नई दिल्ली : चंद्रयान-3 की चांद पर सॉफ्ट लैंडिंग के लिए काउंट डाउन शुरू हो गया है. भारत ही नहीं पूरी दुनिया को आज यानी 23 अगस्त 2023 बुधवार को शाम 6 बजकर 4 मिनट का इंतजार है जब चंद्रयान-3 चांद पर उतरेगा. यह पृथ्वी के 14 दिन तक जो चांद के एक दिन के बराबर है रहकर वहाँ के वातावरण में मिटटी, खनीज , हवा व पानी की खोज करेगा. इसे साल 2019 में चंद्रयान-2 की विफलता के चार साल बाद लॉन्च किया गया. चंद्रयान 3 की 14 जुलाई 2023 को आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा में सतीश धवन स्पेस सेंटर से लॉन्चिंग की गई थी.
इसरो ने ट्विटर पर लिखा है कि “ स्वचालित लैंडिंग अनुक्रम (एएलएस) शुरू करने के लिए पूरी तरह तैयार है । लगभग 17:44 बजे निर्धारित बिंदु पर लैंडर मॉड्यूल (एलएम) के पहुंचने का इंतजार किया जा रहा है। एएलएस कमांड प्राप्त होने पर, एलएम थ्रॉटलेबल इंजन को सक्रिय करता है। मिशन संचालन टीम आदेशों के क्रमिक निष्पादन की पुष्टि करती रहेगी। एमओएक्स में संचालन का सीधा प्रसारण 17:20 बजे शुरू होगा.”
इसरो के वैज्ञानिकों का कहना है कि चंद्रयान-2 की विफलताओं को ध्यान में रखकर इस बार चंद्रयान 3 में विशेष बदलाव किए गए हैं . इसरो ने पूरे विश्वास के साथ इसकी सफल लैंडिंग की बात कही है.इस मिशन की ख़ास बात यह भी है कि पहली बार कोई देश चांद के दक्षिणी ध्रुव पर स्पेसक्राफ्ट को उतारेगा. इसलिए पूरी दुनिया के साइंटिस्ट भारत के चंद्रयान -3 मिशन पर आखें गडाए हुए हैं.
वैज्ञानिकों का कहना है कि चंद्रयान-3 के तीन प्रमुख हिस्से हैं. पहला प्रोप्लशन मॉड्यूल, दूसरा लैंडर मॉड्यूल विक्रम और तीसरा रोवर प्रज्ञान. गत 17 अगस्त को प्रोपल्शन मॉड्यूल से सफलतापूर्वक अलग होने के बाद लैंडर मॉड्यूल विक्रम रोवर प्रज्ञान के साथ चांद की तरफ आगे बढ़ा. अब आज लैंडर विक्रम चांद की सतह पर रोवर प्रज्ञान उतारेगा. रोवर प्रज्ञान चांद पर घूमकर सैंपल कलेक्ट करेगा और वैज्ञानिक परीक्षण करेगा. इसरो की पूरी टीम Automatic Landing Sequence के लिए तैनात है .
इसको लेकर इस बार भी पिछले कई दिनों से कई प्रकार की आशंकाएं जताई जा रहीं थीं लेकिन इसरो ने दो दिन पूर्व ही यह साफ़ कर दिया था कि सभी कुछ अपेक्षा के अनुरूप ही चल रहा है और निर्धारित समय पर ही चंद्रयान -3 को चाँद पर लैंड कराया जाएगा. इसरो की टीम पूरी प्रक्रिया और सभी कम्पोनेंट्स की नियमित जांच कर रही थी.