यूनुस अलवी
पुन्हाना: केन्द्रीय विद्यालय गांव सालाहेडी मे बनाने और उपायुक्त का स्थानान्तरण करने कि मांग को लेकर मेवात विकास सभा कि खण्ड पुन्हाना कि इकाई कि ओर से पुन्हाना के तहसीलदार कि मार्फत मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा।
सीएम को भेजे ज्ञापन में कहा गया है कि सामाजिक संगठन मेवात विकास सभा से मुख्यमंत्री को ध्यान दिलाना चाहाता है कि जिला नूंह में सरकार ने एक केन्द्रीय विद्यालय खोलने की मंजूरी साल 2009 में दी थी। इस स्कूल के लिए ग्राम पंचायत सालाहेडी तहसील व जिला नूंह में काफी समय पहले ही जमीन दे चुकी है उस जमीन का इंतकाल (मुटेशन )राजस्व रिकार्ड में केन्द्रीय विद्यालय के नाम से काफी समय पहले चढ चुका है लेकिन उपायुक्त महोद्य जिला नूंह इस केन्द्रीय विद्यालय को जिला मुख्यालय के पास गांव सालाहेडी मे बनवाने के बजाये 15 किलोमीटर दूर गांव संगेल में जबरजस्ती बनवाना चाहाते है जो कि बिल्कुल ही गलत है जब भी उपायुक्त महोद्य इस बारे में बात की जाती है तो उल्टी-सीधी बाते करता है।
उक्त स्कूल बनावाने बहाने से नूंह जिला के लोगों के बीच आपसी मनमुटाव की स्थिति पैदा कर रहा है जिससे इलाके का भाईचारा खराब हो सकता है। उनका आरोप है कि उपायुक्त की मेवात के प्रति बहुत ही नाकारात्मक सोच है जो डिंगरहेडी कांड में सबसे सामने नजर आई है। डब्ल मर्डर और डबल गैंग रेप होने के बावजूद भी वही पीडित परिवार को सांत्वना देने नहीं पहुचे थे।
स्वच्छ भारत अभियान को लेकर जहां लोगों को जागरूक करने के बजाये इलाके के लोगों को गंदी भाषा का भी इस्तेमाल करते हैं। लोगों से बदतमीजी से बात कर डराता धमकाता है। इन बातों से यह महसुस होता है कि मेवात उपायुक्त अल्पसंख्यक विरोधी है जबकि अधिकारी को बिना भेदभाव के इलाके की तरक्की व खुशहाली के लिए काम करना चाहिए बल्कि यह अधिकारी मेवात इलाके के भाईचारा व अमन शंाति को बिगाडना चाहाता है जो की हमारा सदियों से भाईचारा चला आ रहा है, मौजूदा डीसी के रहते वह बिगड सकता है।