-सम्मेलन के प्रथम दिन 4 तकनीकी सत्रों का हुआ आयोजन
– विशेषज्ञों ने औद्योगिक उत्पादकता बढ़ाने वाले विषयों पर की विस्तार से चर्चा
सुभाष चौधरी/The Public World
गुरुग्राम। आई एस टी डी गुड़गांव चैप्टर की ओर से उत्तर क्षेत्रीय सम्मेलन का आयोजन स्टेट बैंक अकादमी, गुरुग्राम के सहयोग से शुक्रवार 24 मार्च को किया गया। सेक्टर 18 गुरुग्राम स्थित स्टेट बैंक अकादमी में आयोजित इस दो दिवासिय सम्मेलन का मुख्य उद्देश्य “संगठनात्मक प्रभावशीलता के लिए मानव संसाधन का पुनर्स्थापन” करना था। सम्मेलन में कई तकनीकि सत्रों का भी आयोजन किया गया जिसमें प्रमुख वित्तीय एवं औद्योगिक व शैक्षणिक संस्थानों के वरिष्ठ प्रबंधकों ने अपने अनुभव साझा किए। सम्मेलन का उद्घाटन स्टेट बैंक के डिप्टी मैनेजिंग डायरेक्टर ओम प्रकाश मिश्रा तथा आई एस टी डी की राष्ट्रीय प्रेज़िडेंट अनिता चौहान ने किया। इस अवसर पर स्टेट बैंक अकादमी के निदेशक जी एस रावत, आई एस टी डी गुड़गांव चैप्टर के चेयरमैन राज सिंह आंतिल, उषा जैन,कोषाध्यक्ष एन एस दहिया , मुसरत हुसैन उपाध्यक्ष, एस पी गुप्ता तथा अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
सम्मेलन के प्रथम दिन 3 तकनीकी सत्र का आयोजन किया गया प्रथम तकनीकी सत्र में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस एस ए टूल फॉर प्रोडक्टिविटी विषय पर विस्तार से चर्चा की गई। इस सत्र के मॉडरेटर राज गुप्ता हेड एचआर टीसीएस लाइफ साइंसेज थे जबकि अमिताभ मिश्रा, ज्वाइंट जनरल मैनेजर आईटी इफको, मनप्रीत सिंह डायरेक्टर द पीपल ऑफिस एफ आई एस और मनोज गौतम, एग्जीक्यूटिव वाइस प्रेसिडेंट ,आईटी, मारुति सुजुकी विशेषज्ञ के रूप में मौजूद थे। सभी विशेषज्ञों ने कॉरपोरेट मैनेजमेंट की दृष्टि से आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की बढ़ती उपयोगिता के बारे में विस्तृत जानकारी रखी। सत्र के दौरान शामिल विभिन्न व्यावसायिक एवं औद्योगिक संगठनों के प्रतिनिधियों के सवालों के जवाब भी दिए गए।
दूसरा तकनीकी सत्र के दौरान स्कीलिंग एंड रिस्कीलिंग चैलेंज फॉर एचआर विषय पर पर आधारित रहा। इस सत्र का संचालन ई वाई के सीनियर पार्टनर अनुराग मलिक ने किया जरती विशेषज्ञ के रूप में हीरो मोटोकॉर्प लिमिटेड के सीनियर एचआर लीडर रतन अग्रवाल के साथ मारुति सुजुकी के ए वी पी एच आर सौरभ पाठक और दून यूनिवर्सिटी के एनटीपीसी चेयर प्रोफेसर डॉक्टर एसी जोशी ने प्रेजेंटेशन के माध्यम से मानव संसाधन की दक्षता को कैसे औद्योगिक आवश्यकता के अनुरूप बनाए रख सकते हैं को समझाया। विशेषज्ञों ने औद्योगिक एवं व्यावसायिक उत्पादकता निरंतरता को बनाए रखने के लिए इसे नितांत आवश्यक बताया।
इंडियन सोसायटी फॉर ट्रेनिंग एंड डेवलपमेंट गुरुग्राम सेक्टर की ओर से आयोजित राष्ट्रीय सम्मेलन की प्रथम दिन का तीसरा तकनीकी सत्र डायवर्सिटी इक्विटी एंड इंक्लूजन विषय को समर्पित रहा। इस महत्वपूर्ण सत्र का संचालन द नॉर्थकेप यूनिवर्सिटी गुरुग्राम की एसोसिएट प्रोफेसर डॉक्टर सोना विकास ने किया। सत्र में पीपल एंड ग्लोबल पीपल प्लानिंग लीडर s&p ग्लोबल की एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर भावना बत्रा , डीसीएम श्रीराम लिमिटेड की सी एच आर ओ साक्षी आनंद और अमेजॉन की सीनियर डी ई आई बिजनेस पार्टनर इंटरनेशनल मार्केट, मधुबाला शर्मा विशेषज्ञ के तौर पर मौजूद थी। कॉरपोरेट प्रबंधन पर विशाल अनुभव रखने वाली सभी महिला विशेषज्ञों ने तीनों पहलुओं पर प्रेजेंटेशन दिया और सत्र में शामिल हुए प्रबंधन प्रतिनिधियों के सवालों के जवाब भी दिए।
अंतिम तकनीकी सत्र का विषय एचआर इंटरवेंशन फॉर इंप्रूविंग प्रोडक्टिविटी रहा। इस सत्र के संचालन की जिम्मेदारी मारुति सुजुकी इंडिया लिमिटेड के सी एच आर ओ शैली लाल के पास थी जबकि विशेषज्ञ के रूप में हीरो मोटोकॉर्प के एचआर हेड धर्म रक्षित बी एच ई एल के एडिशनल जनरल मैनेजर अमिताभ झा एवं कार्ल्सबर्ग इंडिया के वाइस प्रेसिडेंट एचआर अभिषेक अरोरा ने अपने अपने अनुभव साझा किये। सभी विशेषज्ञों ने उद्योग जगत की उत्पादकता को बढ़ाने में एच आर के हस्तक्षेप एवं योगदान को परिभाषित किया साथ ही इसके महत्व पर भी तार्किक चर्चा की।
इंडियन सोसाइटी फॉर ट्रेनिंग एंड डेवलपमेंट (ISTD) का परिचय :
इंडियन सोसाइटी फॉर ट्रेनिंग एंड डेवलपमेंट (ISTD), अप्रैल 1970 में स्थापित, एक राष्ट्रीय स्तर का पेशेवर और गैर-लाभकारी समाज है जो सोसायटी पंजीकरण अधिनियम, 1860 के तहत पंजीकृत है। इसमें 10000 व्यक्तियों की सदस्यता है और बड़ी संख्या में संस्थान इसमें शामिल हैं। सरकार, सार्वजनिक और निजी क्षेत्र के संगठनों और उद्यमों से मानव संसाधन के प्रशिक्षण और विकास का क्षेत्र; शैक्षिक और प्रशिक्षण संस्थान और अन्य पेशेवर निकाय। आईएसटीडी के गुड़गांव चैप्टर में करीब 200 सदस्य हैं। ISTD गुड़गांव चैप्टर ने एक बहुत ही सफल राष्ट्रीय सम्मेलन NATCON 2017 का आयोजन किया।
सोसाइटी इंटरनेशनल फेडरेशन ऑफ ट्रेनिंग एंड डेवलपमेंट ऑर्गनाइजेशन (IFTDO), जिनेवा से संबद्ध है। आईएसटीडी पूरे देश में चैप्टर और राष्ट्रीय स्तर पर कॉरपोरेट के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित करता है।
आईएसटीडी एल एंड डी कार्यरत पेशेवरों के लिए प्रशिक्षण और विकास में एक फ्लैग शिप पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा प्रदान करता है। 18 महीने के डिप्लोमा प्रोग्राम को उद्योग जगत ने खूब सराहा है।