो वह संबंधित विभाग के लिये कार्रवाई के लिये भेजा जाऐगा।

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