नई दिल्ली : प्रत्यक्ष कर संग्रह के अनंतिम आंकड़े के अनुसार, वित्तीय वर्ष 2023-24 (16 सितंबर, 2023 तक) के लिए 8,65,117 करोड़ रुपये का शुद्ध संग्रह किया गया, जबकि पिछले वित्तीय वर्ष (यानी वित्तीय वर्ष 2022-23) की समान अवधि में 7,00,416 करोड़ रुपये का शुद्ध संग्रह किया गया था, जो 23.51 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाता है।
8,65,117 करोड़ रुपये के शुद्ध प्रत्यक्ष कर संग्रह (16 सिंतबर, 2023 तक) में 4,16,217 करोड़ रुपये (शुद्ध रिफंड) के निगम कर (सीआईटी) और 4,47,291 करोड़ रुपये (शुद्ध रिफंड) प्रतिभूति लेनदेन कर (एसटीटी) सहित व्यक्तिगत आयकर (पीआईटी) शामिल है।
सकल प्रत्यक्ष कर संग्रह (रिफंड के लिए समायोजन से पहले) के अनंतिम आंकड़ों के अनुसार, वित्तीय वर्ष 2023-24 के लिए 9,87,061 करोड़ रुपये था, जबकि पिछले वित्तीय वर्ष की इसी अवधि में यह 8,34,469 करोड़ रुपये था, जो 18.29 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाता है।
सकल संग्रह 9,87,061 करोड़ रुपये में निगम कर (सीआईटी) 4,71,692 करोड़ रुपये और प्रतिभूति लेनदेन कर (एसटीटी) सहित व्यक्तिगत आयकर (पीआईटी) 5,13,724 करोड़ रुपये शामिल हैं। लघु शीर्षवार संग्रह में अग्रिम कर 3,55,481 करोड़ रुपये, स्रोत पर कर कटौती 5,19,696 करोड़ रुपये, स्व-मूल्यांकन कर 82,460 करोड़ रुपये, नियमित मूल्यांकन कर 21,175 करोड़ रुपये और अन्य लघु शीर्षों के अंतर्गत कर 8,248 करोड़ रुपये शामिल हैं।
वित्तीय वर्ष 2023-24 (16 सितंबर, 2023 तक) के लिए अग्रिम कर संग्रह के अनंतिम आंकड़े के अनुसार 3,55,481 करोड़ रुपये संग्रहित किए गए, जबकि ठीक पिछले वित्तीय वर्ष यानी 2022-23 की इसी अवधि के लिए अग्रिम कर संग्रह की राशि 2,94,433 करोड़ रुपये थी, जिससे 20.73 प्रतिशत की वृद्धि का पता चलता है। 16 सिंतबर, 2023 तक अग्रिम कर संग्रह 3,55,481 करोड़ रुपये में निगम कर (सीआईटी) 2,80,620 करोड़ रुपये और व्यक्तिगत आयकर (पीआईटी) 74,858 करोड़ रुपये शामिल हैं।
वित्त वर्ष 2023-24 में 16 सिंतबर, 2023 तक 1,21,944 करोड़ रुपये के रिफंड भी जारी किये जा चुके हैं।