-भविष्य में ऐसी प्रतियोगिताओं के लिए एक नया मानक दिया
गुरुग्राम 20 मार्च : आईआईएलएम ने दूसरी राष्ट्रीय मूट-कोर्ट प्रतियोगिता आयोजित कर कानून की शिक्षा का नया उच्च मानक स्थापित किया है। यह प्रतियोगिता लोगों की उम्मीद से बेहतर प्रदर्शन करने और साथ ही, भारत में कानून की प्रतिभाओं का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने में सफल रही है।
यह प्रतियोगिता कानून के छात्रों के लिए उनकी प्रतिभा दिखाने का बेजोड़ अवसर था। यह प्रत्यर्पण कानून, संवैधानिक कानून और आपराधिक कानून जैसे रणनीतिक महत्व के कई अहम कानूनों पर केंद्रित था।
माननीय न्यायमूर्ति श्री राजेंद्र मेनन – अध्यक्ष, सशस्त्र बल न्यायाधिकरण और पूर्व मुख्य न्यायाधीश, दिल्ली उच्च न्यायालय और पूर्व मुख्य न्यायाधीश, पटना उच्च न्यायालय और माननीय न्यायमूर्ति श्रीमती अंजना मिश्रा – सदस्य, सशस्त्र बल न्यायाधिकरण और पूर्व न्यायाधीश पटना उच्च न्यायालय ने अपनी उपस्थिति से आयोजन की गरिमा बढ़ाई।
प्रतिभागियों का मूल्यांकन माननीय न्यायाधीशों ने कई मानकों पर किया जैसे कानूनी तर्क, अधिवक्ता कौशल और पारदर्शी, विस्तृत और मानने योग्य कानूनी तर्क देने की क्षमता आदि। प्रतियोगिता के विजेताओं को 60,000 रुपयों का शानदार नकद पुरस्कार भी दिया गया।
प्रोफेसर (डॉ.) आशा वर्मा, डीन, आईआईएलएम लॉ स्कूल, आईआईएलएम यूनिवर्सिटी गुरुग्राम ने कहा, ‘‘आईआईएलएम द्वारा आयोजित दूसरी राष्ट्रीय मूट-कोर्ट प्रतियोगिता बहुत सफल रही। कानून के छात्रों ने अपनी प्रतिभा का परिचय दिया और देश के अनुभवी कानूनी विशेषज्ञों से व्यावहारिक ज्ञान प्राप्त किया। मेरा दृढ़ विश्वास है कि इस तरह की प्रतियोगिताएं भारत में कानून की शिक्षा का बेहतर भविष्य तैयार करने में सहायक होंगी और इससे कानून के क्षेत्र में भावी लीडर तैयार करने में भी मदद मिलेगी।’’
यह प्रतियोगिता कानून की पढ़ाई के लिए पांच साल के इंटीग्रेटेड अंडरग्रैजुएट या तीन साल के ग्रैजुएट प्रोग्राम में नामांकित छात्रों के लिए थी और सभी प्रतिभागियों को इस बारे में जानकारी देने के बाद शुरुआती दौर । और ।। आयोजित किए गए।
माननीय न्यायमूर्ति अंजना मिश्रा, सदस्य, सशस्त्र बल न्यायाधिकरण और पूर्व न्यायाधीश, पटना उच्च न्यायालय ने कहा, ‘‘मूट कोर्ट से छात्रों में कानून पढ़ने के उनके उद्देश्यों के प्रति समर्पण भाव बढ़ता है। और इस आयोजन में उनका समर्पण सराहनीय रहा है।’’
शुरुआती दौर के बाद क्वार्टर फाइनल राउंड आयोजित किए गए जिनके आधार पर ग्रैंड फिनाले हुआ। अंतिम दौर में पहुंचे प्रतिभागियों ने व्यापक बहस, कानूनी तर्क और पक्ष एवं विपक्ष में दलीलों के बाद उनकी जीत दर्ज की।
राष्ट्रीय मूट-कोर्ट प्रतियोगिता 2023 के विजेता :
1. विजेता – लॉ सेंटर ।।, विधि संकाय, दिल्ली विश्वविद्यालय, नकद पुरस्कार रु.60,000
2. उप विजेता – एसआरएम यूनिवर्सिटी, दिल्ली-एनसीआर, सोनीपत रु.25,000
3. सर्वश्रेष्ठ वक्ता – एसआरएम यूनिवर्सिटी, दिल्ली-एनसीआर, सोनीपत से राज ₹5000
4. सर्वश्रेष्ठ शोधकर्ता – रिया चौधरी, एमिटी, नोएडा रु.5000
5. सर्वश्रेष्ठ मेमोरियल – जीएलए, मथुरा रु.5000
कानून के पेशे में पढ़ाई की अहमियत समझाते हुए माननीय न्यायमूर्ति राजेंद्र मेनन, अध्यक्ष, सशस्त्र बल न्यायाधिकरण, पूर्व मुख्य न्यायाधीश, दिल्ली उच्च न्यायालय और पूर्व मुख्य न्यायाधीश, पटना उच्च न्यायालय ने कहा कि एक अधिवक्ता के लिए निरंतर पढ़ना जरूरी है जब तक वह इस पेशे में है।
मूट-कोर्ट प्रतियोगिता में पूरे देश से कानून के छात्रों की उत्साहवर्धक भागीदारी दिखी। यह कानून की शिक्षा में उत्कृष्टता के लिए आईआईएलएम की प्रतिबद्धता की मिसाल है और संस्थान देश में कानून की पढ़ाई करने वाली प्रतिभाओं को इस तरह का बढ़ावा देता रहेगा।
आईआईएलएम का परिचय :
राम कृष्णन एंड संस चैरिटेबल ट्रस्ट ने 1993 में आईआईएलएम एजुकेशनल ग्रुप का गठन किया। यह ग्रुप 28 से अधिक वर्षों से विद्यार्थियों को भावी उद्यमी और संगठन प्रमुख बनने का प्रशिक्षण दे रहा है और दिल्ली एनसीआर के प्रतिष्ठित विश्वविद्यालयों के बीच तेजी से उभर रहा है।
इस विश्वविद्यालय की स्थापना हरियाणा निजी विश्वविद्यालय (संशोधन) अधिनियम, 2018 (हरियाणा अधिनियम संख्या 10/2018) के तहत की गई है। यह सेक्टर 53 गुरुग्राम में स्थित है जिसमें 1.5 लाख वर्ग फुट से अधिक निर्मित क्षेत्र है। आईआईएलएम अपनी अत्याधुनिक सुविधाओं के लिए जाना जाता है।
इस शैक्षिक समूह का एक अन्य कैम्पस ग्रेटर नोएडा में है जिसे 3 जून, 2022 को उत्तर प्रदेश निजी विश्वविद्यालय (संशोधन) अधिनियम 2022 के तहत विश्वविद्यालय का दर्जा दिया गया। मुख्य रूप से कंप्यूटर विज्ञान और इंजीनियरिंग, प्रौद्योगिकी, इनोवेशन और उद्यमिता जैसे आधुनिक क्षेत्रों पर केंद्रित यह सस्थान 16-18 नॉलेज पार्क ।। ग्रेटर नोएडा में स्थित है, जिसका 26 एकड़ से अधिक का निर्मित क्षेत्र है।.