नई दिल्ली। सीपीसीबी के अनुसार गुरुवार सुबह दिल्ली का समग्र वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 398 पर था . यह मानव स्वास्थ्य की दृष्टि से बेहद खतरनाक स्तर है. आंकड़े बताते हैं कि दिल्ली में एक बार फिर वायु प्रदूषण का स्तर पहले की स्थिति में पहुंच चुका है जिसे बेहद खतरनाक बताया जा रहा है. बुधवार को एक ए क्यू आई 426 था जबकि एक दिन पहले यह 390 था. लगभग यही स्थिति दिल्ली के सभी इलाके में बनी रही जबकि पंजाबी बाग में 464 और नेहरू नगर में 461 रिकॉर्ड दर्ज किया गया जो औसत से कहीं अधिक है। आईआईटीएम की डिसीजन सपोर्ट सिस्टम का आकलन बताता है कि बायोमास बर्निंग का स्तर भी पीएम 2.5 में गुरुवार को 26 % से 38% तक पहुंच सकता है.
इस तरह की स्थिति ही एनसीआर के शहरों में बनी हुई है. गुरुग्राम, फरीदाबाद , नॉएडा और गाजियाबाद जैसे शहरों में भी हालत बदतर बने हुए हैं . ग्रेड IV लागू करने का दावा किया जा रहा है लेकिन कोई राहत मिलती नजर नहीं आ रही है. कारण स्पष्ट है कि सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के बावजूद दिल्ली से सटे राज्यों में पराली जलाने की घटनाओं पर अंकुश नहीं लगे जा सका है. अगर बात की जाय 8 नवम्बर की तो एक दिन में ही पंजाब में पराली जलाने की दो हजार से अधिक घटनाएं दर्ज हुईं हैं जबकि मध्यप्रदेश में 417, यूपी में 47 , हरियाणा में 44 , राजस्थान में 29 और दिल्ली में एक मामले सामने आये हैं .
दिल्ली के किस इलाके में कितना प्रदूषण ?
आनंद विहार में बुधवार शाम एक्यूआई में मामूली सुधार के बाद, फिर से पीएम 2.5 और पीएम10 का स्तर 500 पर पहुंच कर गंभीर श्रेणी में प्रवेश कर गया। कार्बन मोनोऑक्साइड (सीओ) 125 पर ‘मध्यम’ श्रेणी में था।
बुधवार शाम छह बजे आनंद विहार में एक्यूआई 367 पर था जो ‘बहुत खराब’ की श्रेणी आता है, जबकि सीओ 108 पर ‘मध्यम’ श्रेणी में था।
शून्य और 50 के बीच एक्यूआई को ‘अच्छा’ माना जाता है। इसका 51 और 100 के बीच का स्तर ‘संतोषजनक’; 101 और 200 के बीच ‘मध्यम’; 201 और 300 ‘खराब’; 301 और 400 के बीच ‘बहुत खराब’; और 401 और 500 के बीच ‘गंभीर’ की श्रेणी में आता है।
बवाना में पीएम2.5 और पीएम10 का स्तर 500 दर्ज किया गया, जबकि सीओ 106 (मध्यम) रहा।
दिल्ली टेक्निकल यूनिवर्सिटी (डीटीयू) स्टेशन पर गुरुवार सुबह पीएम10 ‘गंभीर’ श्रेणी में 497 पर पहुंच गया, जबकि पीएम2.5 ‘बहुत खराब’ श्रेणी में 371 पर था। यहां सुबह 9 बजे सीओ ‘मध्यम’ श्रेणी के तहत 106 दर्ज किया गया।
द्वारका सेक्टर-8 में पीएम10 का स्तर 443 और पीएम 2.5 का 492 (गंभीर) दर्ज किया गया, जबकि सीओ 104 पर मध्यम श्रेणी में था।
इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय (आईजीआई) हवाईअड्डे के टर्मिनल-3 पर पीएम2.5 का स्तर 457 और पीएम10 का 402 रहने के साथ हवा की गुणवत्ता ‘गंभीर’ श्रेणी में थी, जबकि सीओ 100 ‘संतोषजनक’ श्रेणी में रहा।
आईटीओ पर पीएम2.5 का स्तर 500 पर दर्ज किया गया जबकि पीएम10 का स्तर 443 पर पहुंच गया।
लोधी रोड पर, पीएम 2.5 सांद्रता के साथ AQI ‘गंभीर’ श्रेणी में 408 पर था, जबकि पीएम10 का स्तर 358 पर, ‘बहुत खराब’ श्रेणी में दर्ज किया गया। सीओ मध्यम श्रेणी में 120 पर था।
पंजाबी बाग में पीएम2.5 का स्तर 500 पर और पीएम10 का स्तर 463 पर पहुंच गया। दोनों ‘गंभीर श्रेणी’ में हैं।