-“क्लस्टर स्तर टीएलएम प्रदर्शनी” निपुण हरियाणा मिशन के अंतर्गत जिला गुरुग्राम की अनोखी पहल
-निपुण भारत व निपुण हरियाणा मिशन के तहत बच्चों के शुद्ध उच्चारण व धाराप्रवाह में भी होगा सुधार
एक बच्चे के व्यक्तित्व के सभी पहलुओं को ध्यान में रखकर शिक्षकों द्वारा उसका जीवन कौशलों का विकास किया जाता है। यही कारण है कि शिक्षा व शिक्षक सभी के जीवन में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते है। शिक्षकों द्वारा शिक्षा से बच्चे के समग्र व्यक्तित्व को निखरा जाता है ।
स्कूली पाठ्यक्रम में टीचिंग लर्निंग मैटेरियल व शिक्षक सहायक सामग्री शिक्षा में बेहतर परिणाम हासिल करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं । पाठ्यक्रम को सरल एवं सहज बनाने में भी टीचर लर्निंग मैटेरियल का प्रयोग शिक्षकों द्वारा किया जाता है ।
विद्यालय में पाठ्यक्रम अनुकूल तथा बच्चों में सकारात्मक विकास व विभिन्न दक्षताओं पर आधारित टीचिंग लर्निंग मैटेरियल सोच व समझ को विकसित करते हैं ।
जिले के सरकारी विद्यालयों में अब विद्यार्थियो को कौशल स्किल का विकास करने व समझ को विकसित करने के लिए निपुण हरियाणा मिशन के अंतर्गत गुरुग्राम जिले के सभी कलस्टरो पर संकुल स्तर पर विभिन्न स्कूलों के प्राथमिक अध्यापकों द्वारा टीचिंग लर्निंग मैटेरियल प्रदर्शनी लगाई गई ।
गुरुग्राम : जिले के करीब 65 क्लस्टर में प्राथमिक विद्यालयों के शिक्षकों द्वारा टीएलएम (टीचर लर्निंग मटेरियल) प्रदर्शनी का आयोजन किया गया । इसी कड़ी में जिले के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय टीकली के बड़े हाल व बरामदे में अध्यापकों द्वारा बनाए गए बहुत ही खूबसूरत टीएलएम बनाए गए । जिसमें गणित, हिंदी व अंग्रेजी विषय की दक्षताओ को आसानी से समझाया जा सकता है । विद्यालय की प्रधानाचार्या डॉ स्नेह मान ने बताया कि इसमें उनके क्लस्टर के सभी अध्यापकों ने इस प्रदर्शनी में भाग लिया । अध्यापकों ने गत्ते की संख्या जोड़ मशीन, विलोम शब्द, प्ले कार्ड, जमा, घटा, गुणा, भाग पर आधारित चार्ट, जल चक्र, मात्रा ज्ञान, शब्द निर्माण, पहले व बाद की संख्याज्ञान, जैंबल्ड वर्ड्स, अंग्रेजी के वॉवेल, दिनों के नाम, महीनों के नाम, पानी के विभिन्न श्रोत, आकृतियों की गाड़ी, संज्ञा के भेद, सर्वनाम, कहानी के पात्रों के मखौट, सम विषम संख्या, आकृतियों का कमाल, मात्रा चार्ट, बारहखड़ी चार्ट, पहाड़े, विराम चिन्ह, सीवीसी चार्ट, राइम वर्ड्स, रंगो की कविता, पेड़ पौधे की उपयोगिता, स्थानीय मान, आरोही व अवरोही क्रम, घड़ी चक्र, टेबल पैटर्न, शब्द बनाओ, प्लेस वैल्यू मशीन, अनुपात चार्ट, गत्ते का कंप्यूटर, वायु प्रदूषण, एक कदम स्वच्छता की ओर, पक्का घर, कंकड़ की साइकल, फलों के नाम, ज्वालामुखी, शब्दो का टीवी, निपुण गणित संविधान पुस्तक, जोड़ मशीन, आदि अनेकों लो कॉस्ट, जीरो इन्वेस्टमेंट टीएलएम बनाए हैं ।
सरकारी स्कूल दौलतबाद क्लस्टर की एबीआरसी अनुराधा शर्मा ने बताया कि इस प्रतियोगिता व प्रदर्शनी में कई अध्यापकों के साथ साथ बच्चों ने भी भाग लिया । खंड फर्रुख नगर के सरकारी विद्यालय भांगरोला क्लस्टर की एबीआरसी सोनम यादव ने बताया कि सभी अध्यापकों ने बहुत ही कम लागत में ये टीएलएम बनाए हैं । पाठ पर आधारित दक्षाताओं को बच्चों में समझ को विकसित करने में ये टीएलएम सहायक होते हैं ।
सुशांत लोक के राजकीय प्राथमिक विद्यालय की प्राथमिक अध्यापिका ज्योति रानी ने बताया कि इस प्रोग्राम में विद्यालय के बहुत से बच्चों ने भी भाग लिया । बच्चों ने बहुत कुछ अपने हाथों से करके सीखा है व बनाए गए टीएलएम उनके अपने अनुभव पर आधारित है ।
जिले के सरकारी स्कूल राजकीय माडल संस्कृति सीनियर सेकेंडरी स्कूल सेक्टर 43 के प्रधानाचार्य दिनेश ने बताया कि बच्चों के सर्वांगीण विकास और इसके महत्वपूर्ण क्षेत्रों में जीवन कौशल विकास के लिए छात्रों का एक्सपोजर लेना बहुत महत्वपूर्ण है, इसी को ध्यान में रखते हुए क्लस्टर लेवल पर पाठ्यक्रम पर आधारित टीचिंग लर्निंग मैटेरियल प्रदर्शनी बहुत सहायक सिद्ध हुई है । बच्चों में भी इस तरह की प्रतियोगिता करवाई जानी चाहिए । आज सुबह से ही अध्यापकों द्वारा इन विभिन्न गतिविधियों से विद्यालय परिसर में छात्रों की सकारात्मक ऊर्जा और रचनात्मकता का उपयोग इन अध्यापक सहायक सामग्री द्वारा किया गया । सभी अध्यापक टीएलएम सामग्री बनाने व उनका प्रदर्शन करने में लगा है जोकि छात्र हित में अच्छा है ।
राष्ट्रपति द्वारा सम्मानित राष्ट्रीय अवॉर्डी शिक्षक व निपुण हरियाणा मिशन के जिला नोडल अधिकारी मनोज कुमार लाकड़ा ने बताया कि एफएलएन मिशन के अंतर्गत कक्षा कक्ष में प्रिंट रिच वातावरण बनाने के लिए जिले में क्लस्टर स्तर पर प्राथमिक अध्यापकों द्वारा टीएलएम प्रदर्शनी लगाई गई हैं । अध्यापकों के साथ साथ छात्रों में ज्ञान, जागरूकता व रचनात्मकता कौशल के अवसर प्रदान करने के लिए व छात्रों में आत्मविश्वास और इसके साथ साथ बच्चों में स्वयं कार्य करने की भावना को विकसित करने के लिए भी यह प्रदर्शनी बहुत सहायक सिद्ध होगी ।
जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी शशि बाला अहलावत ने बताया कि प्रदर्शनी को देखने और निपुण हरियाणा मिशन में छात्रों के लक्षित समूह को बेहतर शिक्षा प्रदान करना हर अध्यापक का कर्तव्य बनता है । प्राथमिक अध्यापकों द्वारा बनाए गए विभिन्न टीएलएम, उनकी अपनी मेहनत का नतीजा है जोकि प्रदर्शनी देखने वाले अन्य शिक्षकों व छात्रों का उत्साहवर्धन करने के लिए भी अति महत्वपूर्ण है ।
खेल खेल गतिविधियों पर आधारित विभिन्न सहायक सामग्री का प्रदर्शन व चौथी पांचवी के बच्चों द्वारा बनाए विज्ञान के मॉडल व खेल खिलौनों को भी बहुत से स्कूलों में प्रदर्शनी में रखा गया था ।
निपुण हरियाणा मिशन के अंतर्गत बुनियादी साक्षरता एवं संख्याज्ञान (एफएलएन मिशन) के तहत जिला गुरुग्राम द्वारा कई अनोखी पहल की शुरूआत गई हैं जिसमें बच्चों के लेखन कौशल से लेकर स्मार्ट क्लासरूम निर्माण, TLM (टीचर लर्निंग मैटेरियल) प्रदर्शनी, “20 सुपर एफएलएन योद्धा सम्मान” अध्यापकों को प्रोत्साहित करने की विशेष योजनाएं चलाई जा रही है ।
जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी शशि बाला अहलावत ने बताया कि निपुण हरियाणा मिशन के अंतर्गत पाठ्यक्रम पर आधारित टीचिंग लर्निंग मैटेरियल प्रदर्शनी पहली अनोखी पहल है । सभी कक्षाओं में प्रिंटरिच वातावरण बनाने के लिए एवं बच्चों को दक्षता के अनुसार पढ़ाया कैसे पढ़ाया जाए और किस प्रकार दक्षता सिखाई जाए इसके लिए महत्वपूर्ण है दक्षता आधारित टीचिंग लर्निंग मेटेरियल बनाना । जिला गुरुग्राम द्वारा डीपीआईयू एवं बीपीआईयू मीटिंग्स में सभी खंड शिक्षा अधिकारियों को पहले से ही निर्देश दिए गए कि वे अपने-अपने खंड के क्लस्टर में टीचर लर्निंग मटेरियल प्रदर्शनी लगवाए । जिसके अंतर्गत हर अध्यापक अपनी कक्षा के लिए दक्षता आधारित टीएलएम का निर्माण करे एवं उस टीएलएम (टीचर लर्निंग मटेरियल) का डेमो भी क्लस्टर स्तर पर कलस्टर मुखिया द्वारा आयोजित प्रदर्शनी में करेगा । चारों खंड के क्लस्टर लेवल पर टीचर लर्निंग मटेरियल प्रदर्शनी का आयोजन किया गया जिसमें कई अध्यापकों ने बहुत ही सुंदर जीरो इन्वेस्टमेंट, लो कॉस्ट, वेस्ट मैटेरियल से बने टीचिंग लर्निंग मैटेरियल का निर्माण किया ।
जिला गुरुग्राम के फर्रुख नगर के क्लस्टर बुढ़ेड़ा की प्राचार्य सुशीला धनखड़ ने बताया कि उनके क्लस्टर के सभी अध्यापकों ने बहुत ही सुंदर टीएलएम (टीचर लर्निंग मटेरियल) का निर्माण किया एवं प्रदर्शनी लगाई । इसके साथ-साथ क्लस्टर खेटावास द्वारा भी इस तरह की मेकिंग ऑफ टीएलएम प्रदर्शनी का आयोजन किया । क्लस्टर स्तर पर किया गया कुछ अध्यापकों के टीएलएम निर्माण की वीडियो भी निपुण गुरुग्राम मिशन टि्वटर, फेसबुक व यूट्यूब पर शेयर किया जाएगा ताकि दूसरे अध्यापक भी इससे प्रेरित हो सके ।
प्रधानाचार्या सुशीला धनखड़ की अध्यक्षता में एबीआरसी प्रियंका ने संकुल स्तरीय टीएलएम प्रदर्शनी का आयोजन किया जिसमें संकुल के अंतर्गत आने वाले सभी प्राथमिक विद्यालयों ने बढ़ चढ़कर भाग लिया।
इस प्रदर्शनी का मुख्य उद्देश्य एफएलएन मिशन के अंतर्गत कम लागत पर दक्षता आधारित टीएलएम बनाने को बढ़ावा देना एवम शिक्षण के परंपरागत तरीकों से अलग सोच को प्रोत्साहित करना है । साथ ही कक्षा कक्ष को प्रिंट रिच बनाने में इस प्रदर्शनी के माध्यम से अध्यापकों को बहुत सहायता मिलेगी । बच्चों ने भी प्रदर्शनी को पूरे उत्साह से देखा और विभिन्न टीएलएम और उनके प्रयोग के बारे में अध्यापकों से जानकारी भी ली ।
विद्यार्थी एवं शिक्षकों द्वारा बनाई गई सामग्री विभिन्न चार्ट्स मॉडल के माध्यम से अनेक अवधारणाओं को दर्शाती है, इसी को लेकर मूलभूत साक्षरता और अंकज्ञान के तहत हाथों से बनाई गई सुंदर सामग्री प्रिंट रिच वातावरण को रुचिकर बनाती है । हरियाणा शिक्षा विभाग के दिशा निर्देशों अनुसार बच्चों द्वारा साक्षरता में, औपचारिकता शिक्षा शुरू करने से पहले लिखाई की समझ, अंको, शब्दों, वर्णों की समझ आवश्यक है क्योंकि समझने के कौशल को विकसित करने के लिए एक अध्यापक को अपने विद्यार्थियों को विभिन्न प्रकार के टीएलएम व प्रिंट रिच वातावरण के संपर्क में आने की आवश्यकता रहती है जिसके लिए सभी अध्यापकों ने नए सत्र में पूरी तैयारी के साथ बच्चों की नींव को मजबूत करने की शुरुआत कर दी है अध्यापकों ने भी अपने टीएलएम का डेमोंसट्रेशन भी किया । इसके वीडियो व फोटो को शिक्षा विभाग को शेयर किया गया है ।
राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय झाड़सा, रावमा विद्यालय सिरहौल, रावमा विद्यालय खेड़की दौला, रावमा विद्यालय वजीराबाद, रावमा विद्यालय बूढ़ेडा, रावमा विद्यालय खांडसा, राजकीय वरिष्ठ मॉडल संस्कृति सीनियर सेकेंडरी स्कूल सेक्टर 43, रावमा विद्यालय सेक्टर 47, रा मा संस्कृति सीनियर सेकेंडरी स्कूल फरूख नगर, रावमा विद्यालय बंधवारी, रावमा विद्यालय भांगरोला, रावमा विद्यालय वजीराबाद, रावमा विद्यालय झाड़सा, रावमा विद्यालय भीमगढ खेड़ी के अलावा बहुत से स्कूलों में अध्यापकों ने टीएलएम प्रदर्शनी में बहुत खूबसूरत मॉडल प्रस्तुत किए ।