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-विद्यार्थियों ने जल बचाने की शपथ ली, चित्रों और स्लोगन से जल बचाने का दिया संदेश
-जल का संरक्षण केवल जल का ही नहीं, जीवन का भी संरक्षण है : बंडारू दत्तात्रेय
– हम सभी को जल-संरक्षण के प्रति गंभीरता से विचार करना होगा तभी देश का भविष्य उज्जवल होगा : कुलपति
गुरुग्राम 20 मार्च : देश भर में स्थायी जल संरक्षण और इसके प्रबंधन में बारे में जागरूकता पैदा करने के उद्देश्य से गुरुग्राम विवि. में जल धन यात्रा अभियान के तहत जल संरक्षण विषय पर राष्ट्रीय संगोष्ठी एवं सुखराली गाँव स्थित तालाब पर महा जल-संकल्प आरती कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का आयोजन गुरुग्राम विवि के सहयोग से वसंत लक्ष्मी चैरिटेबल ट्रस्ट और हरियाणा तालाब प्राधिकरण के संयुक्त तत्वाधान में किया गया । इस अवसर पर हरियाणा के राज्यपाल डॉ. बंडारू दत्तात्रेय मुख्य अतिथि, और गुरुग्राम विवि. के कुलपति प्रो. दिनेश कुमार, प्रो. कैलाश चंद्र शर्मा, वाईस चेयरमैन, हरियाणा स्टेट हायर एजुकेशन काउंसिल एवं प्रभाकर कुमार वर्मा ,एग्जीक्यूटिव वाइस-चेयरपर्सन, हरियाणा तालाब और अपशिष्ट जल प्रबंधन ने विशिष्ट अतिथि के रूप में कार्यक्रम में शिरकत की। कार्यक्रम का शुभारम्भ अतिथियों द्वारा सरस्वती वंदना व मां सरस्वती की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्ज्वलन के साथ किया गया।
इस मौके पर राज्यपाल डॉ. बंडारू दत्तात्रेय ने जल संरक्षण पर जीयू के विद्यार्थियों द्वारा लगाई गई पोस्टर और नारों की प्रदर्शनी की प्रशंसा की, साथ ही साथ महामहिम राज्यपाल ने गुरुग्राम विवि के मीडिया अध्ययन विभाग के छात्रों द्वारा जल संरक्षण पर बनाई गई वृत्तचित्र / लघु फिल्म की भी तारीफ़ की। इस अवसर पर सभी ने राज्यपाल के साथ मिलकर जल संरक्षण की शपथ ली। इस दौरान छात्रों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत कर जल संरक्षण का संदेश भी दिया।
इस मौके पर शिक्षा,कॉर्पोरेट और सावर्जनिक क्षेत्र के उपक्रमों में लगभग 1000 लोगों की उत्साहजनक भागीदारी रही । वीएलसी ट्रस्ट एंड रिसर्च सेंटर की अध्यक्ष डाॅक्टर वंसत लक्ष्मी रवि कुमार ने बताया कि जल धन यात्रा 2023 का उदघाटन 16 जनवरी 2023 को नई दिल्ली में गजेंद्र सिंह शेखावत जल शक्ति मंत्री, द्वारा किया गया था कश्मीर से कन्याकुमारी तक जल संरक्षण और वर्षा जल संचयन के सर्वोत्तम तरीकों के लिए एक मंच प्रदान करने के लिए ‘जल धन यात्रा’ शुरू की है । यह यात्रा 22 राज्यों के 75 जिलों और 5000 गावों के 1 करोड़ से अधिक लोगों के पास जाकर जल संरक्षण के प्रति लोगो को जागरूक करेगी।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित हरियाणा के महामहिम राज्यपाल डॉ. बंडारू दत्तात्रेय ने कहा कि जल का संरक्षण केवल जल का ही नहीं, जीवन का भी संरक्षण है इसलिए जल संरक्षण के साथ जल का प्रबंधन करना बहुत आवश्यक है क्योंकि आज पानी की कमी चिंताजनक स्थिति में है और कई राज्यों में पानी को लेकर विवाद है। इसलिए सभी लोग जल संरक्षण का संकल्प लें। पानी बचाना केवल सरकार और किसी एक व्यक्ति की जिम्मेदारी नहीं, यह सभी की सामूहिक जवाबदेही है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जल के संरक्षण व संवर्धन को लेकर विशेष चिंतित रहते हैं। इसलिए उन्होंने जल शक्ति मंत्रालय का गठन किया है। जिसके तहत हर घर में नल से पानी उपलब्ध कराने के साथ-साथ पानी को सहेजने के उपाय भी किए जा रहे हैं।
राज्यपाल ने गुरुग्राम विवि के कुलपति प्रो. दिनेश कुमार और उनकी पूरी टीम को जल संरक्षण जैसे गंभीर विषय पर विश्वविद्यालय परिसर में राष्ट्रीय संगोष्ठी के सफल आयोजन के लिए बधाई दी। कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित जीयू के कुलपति प्रो. दिनेश कुमार ने कहा कि लोगों के लिए पानी बचाने के महत्व को समझना महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह आत्म–निर्भरता के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए जरूरी है। हम सभी को जल-संरक्षण के प्रति गंभीरता से विचार करना होगा तभी देश का भविष्य उज्जवल होगा ।