- झूठा मुकदमा दर्ज करने का डर दिखा कर शिकायतकर्ता से की जा रही थी रिश्वत की मांग
- आरोपियों द्वारा डेढ़ लाख रुपए की राशि के टायर रिश्वत के तौर पर पहले ही लिए जा चुके थे, ₹20000 की रिश्वत की और की जा रही थी मांग
चंडीगढ़, 7 अप्रैल । हरियाणा एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने नूह जिला के डायल-112 फिरोजपुर झिरका पुलिस थाने में कार्यरत ईएसआई सुरेंदर तथा हेड कांस्टेबल बीरपाल को 5 हजार रूपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफतार किया। आरोपियों द्वारा शिकायतकर्ता पर झूठा मुकदमा दर्ज करने के बदले में 20 हज़ार रुपये की रिश्वत की मांग की जा रही थी जिसमें से सब इंस्पेक्टर को ₹5000 की रिश्वत लेते हुए एसीबी की टीम ने रंगे हाथों गिरफ्तार किया ।
इस बारे में जानकारी देते हुए सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि एंटी करप्शन ब्यूरों की टीम को शिकायत प्राप्त हुई कि आरोपियों द्वारा शिकायतकर्ता पर झूठा मुकदमा दर्ज करने के बदले में ₹20000 की रिश्वत की मांग की जा रही है। शिकायतकर्ता ने बताया कि इस मामले में आरोपियों द्वारा पहले ही डेढ़ लाख रुपए की राशि के टायर्स रिश्वत के तौर पर लिए गए थे। मामले की पुष्टि करते हुए एसीबी की टीम ने आरोपियों को पकड़ने के लिए योजना बनाई और उन्हें ₹5000 की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। इस मामले में दोनों आरोपियों के खिलाफ गुरुग्राम एंटी करप्शन ब्यूरो पुलिस थाने में मुकदमा दर्ज करते हुए कार्यवाही की गई है। यह पूरी कार्रवाई गवाहों के समक्ष पूरी पारदर्शिता बरतते हुए की गई। इस मामले में सभी आवश्यक सबूत जुटाते हुए जांच पड़ताल की जा रही है।
ब्यूरो के प्रवक्ता ने आमजन से अपील करते हुए कहा कि यदि कोई भी अधिकारी अथवा कर्मचारी सरकारी काम करने की एवज में रिश्वत की मांग करता है तो तुरंत इसकी जानकारी हरियाणा एंटी करप्शन ब्यूरो के टोल फ्री नंबर -1800-180-2022 तथा 1064 पर देना सुनिश्चित करें।