फसल खरीद के दौरान किसानों के समक्ष किसी प्रकार की दिक्कत नहीं आनी चाहिए: डीसी

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– जिला में एक अक्टूबर से शुरू होगी बाजरे की खरीद, डीसी निशांत कुमार यादव ने संबंधित अधिकारियों को दिए निर्देश

गुरूग्राम, 27 सितंबर। डीसी निशांत कुमार यादव की अध्यक्षता में बाजरे की खरीद प्रबंधन बारे संबंधित अधिकारियों की समीक्षा बैठक आयोजित हुई। लघु सचिवालय स्थित कॉन्फ्रेंस हॉल में आयोजित बैठक में डीसी ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि किसानों को मंडी में फसल बिक्री के दौरान किसी प्रकार की दिक्कत नहीं आनी चाहिए। इसके लिए सभी जरूरी प्रबंध समय रहते किए जाएं। उन्होंने कहा कि जिला में 1 अक्तूबर से बाजरे की खरीद शुरू की जाएगी।

डीसी निशांत कुमार यादव ने बैठक में पिछले सीजन में हुई आवत व इस बार मंडियों ने आने वाली फसल की अनुमानित आवत की समीक्षा करते हुए निर्देश दिए कि खरीद के दौरान जिला में स्थापित मंडियों में किसानों के समक्ष जैसे बिजली-पानी, शौचालय व टोकन आदि सहित अन्य किसी प्रकार की दिक्कत नहीं आनी चाहिए। डीसी ने कहा कि निर्धारित शैड्यूल के अनुरूप ही किसान मंडियों में अपनी फसल लेकर आएंगे। फसल खरीद के बाद मंडी से फसल का उठान भी साथ-साथ होना जरूरी है।

उन्होंने निर्देश दिए कि खरीद के दौरान पर्याप्त संख्या में बारदाना भी होना चाहिए। यदि बारदाना कम है तो उसके बारे में उच्चाधिकारियों से संपर्क करें। उन्होंने कहा कि फसल के उठान के लिए पर्याप्त संख्या में ट्रांसपोर्टेशन भी होना चाहिए। इसी प्रकार से उचित गोदाम की व्यवस्था हो। आढतियों के पास तिरपाल, झरना, वजन, पर्याप्त लेबर और बारदाना सीलने के लिए समुचित संख्या में सिलाई मशीन होनी चाहिए। डीसी ने निर्देश दिए कि मेरी फसल-मेरा ब्यौरा पोर्टल पर पंजीकृत किसानों की फसल ही सरकारी खरीद पर मंडियों में होगी। फसल की खरीदारी टोकन के हिसाब से होगी।

कृषि उप निदेशक अनिल तंवर ने डीसी को बताया कि जिला में 21 हजार से अधिक किसानों ने करीब 84 हजार एकड़ क्षेत्र में
बाजरे की फसल का मेरी फसल मेरा ब्यौरा पोर्टल पर पंजीकरण कराया है। उन्होंने बताया कि बाजरे की खरीद एमएसपी यानी 2625 रुपए प्रति क्विंटल की दर से की जाएगी। बैठक में मार्किट कमेटी के अधिकारियों ने बताया कि मंडियों में फसलों की आवत को लेकर सभी तैयारियां पूरी कर ली गयी है।

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