नई दिल्ली : केंद्रीय गृह मंत्री और सहकारिता मंत्री अमित शाह रविवार 27 अक्टूबर 2024 को पश्चिम बंगाल के लैंड पोर्ट,पेट्रापोल में यात्री टर्मिनल भवन और मैत्री द्वार का उद्घाटन करेंगे। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने सभी दक्षिण एशियाई देशों के साथ हमारे सांस्कृतिक और व्यापार संबंधों को आगे बढ़ाने के लिए भारतीय भूमि बंदरगाह प्राधिकरण को एक नई गति, दिशा और आयाम प्रदान किया है।
लैंड पोर्ट पेट्रापोल दक्षिण एशिया का सबसे बड़ा लैंड पोर्ट है और यह भारत और बांग्लादेश के बीच व्यापार और वाणिज्य के लिए एक अहम प्रवेश द्वार है। पेट्रापोल (भारत)-बेनापोल (बांग्लादेश) व्यापार और यात्री आवाजाही दोनों के मामले में भारत-बांग्लादेश के लिए सबसे महत्वपूर्ण भूमि सीमा क्रॉसिंग में से एक है। भारत और बांग्लादेश के बीच करीब 70 प्रतिशत भूमि-आधारित व्यापार (मूल्य के हिसाब से) इसी भूमि बंदरगाह के ज़रिए होता है। पेट्रापोल लैंड पोर्ट भारत का आठवां सबसे बड़ा अंतरराष्ट्रीय आव्रजन बंदरगाह भी है और भारत और बांग्लादेश के बीच सालाना 23.5 लाख से ज़्यादा यात्रियों की आवाजाही की सुविधा प्रदान करता है।
यात्री टर्मिनल भवन, पेट्रापोल
- लैंड पोर्ट पेट्रापोल में नया यात्री टर्मिनल भवन, इस क्षेत्र के बुनियादी ढांचे में एक महत्वपूर्ण सुविधा केंद्र है, जो भारत और बांग्लादेश के बीच यात्रा अनुभव को और बेहतर बनाने के लिए तैयार है।
- अपने मजबूत निर्माण और उन्नत तकनीकी प्रणालियों के साथ, ये टर्मिनल सभी उपयोगकर्ताओं के लिए सुरक्षा, दक्षता और आराम का वादा करता है।
- अंतरराष्ट्रीय परिवहन केंद्रों की भव्यता को प्रतिबिंबित करने के लिए डिज़ाइन किया गया पेट्रापोल स्थित पीटीबी, सभी आधुनिक सुविधाओं, जैसे वीआईपी लाउंज, ड्यूटी फ्री दुकानें, बेसिस मेडिकल सुविधा, शिशु आहार कक्ष, खाद्य और पेय पदार्थ आउटलेट आदि से सुसज्जित है।
- प्रति दिन 20,000 यात्रियों को संभालने की क्षमता और एक ही छत के नीचे आव्रजन, सीमा शुल्क और सुरक्षा सेवाएं उपलब्ध होंगी।
- 59,800 वर्ग मीटर का पर्याप्त निर्मित क्षेत्र।
- फ्लैप बैरियर एकीकरण के माध्यम से स्वचालित प्रवेश और निकास प्रणालियों का कार्यान्वयन।
- यह महत्वाकांक्षी परियोजना बुनियादी ढांचे और सेवा मानकों को फिर से परिभाषित करने, भारत और बांग्लादेश के बीच यात्रा अनुभव को सुखद बनाने और खुद को एशिया में एक महत्वपूर्ण केंद्र के रूप में स्थापित करने के लिए तैयार है।
मैत्री द्वार
- मैत्री द्वार दोनों देशों द्वारा सहमत जीरो लाइन पर एक संयुक्त कार्गो गेट है।
- केंद्रीय गृह मंत्री और सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह ने 9 मई 2023 को इसका शिलान्यास किया था।
- लैंड पोर्ट पेट्रापोल पर प्रति दिन लगभग 600-700 ट्रक आते हैं। दैनिक सीमा पार यातायात की इतनी व्यवस्त आवाजाही को देखते हुए एलपीएआई ने भारत-बांग्लादेश सीमा पर मैत्री द्वार नामक एक नया सामान्य दूसरा कार्गो गेट स्थापित किया है।
- कार्गो आवाजाही के लिए इस समर्पित गेट का उद्देश्य दोनों देशों के बीच माल के प्रवाह को आसान और सुव्यवस्थित करना है।
- मैत्री द्वार की शुरूआत से सीमा पर माल की रिहाई और निकासी में काफी तेजी आने की उम्मीद है, जिससे व्यापार दक्षता में वृद्धि होगी।
- ये गेट आधुनिक सुविधाओं जैसे एएनपीआर, बूम बैरियर, चेहरे की पहचान करने वाले कैमरे और भारतीय तथा बांग्लादेशी ट्रकों के लिए पहुंच-नियंत्रित प्रवेश/निकास बिंदु से सुसज्जित है।
- यह कार्गो आवाजाही के लिए एक समर्पित गेट होगा।