नई दिल्ली : उद्यान उत्सव के अंतर्गत 29 मार्च को देश की राजधानी दिल्ली में राष्ट्रपति भवन स्थित अमृत उद्यान में विशेष रूप से दिव्यांगजनों को आमंत्रित किया जिसमें राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने दिव्यांगजनों से भेंट की। इस कार्यक्रम में 13000 दिव्यांगजनों ने पंजीकरण करवाया और 10000 से अधिक दिव्यांगजनों ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई तथा एक विश्व कीर्तिमान बनाया।
आजादी के बाद यह पहला अवसर है जब केवल दिव्यांगजनों को अमृत उद्यान के भ्रमण के लिए विशेष रूप से बुलाया गया। राष्ट्रपति ने दिव्यांगजनों के साथ तस्वीरें भी खिंचवाई। राष्ट्रपति ने टेक्टाइल उद्यान में दृष्टिबाधित दिव्यांगजनों से बात की। दृष्टिबाधित दिव्यांगजनों ने ब्रेल लिपि में अंकित अक्षरों को राष्ट्रपति की उपस्थिति में पढ़ा। महामहिम की उपस्थिति में दिव्यांग बच्चों ने फूलों को स्पर्श किया और अपना अनुभव बताया। राष्ट्रपति मुर्मु ने बच्चों को चॉकलेट भी वितरित की।
राष्ट्रपति ने दिव्यांगजनों से मुलाकात कर उनका कुशल क्षेम पूछा। उन्होंने ट्रांसजेंडर समाज के 100 से अधिक सदस्यों के साथ भी बातचीत की। सभी दिव्यांगजन इस कार्यक्रम के आयोजन से बहुत प्रसन्न थे। इस कार्यक्रम में चलने-फिरने में असमर्थ दिव्यांग, दृष्टिबाधित, वाक् और श्रवण दिव्यांग, बौद्धिक अशक्तता से पीड़ित दिव्यांग, सेरेब्रल पाल्सी, डाउन सिंड्रोम, कुष्ठ रोग, डार्फिस्म दिव्यांग इत्यादि शामिल थे। इस कार्यक्रम का आयोजन दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय, भारत सरकार की ओर से किया गया और पंडित दीनदयाल उपाध्याय राष्ट्रीय शारीरिक दिव्यांगजन संस्थान, नई दिल्ली को नोडल एजेंसी बनाया गया था। इस कार्यक्रम में दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग एवं पीडीयूएनआईपीपीडी, नई दिल्ली के वरिष्ठ अधिकारियों, कर्मचारियों, विद्यार्थियों ने विशेष रूप से सहयोग किया। इसके अलावा विभाग के अंतर्गत आने वाले दिव्यांगजन संस्थान, दिल्ली सरकार का शिक्षा विभाग, समाज कल्याण विभाग और दिल्ली नगर निगम, दिल्ली और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र के सरकारी और गैर-सरकारी संगठनों ने भी बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया।