नई दिल्ली। केंद्रीय मंत्रालयों/विभागों के साथ अधिक सांख्यिकीय समन्वय के उद्देश्य को आगे बढ़ाने के लिए, सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय 23 दिसंबर को नई दिल्ली में न्यू मोती बाग स्थित कौशल भवन में केंद्रीय मंत्रालयों/विभागों के सांख्यिकी सलाहकारों की संवेदनशीलता-सह-समीक्षा बैठक के दूसरे दौर का आयोजन कर रहा है।इससे पूर्व सांख्यिकी सलाहकारों को उनकी भूमिका और जिम्मेदारियों के बारे में जागरूक करने के लिए 29 अगस्त को आधे दिन की कार्यशाला का आयोजन किया गया था।
उल्लेखनीय है कि सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय देश में सांख्यिकी प्रणाली की योजना और एकीकृत विकास के लिए एक नोडल एजेंसी के रूप में कार्य करता है। इस अधिदेश के साथ और सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय और अन्य केंद्रीय मंत्रालयों/विभागों के बीच सांख्यिकीय समन्वय को और मजबूत बनाने तथा एक संस्थागत व्यवस्था स्थापित करने के लिए, मंत्रालय ने सभी केंद्रीय मंत्रालयों/विभागों में सांख्यिकी सलाहकारों की भूमिका और जिम्मेदारियों को परिभाषित किया है।
23 दिसम्बर को होने वाली बैठक में एआई क्यूरेशन यूनिट्स/इंडियाएआई डेटासेट प्लेटफॉर्म सहित उभरती प्रौद्योगिकियों के लिए संस्थागत तत्परता; सांख्यिकी संग्रह (सीओएस) अधिनियम, 2008 का उपयोग; मेटाडेटा रिपोर्टिंग के लिए संस्थागत तंत्र, डेटा गुणवत्ता समीक्षा और तकनीकी सहयोग बढ़ाने में सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय की भूमिका; बुनियादी ढांचा परियोजना निगरानी; वैश्विक सूचकांकों पर समन्वय और सर्वेक्षणों का प्रभावी उपयोग आदि कई महत्वपूर्ण मामलों पर चर्चा की जाएगी।
बैठक में सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय के अधिकारियों के अलावा, सांख्यिकी सलाहकारों और केन्द्रीय मंत्रालयों/विभागों के अन्य प्रतिनिधियों के भी भाग लेने की संभावना है।