नक्सली आतंक के विरूद्ध अपराध की दुनिया को टूना उर्फ कृपा नारायण ने अपनाया

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मोतिहारी, मुजफ्फरपुर, शिवहर एवं सीतामढ़ी जिले में संगीन आपराध करने का आरोप 

हत्या, लूट व आर्म्स एक्ट के कई मामले हैं दर्ज

पकड़ीदयाल तेहरी हत्या कांड में संलिप्त होने से टुन्ना का इनकार 

बैदेही सिंह

मोतिहारी : पुलिस ने शुक्रवार की देर रात्रि शादी समारोह में शामिल होने जा रहे संग्रामपुर थाना  क्षेत्र के भवानीपुर ठिकहा गाँव से एक दर्जन हत्या लूट रंगदारी मामले में वांटेड , को धर दबोचा। पताही प्रखंड क्षेत्र के पताही पूर्वी पंचायत स्थित ननकार गांव में एक संभ्रांत परिवार में जन्मे टुन्ना उर्फ कृपा नारायण सिंह ने ग्रेजुएशन तक की शिक्षा दीक्षा प्राप्त की है. प्रखंड में प्रतिबंधित नक्सली संगठन एमसीसी आई के बढ़ते वर्चस्व और जोर जुल्म के विरुद्ध कृपा नारायण सिंह ने   हथियार उठाया और अपराध की दुनिया में कदम रखा था. उसके बाद उनका नाम अपराध की दुनिया में इस कदर फंसता चला गया कि उन्हें लोग अपराध की दुनिया के बेताज बादशाह के रूप पहचानने लगे. यह सिलसिला ऐसे चला कि कुछ ही दिनों में वे पुलिस के लिए चुनौती बन बैठे.  

थानाध्यक्ष नरेंद्र कुमार के अनुसार उनके नाम कई संगीन आपराध के मामले दर्ज हैं. उन्होंने बताया कि उनके खिलाफ पताही थाने में गांव के ही तात्कालीन मुखिया पप्पु सिंह की हत्या 3 दिसंबर 2000 को एवं गाँव के जन वितरण दुकानदार सुरेंद्र पासवान की हत्या 27 मार्च 2001 को करने सम्बन्धी मामला दर्ज है.  इसके अलावा 20 /2001 पताही थाना कांड संख्या, 56/ 2000, पुणे गांव में ही सुरेंद्र पासवान के परिजनों के साथ मारपीट एवं गोलीबारी को लेकर 38/ 2001, में मामला दर्ज है.

उन पर अपने ही शागिर्द मंटू शर्मा की हत्या वर्ष 2014 में मोतिहारी में उनके आवास पर अत्याधुनिक हथियार एके-47 से करने का रोप है जबकि सिरहा, पकड़ीदयाल तेहरी हत्याकांड में भी इनका नाम उछल कर आया था. इसको लेकर पुलिस ने एक लाख रुपए का ईनाम घोषित कर रखा था।

विश्वस्त सूत्रों के अनुसार टुन्ना इन दिनों मुंबई में टैक्सी चलाने का कार्य कर रहा था हालांकि पुलिस इससे इनकार कर रही है. पुलिस कई संगीन मामलों में लगातार टुन्ना की तलाश में लगी थी। हालाँकि टुन्ना ने पकड़ीदयाल जैसवाल ट्रेडर्स तेहरी हत्याकांड में शामिल होने से इनकार किया है.

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