सूचना, लोक संपर्क, भाषा तथा संस्कृति विभाग हरियाणा की चार दिवसीय कार्यशाला स्वतंत्रता सेनानी जिला परिषद हॉल में जारी

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– कार्यशाला के तीसरे दिन हुआ गीत संगीत में बदलाव, आईटी का इस्तेमाल, प्रचार दल प्रस्तुतिकरण, अब तक कार्यशाला में लिखे गए 45 विकास गीत

गुरुग्राम, 22 फरवरी। आजादी के अमृत महोत्सव श्रृंखला के तहत सूचना, लोक संपर्क, भाषा तथा संस्कृति विभाग हरियाणा द्वारा स्वतंत्रता सेनानी जिला परिषद हॉल में गुरुग्राम, फरीदाबाद व रोहतक मंडल के जिलों की चार दिवसीय कार्यशाला तीसरे दिन भी जारी रही। कार्यशाला के तीसरे दिन बुधवार को संगीत विशेषज्ञों, रंगकर्मी व विभाग के अधिकारियों ने प्रतिभागी भजन पार्टी व खण्ड प्रचार कार्यकर्ताओं को गीत संगीत में बदलाव, आईटी के इस्तेमाल से पारंपरिक प्रचार माध्यमों को प्रभावी बनाना, क्षेत्रीय प्रचार दल का प्रस्तुतिकरण, मंच संचालन की कला आदि विषयों पर प्रायोगिक व बौद्धिक पक्ष का ज्ञान दिया गया। बीते दिन से जारी कार्यशाला में हरियाणा सरकार की जन कल्याणकारी नीतियों, विकासोन्मुखी कार्यक्रमों व सामाजिक जागरूकता को लेकर 45 नए विकास गीत लिखे गए हैं। इन गीतों को पारंपरिक वाद्य यंत्रांे के साथ सुरबद्ध करते हुए वीडियों रील भी तैयार की जा रही है।

तीसरे दिन के पहले सत्र में संयुक्त निदेशक एनसीआर रणबीर सिंह सांगवान ने कार्यशाला की उपयोगिता व उद्देश्य से प्रतिभागियांे को अवगत करवाया। उन्होंने कार्यशाला में अब तक तैयार हुए गीतों की समीक्षा भी की। वहीं, जिला सूचना एवं जनसंपर्क अधिकारी बिजेंद्र कुमार ने भी तीसरे दिन के कार्यक्रम से प्रतिभागियों को अवगत करवाया।

कार्यशाला के तीसरे दिन रंगकर्मी डा. हनीफ खान व लोकगायक झम्मन मीर ने गीत संगीत में बदलाव, आईटी का इस्तेमाल व प्रचार दल के प्रस्तुतिकरण पर व्याख्यान दिए। व्याख्यान के दौरान विशेषज्ञों ने प्रतिभागियों को इन पहलुओं का प्रायोगिक ज्ञान भी दिया। साथ ही विषयों को लेकर खुलकर चर्चा भी की। डा. हनीफ खान ने कहा कि किसी भी कार्यक्रम के प्रति जनमानस मंे रूचि जागृत करने में भजन पार्टियों का प्रस्तुतिकरण व मंच संचालन कला महत्वपूर्ण होती है। ऐसे में किसी भी कार्यक्रम में जाने से पहले दर्शकों, अतिथियों व विषय वस्तु को लेकर पूर्व तैयारी कर लेनी चाहिए।

इसी तरह लोक गायक झम्मन मीर ने अपने अनुभव के आधार पर नए गीत तैयार करने के लिए उपयोगी बातें, आईटी के दौर में पारंपरिक वाद्य यंत्रांे के इस्तेमाल को लेकर बड़े ही प्रभावशाली ढंग से अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि प्रचार अमला सरकार की नीतियों को धरातल पर जाकर प्रचारित करता है। आप ग्रामीणों की सरल भाषा में ही उन्हें उन योजनाओं के बारे में बतायें और स्कीमों का लाभ लेने के लिए क्या करना होगा, इसके बारे में भी लोगों का मार्गदर्शन करें ताकि सभी पात्र व्यक्ति उन योजनाओं का लाभ उठा सक़ें।इस अवसर पर सूचना, लोकसंपर्क, भाषा तथा संस्कृति विभाग हरियाणा के अधीक्षक चंद्र सिंह, ड्रामा इस्पेक्टर पवन कुमार आदि भी उपस्थित रहे।

चार दिवसीय कार्यशाला का समापन आज

सूचना, लोक संपर्क, भाषा तथा संस्कृति विभाग हरियाणा द्वारा स्वतंत्रता सेनानी जिला परिषद हॉल में गुरुग्राम, फरीदाबाद व रोहतक मंडल के जिलों की चार दिवसीय कार्यशाला का समापन गुरूवार को होगा। समापन कार्यक्रम में सूचना, लोकसंपर्क, भाषा तथा संस्कृति विभाग हरियाणा के अतिरिक्त निदेशक डा. कुलदीप सैनी मुख्य अतिथि होंगे। कार्यशाला के अंतिम दिन विकास गीत व नई धुन तैयार करना तथा कार्यशाला की गतिविधियों पर चर्चा भी की जाएगी।

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