– गांव अलीपुर में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री अंत्योदय परिवार उत्थान योजना से तीन को स्वरोजगार के लिए मिला ऋण स्वीकृति पत्र, दो बुजुर्गों को सामाजिक सुरक्षा पेंशन का लाभ व पीएम स्वनिधि से एक को मिला जीवन में आगे बढ़ने का अवसर
– लाभार्थी बोले, निराशा के जीवन में उम्मीद का दीया बनकर आई है मुख्यमंत्री अंत्योदय परिवार उत्थान योजना
– रेहड़ी पटरी पर व्यवसाय करने वालों के स्वाभिमान की संरक्षक बनी पीएम स्वनिधि योजना
गुरुग्राम, 30 नवंबर। विकसित भारत-संकल्प यात्रा, जनसंवाद कार्यक्रम जरूरतमंद व विभिन्न योजनाओं के पात्र लोगों के लिए मददगार साबित हो रहा है। इसी कड़ी में गुरुवार को सोहना खण्ड के गांव अलीपुर में विभिन्न विभागों की ओर से लगाई गई प्रदर्शनी में छ: पात्रों को विभिन्न योजनाओं का ऑन द स्पॉट लाभ मिला। डीसी निशांत कुमार यादव ने योजनाओं के लाभार्थियों को बधाई देते हुए उज्ज्वल भविष्य के लिए शुभकामनाएं दी।
श्री निशांत कुमार यादव ने कहा कि वृद्धावस्था पेंशन योजना को परिवार पहचान पत्र से जोड़ने के बाद अब बुजुर्गों को राहत मिलने लगी है। मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल के मार्गदर्शन में प्रदेश में जब से सरकार की यह फ्लैगशिप योजना शुरू हुई है, तब से आयु व आय के निर्धारित मापदंडों को पूरा करने वाले बुजुर्गों की परिवार पहचान पत्र के माध्यम से अब वृद्धावस्था सम्मान पेंशन ऑटो मोड में बनने लगी है। वहीं परिवार पहचान पत्र के माध्यम से एक लाख अस्सी हजार से कम आय वाले परिवारों को अंत्योदय मेलो के माध्यम से आर्थिक संभल दिया जा रहा है।
एडीसी हितेश कुमार मीणा ने वृद्धावस्था सम्मान भत्ता पाने की पूरी प्रक्रिया की जानकारी देते हुए बताया कि अब किसी भी बुजुर्ग को वृद्धावस्था सम्मान भत्ता लेने के लिए आवेदन करने की जरूरत नहीं है। परिवार पहचान पत्र के तहत जिनकी उम्र 60 साल हो गई है और जिनकी पति पत्नी की सालाना इनकम तीन लाख रुपये से कम हैं, उनका डेटा क्रीड की तरफ से ऑटोमेटिक तरीके से सोशल जस्टिस डिपार्टमेंट को भेज दिया जा रहा है। परिवार पहचान पत्र में जैसे ही बुजुर्ग की उम्र 60 वर्ष होती हैं, उसी समय विभाग को क्रीड की ओर से सूची मिल जाती है। इसके बाद विभाग संबंधित लाभार्थी के पास जाकर उसकी सहमति लेता हैं, अगर वह सहमति देता है तो उसके बाद पेंशन शुरू कर दी जाती है। उन्होंने लोगों से आह्वान किया कि वे वृद्धावस्था सम्मान भत्ता के लिए किसी भी कार्यालय में चक्कर ना लगाएं। इस सम्मान भत्ता के पात्र होते ही विभाग के कर्मचारी खुद उनके घर आएंगे।
– परिवार पहचान पत्र ने बढ़ाया बुजुर्गों का मान : वृद्धावस्था पेंशन लाभार्थी
विकसित भारत संकल्प यात्रा, जनसंवाद कार्यक्रम में जिला समाज कल्याण विभाग द्वारा लगाए गए स्टॉल पर तत्काल पेंशन बनने के लाभार्थी थानाराम व रतिराम ने कहा कि अभी कुछ दिन पूर्व ही उन्होंने 60 वर्ष की आयु पूर्ण की है। ऐसे में वे वृद्धावस्था पेंशन के लिए आवेदन करने की सोच रहे थे लेकिन गांव में आयोजित यह कार्यक्रम उनके लिए वरदान साबित हुआ है। उन्होंने बताया कि कभी बुजुर्गों के सम्मान स्वरूप शुरू हुई इस योजना को यदि किसी ने सार्थक दिशा दी है तो वे केवल हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ही हैं। जिन्होंने बुजुर्गों का मान रखते हुए परिवार पहचान पत्र के माध्यम से घर बैठे ही उन्हें इस महत्वपूर्ण योजना का लाभ देने का निर्णायक कदम उठाया है। उन्होंने कहा कि 60 वर्ष की आयु पूरी करने के बाद पेंशन के लिए सरकारी कार्यालयों के चक्कर लगाना एक जटिल व बोझिल प्रक्रिया थी जिसे परिवार पहचान पत्र ने बेहद सरल व सुगम बना दिया है। उन्होंने कहा कि पूर्व में भले ही इसे वृद्धावस्था सम्मान भत्ता कहा जाता हो लेकिन वास्तविक सम्मान अब मिला है जब आपको घर बैठे ही योजना का लाभ मिल रहा है।
उम्मीद बनकर आई है मुख्यमंत्री अंत्योदय परिवार उत्थान योजना : ललिता देवी
विकसित भारत संकल्प यात्रा, जनसंवाद कार्यक्रम में गांव अलीपुर निवासी ललिता ने स्वरोजगार के लिए मुख्यमंत्री अंत्योदय परिवार उत्थान योजना के तहत पीएनबी बैंक द्वारा लोन उपलब्ध कराए जाने उपरांत अपने अनुभव सांझा करते हुए कहा कि जीवन में कई बार ऐसा वक्त आता है कि आपके पास स्वरोजगार व जीवन यापन के लिए कुछ नया करने की चाह तो होती है लेकिन आपके आर्थिक हालात उन उद्देश्यों की पूर्ति में बाधक बन जाते हैं। इन हालातों से जीवन में एक निराशा का माहौल निरंतर बना रहता है। ऐसी परिस्थितियों में प्रदेश सरकार द्वारा अंत्योदय के भाव से शुरू की गई मुख्यमंत्री अंत्योदय परिवार योजना समाज की मुख्यधारा से पिछड़े परिवारों के जीवन में उम्मीद की एक नई किरण लेकर आये हैं। उन्होंने बताया कि आर्थिक रूप से मजबूती प्रदान करने के साथ साथ जीवन यापन व स्वरोजगार में सहायक इस योजना के माध्यम से विभिन्न कौशल कार्यक्रमों के तहत विशेष मार्गदर्शन भी दिया जा रहा है, जो हमारे जीवन यापन की राह को सरल बनाने में सहायक होगा।
रेहड़ी पटरी वालों के लिए पीएम स्वनिधि योजना से मिली आगे बढ़ने की राह : अंजली व दिव्या, लाभार्थी
कार्यक्रम में पीएम स्वनिधि की लाभार्थी अंजली व दिव्या ने लोन मिलने उपरांत अपने अनुभव सांझा करते हुए कहा कि इस योजना के तहत लोन की राशि भले ही छोटी हो लेकिन हमारे जीवन के उद्देश्यों की पूर्ति में यह बहुत मायने रखती है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी की दूरदृष्टिता से शुरू की गई यह योजना रेहड़ी पटरी पर व्यवसाय करने वाले लाखों लोगों की दैनिक लेनदेन की प्रक्रिया में एक सहायक के तौर हमे मानसिक मजबूती प्रदान करने के साथ साथ हमारे स्वाभिमान की संरक्षक भी बनी है।