नई दिल्ली : इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (एमईआईटीवाई) के राष्ट्रीय ई-गवर्नेंस प्रभाग (एनईजीडी) ने भारत के विभिन्न डिजिटल सार्वजनिक अवसंरचना (डीपीआई) पर प्रतिनिधियों को व्यावहारिक अनुभव प्रदान करने के लिए इंडिया मोबाइल कांग्रेस (आईएमसी) 2024 में एक मंडप, ‘डिजिटल इंडिया नवाचार जोन‘ स्थापित किया है ।
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने अंतर्राष्ट्रीय दूरसंचार संघ-विश्व दूरसंचार मानकीकरण सभा (डब्ल्यूटीएसए) 2024 कार्यक्रम के दौरान भारत मंडपम में इंडिया मोबाइल कांग्रेस के 8वें संस्करण का उद्घाटन किया और इस अवसर पर प्रदर्शित प्रदर्शनी का अवलोकन किया।
श्री एस कृष्णन, सचिव, इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय 16 अक्टूबर,2024 को भारत मंडपम, नई दिल्ली में इंडिया मोबाइल कांग्रेस में डिजिटल इंडिया नवाचार ज़ोन का भ्रमण करते हुए
इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के सचिव श्री एस कृष्णन ने भी इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के मंडप का दौरा किया और वहां प्रदर्शित विभिन्न अत्याधुनिक इलेक्ट्रॉनिक प्रणालियों और डिजिटल ई-गवर्नेंस समाधानों को देखा।
इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय का मंडप
मंत्रालय के मंडप का उद्देश्य प्रतिनिधियों को विभिन्न डीपीआई जैसे डिजिलॉकर, उमंग, आधार, यूपीआई, ईसंजीवनी, ओनडीसी और डिजिटल इंडिया भाषानी पर व्यावहारिक अनुभव प्रदान करना है। इसके अतिरिक्त,) मंत्रालय के संगठनों सीडैक, निक्सी, समीर ने देश में मेड-इन-इंडिया तकनीकी प्रगति को प्रदर्शित करने के लिए इंटरैक्टिव बूथ स्थापित किए हैं।
इस अत्याधुनिक मंडप के माध्यम से, मंत्रालय वैश्विक हितधारकों को उन परियोजनाओं के बारे में जागरूक करना चाहता है जो स्केलेबल हैं और नागरिकों के लिए जीवन को सुगम बनाने, व्यापार करने में सुगमता और सुशासन को सुगम बनाती हैं।
उमंग बूथ आगंतुकों को रोटोस्कोप के माध्यम से वास्तविक समय में ब्लड बैंक सर्च, ट्रेन नेविगेशन, पेंशनभोगी जीवन प्रमाण पत्र निर्माण, पासपोर्ट सेवा आदि जैसी कुछ महत्वपूर्ण सेवाओं से परिचित कराता है । दूसरी ओर, डिजिलॉकर बूथ पर एक समयबद्ध गेम ‘टाइम चैलेंज: सिक्योर डॉक्स’ आगंतुकों को अपने दस्तावेज़ों को डिजिटल वॉल्ट में रखने और डिजिटल इंडिया मर्चेंडाइज़ अर्जित करने की अनुमति देता है। प्रतिनिधि डिजिलॉकर इकोसिस्टम का लाइव प्रदर्शन और पंजीकरण की चरण-दर-चरण प्रक्रिया भी देख सकते हैं।
भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (एनपीसीआई) प्रतिनिधियों को यूपीआई के माध्यम से ‘स्कैन एवं भुगतान’ सुविधा का लाइव डेमो प्रदान करेगा तथा अन्य यूपीआई सेवाओं का प्रदर्शन करेगा जो भारत में डिजिटल भुगतान क्रांति में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं।
ओएनडीसी स्टॉल एक इंटरैक्टिव अनुभव प्रदान करता है, जहाँ एक ओर यह लाइव नंबरों और विक्रेता कहानियों के माध्यम से ई कॉमर्स क्षेत्र में अपने द्वारा बनाए गए प्रभाव को उजागर करता है, वहीं दूसरी ओर दिलचस्प वीडियो की एक श्रृंखला के माध्यम से और साथ ही नेटवर्क से खरीदारी करने के वास्तविक जीवन के डेमो के माध्यम से ओएनडीसी क्या करता है ये प्रदर्शित किया गया है। ओएनडीसी स्टॉल पर आने वाले लोग अपने ट्रिविया गेम में कुछ बहुत ही सरल सवालों के उत्तर देकर आकर्षक पुरस्कार भी जीत सकते हैं।
डिजिटल इंडिया भाषिणी बूथ पर इसके विभिन्न उपयोगों को प्रदर्शित किया जा रहा है, जैसे ‘बातचीत’, मोबाइल कॉल के लिए एक क्रॉस-लैंग्वेज ट्रांसलेशन; सभा लेखा, एक एआई आधारित बहुभाषी मीटिंग प्लेटफ़ॉर्म, और भी बहुत कुछ। बातचीत ऐप स्पष्ट संचार के लिए ऐप में प्रदर्शित लिप्यंतरण के साथ-साथ वॉयस कॉल क्षमताएं प्रदान करता है। बातचीत ऐप-टू-ऐप और ऐप-टू-मोबाइल कॉलिंग दोनों का समर्थन करती है, जिससे दूसरे व्यक्ति को ऐप इंस्टॉल किए बिना भी भाग लेने की अनुमति मिलती है। इस बूथ में अग्रणी एआई-संचालित समाधान कन्वर्सेशनऐली भी है जो डॉक्टरों को मधुमेह, मोटापा और उच्च रक्तचाप जैसी पुराने रोगों वाले रोगियों में अनुपालन व्यवहार को बेहतर बनाने के लिए सकारात्मक बातचीत संकेत प्रदान करके इन-क्लीनिक वार्तालापों को अनुकूलित करने में सक्षम बनाता है। एक अन्य उपकरण साइनएस्सिटव एक ऐसा प्लेटफ़ॉर्म है जो 18एम श्रवण बधिर और कम सुनने वाले लोगों को किसी भी प्रकार की जानकारी सुलभ बनाता है।
ई-संजीवनी के बूथ पर एक टेली-परामर्श केंद्र स्थापित किया गया है । प्रतिनिधि भारत की राष्ट्रीय टेलीमेडिसिन सेवा किस प्रकार ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों में नागरिकों तक पहुँच रही है और स्वास्थ्य संबंधी अंतर को समाप्त करने पर जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
प्रत्येक भारतीय की विशिष्ट डिजिटल पहचान, आधार , लाखों लोगों के जीवन को प्रभावित करने वाला चेहरा प्रमाणीकरण समाधान प्रस्तुत कर रहा है।
” मन की बात ” बूथ प्रतिनिधियों को अपनी क्षेत्रीय भाषा में विभिन्न एपिसोड सुनने में सहायता करता है।
मंत्रालय का संगठन निक्सी प्रतिनिधियों को .भारत डोमेन के महत्व और बहुभाषी इंटरनेट की आवश्यकता के बारे में शिक्षित करने के लिए एक व्यापक अनुभव प्रदान कर रहा है । वे बूथ पर अपना स्वयं का भारत डोमेन भी पंजीकृत कर सकते हैं।
मंडप में 5जी और उससे आगे की तकनीक के क्षेत्रों में सीडैक के उत्पाद और समाधान प्रदर्शित किए गए हैं। आईओएस-5जीएन, उद्योग स्तर के ओपन सोर्स 5जी प्लेटफ़ॉर्म के विकास के लिए मंत्रालय द्वारा वित्तपोषित परियोजना, ओपन सोर्स समाधानों का उपयोग करके एंड-टू-एंड 5जी सेटअप को कवर करती है। सीडैक ने अपने मोबाइल सुरक्षा समाधान ‘एम-कवच’, ‘एम-प्रबंध’ और ‘परीक्षा’ भी प्रदर्शित किए हैं। प्रदर्शन में उपयोग के मामलों के लिए एसडीएस मिडलवेयर आधारित 5जी सिमुलेशन प्लेटफ़ॉर्म, स्मार्ट ऊर्जा मीटर, 5जी वी2X समाधान और 5जी आधारित ड्रोन विकास प्लेटफ़ॉर्म ‘क्रिएट’ शामिल हैं।
समीर ने अगली पीढ़ी की संचार और माइक्रोवेव प्रौद्योगिकियों का प्रदर्शन किया है, जिन्हें मंत्रालय के डिजिटल इंडिया मिशन के तहत अपनाया जा रहा है। इसने वायुमंडलीय विज्ञान, स्वास्थ्य सेवा, 6जी संचार और औद्योगिक अनुप्रयोगों के क्षेत्र में विकसित विभिन्न प्रौद्योगिकियों को इंटरैक्टिव यूआई के माध्यम से प्रदर्शित किया है और जलवायु अध्ययनों के लिए एमएमडब्ल्यू रेडियोमीटर और चिकित्सा अनुप्रयोगों के लिए 1.5 टी सुपरकंडक्टिंग एमआरआई स्कैनर की छोटी प्रतिकृति भी प्रदर्शित की है। इन प्रदर्शनों के माध्यम से, समीर आईएमसी, 2024 में भाग लेने वाले बड़े दर्शकों तक विकसित प्रौद्योगिकियों की महत्वपूर्ण विशेषताओं का प्रसार कर रहा है।
इंडिया मोबाइल कांग्रेस 2024
इंडिया मोबाइल कांग्रेस 2024 भारत के नवाचार इकोसिस्टम को प्रदर्शित कर रहा है, जहाँ अग्रणी दूरसंचार कंपनियाँ और इनोवेटर क्वांटम तकनीक और सर्कुलर इकोनॉमी में प्रगति को उजागर करेंगे, साथ ही 6जी, 5जी यूज़-केस शोकेस, क्लाउड और एज कंप्यूटिंग, आईओटी, सेमीकंडक्टर, साइबर सुरक्षा, ग्रीन टेक, सैटेलाइट कम्युनिकेशंस और इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग पर भी प्रकाश डालेंगे। इसके 2024 संस्करण में 400 से अधिक प्रदर्शक, लगभग 900 स्टार्टअप और 120 से अधिक देशों की भागीदारी होगी। इस कार्यक्रम का उद्देश्य 900 से अधिक प्रौद्योगिकी उपयोग के परिदृश्यों को प्रदर्शित करना, 100 से अधिक सत्रों की मेजबानी करना और 600 से अधिक वैश्विक और भारतीय वक्ताओं के साथ चर्चा करना है।
दूरसंचार विभाग द्वारा भारत मंडपम, नई दिल्ली में 15-18 अक्टूबर, 2024 तक चार दिवसीय कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है।