नई दिल्ली : भाजपा ने मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में कांग्रेस से दो राज्यों में सत्ता छीन कर और एक राज्य में पहले से भी अधिक बहुमत से सत्ता में पुनः वापसी कर देश के बड़े हिंदी भाषी राज्यों में अपनी मजबूत पकड होने का संकेत दिया है. लेकिन कांग्रेस पार्टी का मानना है कि विधानसभा चुनाव में उन्हें हार जरूर मिली है, लेकिन जनता अब भी उनके साथ है. सोशल मिडिया एक्स पर कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कुछ ऐसा ही संकेत दिया है.
कांग्रेस पार्टी के नेता ने अपने पोस्ट में कहा है कि “यह सच है कि छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश और राजस्थान में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का प्रदर्शन निराशाजनक रहा है. नतीजे हमारी उम्मीदों के मुताबिक़ नहीं आए हैं. लेकिन वोट शेयर के मामले में कांग्रेस भाजपा से ज़्यादा दूर नहीं है. दरअसल, इस अंतर को मिटाया जा सकता है. ये आंकड़े वापसी के लिए आशा और उम्मीद जगाते हैं.”
यह सच है कि छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश और राजस्थान में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का प्रदर्शन निराशाजनक रहा है। नतीजे हमारी उम्मीदों के मुताबिक़ नहीं आए हैं। लेकिन वोट शेयर के मामले में कांग्रेस भाजपा से ज़्यादा दूर नहीं है — दरअसल इस अंतर को मिटाया जा सकता है। ये आंकड़े वापसी के लिए…
— Jairam Ramesh (@Jairam_Ramesh) December 4, 2023
उन्होंने कहा है कि ” वोट शेयर कांग्रेस की कहानी बताते हैं जो भाजपा से बहुत पीछे नहीं है – वास्तव में, वह बहुत ही कम दूरी पर है। यही आशा और पुनरुद्धार का कारण है। ”
कांग्रेस नेता ने तीन राज्यों के चुनावों में प्राप्त मतों के आअक्न्दे साझा किये हैं :
छत्तीसगढ
बीजेपी 46.3%
कांग्रेस 42.2%
मध्य प्रदेश
बीजेपी 48.6%
कांग्रेस 40.4%
राजस्थान
बीजेपी 41.7%
कांग्रेस 39.5%