राहुल गांधी बोले : हमारी सरकार आएगी तो जातिगत जनगणना कराएंगे

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नई दिल्ली : कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने आज कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कहते हैं कि वो ओ बी सी के लिए बहुत काम करते हैं। अगर वे ओ बी सी के लिए काम करते हैं, तो 90 सचिवों में से सिर्फ 3 सचिव ओ बी सी से क्यों हैं? ये ओ बी सी आफिसर्स देश के बजट का कितना और क्या कंट्रोल कर रहे हैं ?  मुझे ये पता लगाना है कि हिन्दुस्तान में ओ बी सी कितने हैं और जितने हैं उतनी भागीदारी उन्हें मिलनी चाहिए। हमारी सरकार आएगी तो जातिगत जनगणना कराएंगे। हिंदुस्तान की जनता के हाथ में शक्ति सौंपने के लिए जरूरी है जातिगत जनगणना.

राहुल गांधी ने कांग्रेस मुख्यालय में आयोजित प्रेसवार्ता में कहा कि जातिगत जनगणना से देश को पता चलेगा क‍ि ओ बी सी, दल‍ित और आद‍िवासी क‍ितने हैं। उन्हें देश चलाने में भागीदारी मिलेगी। जितनी आबादी, उतनी हिस्सेदारी – ये हमारे ओ बी सी  भाई-बहनों का हक़ है . उन्होंने जोर देते हुए कहा कि उनकी पार्टी की सरकार के कार्यकाल में जनगणना कराई गई थी जिसे इस सरकार ने जारी नहीं  किया . उन्होंने सरकार से मांग की कि  जातिगत जनगणना के आंकड़े अभी जारी करो, नई जनगणना जाति के आधार पर करो।  कांग्रेस नेता ने कहा कि महिला आरक्षण को 10 साल बाद नहीं, अभी से लागू करे सरकार ।

उन्होंने कहा कि आजादी का आंदोलन हिंदुस्तान के लोगों के हाथ में शक्ति सौंपने का एक तरीका था।जातिगत जनगणना से जो डेटा निकलेगा, वह हिन्दुस्तान की जनता को और शक्ति सौंपने का एक तरीका है।हमें हिंदुस्तान के OBC, दलित, आदिवासियों और महिलाओं को शक्ति देनी है। संसद के इस विशेष सत्र का मुख्य मुद्दा महिला आरक्षण था। लेकिन इसके साथ दो शर्तें भी थीं कि महिला आरक्षण करने से पहले जनगणना और परिसीमन करवाना होगा, जिसे करने में कई साल लगेंगे। सच्चाई ये है कि महिला आरक्षण को आज लागू किया जा सकता है। संसद और विधानसभा में महिलाओं को आरक्षण दिया जा सकता है। उन्होंने यह कहते हुए आरोप लगाया कि मोदी सरकार ये नहीं करना चाहती, वो सिर्फ गुमराह कर रही है। गुमराह किस चीज से- जातिगत जनगणना से।

उन्होंने कहा कि प किसी भी BJP के MP से पूछ लीजिए कि वो कोई निर्णय लेते हैं? कानून बनाने में भाग लेते हैं? बिल्कुल नहीं।

उनका कहना था कि महिला आरक्षण विधेयक बढ़िया है, लेकिन हमें दो फ़ुटनोट मिले हैं जिनमें कहा गया है कि जनगणना और परिसीमन की प्रक्रिया करने की ज़रूरत है, जिसमें वर्षों लग सकते हैं। सच तो यह है कि इसे आज ही लागू किया जा सकता है। यह देरी अनावश्यक है और यह सरकार की ध्यान भटकाने वाली रणनीति है। जातीय जनगणना के कारण वे (भाजपा) इससे दूर हो रहे हैं।’

 

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